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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा के बागी सांसद ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा आज दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने भाजपा के स्थापना दिवस के दिन ही पार्टी का साथ छोड़ने का बहुप्रतीक्षित फैसला किया। बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा को भाजपा ने टिकट नहीं दिया था। और उन्हें पार्टी से निष्कासित भी नही किया गया था। शत्रुघ्न सिन्हा ने दिल्ली में बिहार भाजपा के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।

शक्ति सिंह गोहिल ने जदयू की नई परिभाषा दी और कहा कि जदयू मतलब जनता का दमन और उत्पीड़न। इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस करते वक्त शत्रुघ्न सिन्हा ने नए परिवार और साथियों का धन्यवाद किया और कहा कि मैंने भारी मन से पार्टी छोड़ी। साथ ही उन्होंने भाजपा को स्थापना दिवस की बधाई दी। शत्रुघ्न सिन्हा के कांग्रेस में शामिल होने पर केसी वेनुगोपाल ने कहा कि आज कांग्रेस में सबसे बेहतर पॉलिटिशियन शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक अच्छे नेता गलत पार्टी में थे, जो अब सही पार्टी में आए है।

पटना: मिशन 2019 की तैयारियों में ज़ोर-शोर से जुटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के जमुई में जनता से काम करने के लिए और समय की मांग की। पीएम मोदी ने जमुई में कहा कि 'कांग्रेस जो 70 साल में नहीं कर पाई, वो हम 5 साल में कैसे कर पाते? इसके लिए हमें और समय चाहिए। बता दें कि पीएम मोदी जब पहले चुनाव प्रचार के लिए जाते थे, तो कहते थे कि कांग्रेस को आपने 70 साल दिए हमें सिर्फ 60 महीने दीजिए, लेकिन पीएम मोदी ने अब और समय की मांग की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पांच साल में बहुत काम अधूरा रह गया है, जिसे पूरा करने के लिए और समय की जरूरत है। इसके अलावा पीएम मोदी ने रैली के दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब भी कांग्रेस और उसके सहयोगी दल सत्ता में आते हैं, पूरी शासन प्रणाली को रिवर्स गीयर लग जाता है। सीधी चल रही देश की गाड़ी, पीछे की तरफ चलने लगती है। अगर कोई नौजवान भटके हैं, उनको मुख्यधारा में लाने का हर संभव प्रयास हमने किया है। यूपीए के आखिरी पांच वर्षों में नक्सली-माओवादी विचारधारा से प्रभावित जितने युवाओं ने सरेंडर किया, उससे ढाई गुना ज्यादा युवा पिछले 5 साल में मुख्यधारा में आए हैं।

पटना: केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के केरल की वायनाड लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ने पर चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष अमेठी में असहज, असुरक्षित और असहाय महसूस कर रहे हैं। प्रसाद ने यहां पत्रकारों से कहा कि सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली और अमेठी को उनके परिवार का गढ़ कहा जाता है, लेकिन वह इतने भयभीत हैं कि दक्षिण भारत में कहीं दूर भाग गए। दरअसल, कांग्रेस ने रविवार को ऐलान किया कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट के अलावा केरल की वायनाड संसदीय सीट से भी चुनाव लड़ेंगे।

इस पर भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, "राहुल गांधी अमेठी में असहज, असुरक्षित और असहाय महसूस कर रहे हैं। इसलिये उन्होंने वायनाड सीट को अपने "एथनिक प्रोफ़ाइल" की वजह से सुरक्षित मानते हुए वहां से चुनाव लड़ने का फैसला किया।

पटना: बिहार में बेगूसराय से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के उम्मीदवार कन्हैया कुमार को लोगों से सपोर्ट के साथ नोट भी चाहिए, लेकिन जरूरी नहीं कि यह नोट स्थानीय लोगों के ही हों। इसलिए कन्हैया ने लोकसभा चुनाव के लिए ऑनलाइन 70 लाख का फंड जुटाने को अपने चुनावी अभियान के साथ-साथ एक समानांतर अभियान शुरू किया है। कन्हैया कुमार की मदद के लिए अभी तक 5,00,000 से अधिक लोगों ने सहायता राशि जमा की है। 

रविवार को जब कन्हैया की उम्मीदवारी की घोषणा की गई थी तभी सीपीआई के नेताओं ने साफ कर दिया था कि चूंकि मुकाबला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उम्मीदवार गिरिराज सिंह के साथ है, इसलिए साधन-संसाधन में तो उनका मुकाबला नहीं किया जा सकता। इसके लिए लोगों से आर्थिक सपोर्ट के साथ-साथ वोट मांगने का अभियान शुरू किया जाएगा। उस समय लगा था कि शायद यह अभियान बेगूसराय संसदीय क्षेत्र में ही हो, लेकिन बाद में कन्हैया ने एक वीडियो जारी किया और ऑनलाइन फंड जुटाने का अभियान शुरू किया गया।

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