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चंडीगढ़: किसान आंदोलन का हल अभी तक नहीं निकल पाया है। किसान अपने आंदोलन को जारी रखे हैं और तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर डटे हुए हैं। हरियाणा के किसान चौटाला परिवार पर सत्तारूढ़ भाजपा से नाता तोड़ने के लिए दबाव बना रहे हैं। जिसके बाद इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के  विधायक अभय सिंह चौटाला ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। अब जननायक जनता पार्टी (जजपा) के अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला के इस्तीफे की मांग जोरों से उठने लगी है। 

दुष्यंत का इस्तीफा मेरी जेब में है

इसके पलटवार में अजय चौटाला ने कहा कि अगर किसान आंदोलन का हल निकलता है तो मैं अभी इस्तीफा देता हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि अभय चौटाला के इस्तीफे से किसान आंदोलन का हल निकला है क्या? उन्होंने कहा कि कानून केंद्र सरकार ने बनाया है और हरियाणा के 10 सांसदों व हरियाणा से राज्यसभा सांसदों को इस्तीफा देना चाहिए न कि हरियाणा के किसी मंत्री को। उन्होंने यह भी कहा कि अगर दुष्यंत चौटाला के इस्तीफा देने से कृषि कानूनों का कोई हल निकलेगा तो उसका का इस्तीफा मेरी जेब में है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने आज मुलाकात की। गृह मंत्री अमित शाह से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने संसद भवन में मुलाकात की। उन्होंने किसान आंदोलन,मौजूदा राजनीतिक हालात, मंत्रिमंडल विस्तार समेत कई विषयों पर गृह मंत्री से चर्चा की। मुलाकात के बाद  खट्टर ने अपने बयान में कहा कि गृह मंत्री अमित शाह से संगठनात्मक विषयों, किसान आंदोलन पर चर्चा हुई। संगठन के कामों को गति मिले, इस विषय पर चर्चा हुई।

मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि उनकी गृह मंत्री अमित शाह से किसान आंदोलन पर भी चर्चा हुई। जो स्थिति है उसके बारे में उन्होंने गृहमंत्री को जानकारी दी। धरनों और किसान पंचायतों को लेकर सारी जानकारी दी है। मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि जो भी आंदोलनकारी भविष्य में पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाएगा, वही उसकी भरपाई करेगा। इसके लिए विधानसभा के सत्र में कानून लेकर आएंगे। मंत्रिमंडल विस्तार पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी मंत्रिमंडल विस्तार होगा उसकी जानकारी दे दी जाएगी।

नई दिल्ली: दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के आंदोलन को चलते हुए आज 70वां दिन है। गाजीपुर बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर व टिकरी बॉर्डर पर किसानों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। आज रोहतक और जींद में किसानों की महापंचायत हो रही है। दोनों ही जगह किसान नेता राकेश टिकैत शामिल हो रहे हैं। वहीं, तीन कृषि कानूनों के विरोध में 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने दखल देने से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सरकार को ज्ञापन दीजिए। 

हरियाणा सरकार ने इंटरनेट सेवाओं को निलंबित किया

हरियाणा सरकार ने कल शाम 5 बजे तक कैथल, जींद, रोहतक, सोनीपत और झज्जर में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। गाजियाबाद पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सिंघु, टीकरी और गाजीपुर सीमाओं और इसके आसपास के इलाकों में ऑनलाइन संपर्क सुविधाएं बहाल कर दी गई हैं, लेकिन इसमें कुछ परेशानियां पेश आ सकती हैं।

जींद (जनादेश ब्यूरो): हरियाणा के जींद में बुधवार को किसानों की ''महापंचायत'' में  भारी भीड़ जुटी। कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए केंद्र सरकार पर दवाब बनाने के लिए यह बैठक बुलाई गई थी। गौरतलब है कि केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसान, देश की राजधानी दिल्‍ली में नवंबर माह से आंदोलन पर डटे हैं। उनकी ऐसी बैठकें पिछले कुछ दिनों में यूपी में हुई थी जबकि बुधवार को हरियाणा के जाट बहुत जींद में बैठक हुई।

बड़ी संख्‍या में मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने चेतावनी भरे लहजे में केंद्र सरकार से कहा कि यदि कानूनों को वापस नहीं लिया गया तो उसके लिए सत्‍ता में बने रहना मुश्किल हो जाएगा। जब टिकैत और अन्‍य नेता आसीन थे, तभी वजन के कारण अचानक स्‍टेज गिर गया जिसके कारण बैठक कुछ देर के लिए बाधित हुई। हालांकि यूपी के जाट नेता राकेश टिकैत ने लोगों ने इसे लेकर नहीं घबराने की अपील की। महापंचायत में टिकैत ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों की वापसी के अलावा किसान मानने वाला नहीं है।

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