नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को शुक्रवार देर रात दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 96 वर्ष के दिग्गज बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी का न्यूरोलॉजी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर विनीत सूरी की देखरेख में इलाज किया जा रहा है। इससे पहले 04 जुलाई 2024 को भी आडवाणी को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उससे कुछ दिन पहले आडवाणी को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ले जाया गया था। उन्हें एम्स में एक रात रखने के बाद छुट्टी दे दी गई थी।
लालकृष्ण आडवाणी को दिल्ली के एम्स से 27 जून को डिस्चार्ज किया गया था। उन्हें उम्र से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के कारण अस्पातल में भर्ती कराया गया था। अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। लालकृष्ण आडवाणी को जरियाट्रिक डिपार्टमेंट के डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था।
1980 में बीजेपी के गठन के बाद से लाल कृष्ण आडवाणी बीजेपी के एक सांगठनिक नेता के रूप में उभरे। उसके बाद वो उप-प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचे।
आडवाणी लंबे समय तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। 22 अक्टूबर 2024 को बीजेपी के तीन नेता विनोद तावड़े, अरुण सिंह और शोभा कंरदलाजे ने 96 साल के आडवाणी को सक्रिय सदस्य बनाया। इसी साल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल कृष्ण आडवाणी को उनके घर जाकर भारत रत्न से सम्मानित किया था। 2015 में आडवाणी को भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
लालकृष्ण आडवाणी ने करीब तीन दशकों का संसदीय करियर देखा है। वो भारतीय जनता पार्टी को खड़ा करने और उसे राष्ट्रीय स्तर तक लाने वाले नेताओं में शामिल रहे। लालकृष्ण आडवाणी कभी पार्टी के कर्णधार कहे गए, कभी लौह पुरुष और कभी पार्टी का असली चेहरा। उन्हें भारतीय जनता पार्टी का शिल्पकार भी कहा जाता है।