मुंबई: हिंदी सिनेमा में कपूर खानदान का लंबा इतिहास रहा है। मूक सिनेमा के दौर से लेकर ब्लैक एंड व्हाइट और रंगीन सिनेमा तक जिन चंद कलाकारों ने अपनी पहचान बनाई, उनमें हिंदी सिनेमा के मशहूर शोमैन राज कपूर का नाम शामिल है। आइए जानें राज कपूर की 100वीं जयंती पर उनके जीवन से जुड़े कुछ रोचक किस्सों पर गौर फरमाते हैं:-
पहली फिल्म में पड़ा जोरदार थप्पड़
फिल्मी करियर की शुरुआत भी उनकी तरह ही निराली है। क्या आपको पता है कि हिंदी सिनेमा में अपनी अलग पहचान बनाने वाले राज कपूर का फिल्मी करियर एक चांटे के साथ शुरू हुआ था। पेशावर (पाकिस्तान) में जन्मे राजकपूर अपने पिता पृथ्वीराज कपूर के साथ मुंबई आए और यहां उन्होंने अपनी जिंदगी की एक नई शुरुआत की। उनके पिता ने उन्हें मंत्र दिया कि राजू नीचे से शुरुआत करोगे तो ऊपर तक जाओगे। पिता की इस बात को गांठ बांधकर राजकूपर ने 17 साल की उम्र में रंजीत मूवीकॉम और बाम्बे टॉकीज फिल्म प्रोडक्शन कंपनी में स्पॉटब्वॉय का काम शुरू किया। उस वक्त के मशहूर निर्देशकों में शुमार केदार शर्मा की एक फिल्म में क्लैपर ब्वॉय के रूप में काम करते हुए राज कपूर ने एक बार इतनी जोर से क्लैप किया कि फिल्म के हीरो की नकली दाड़ी क्लैप में फंसकर बाहर आ गई।
राज कपूर की इस हरकत पर केदार शर्मा को बहुत गुस्सा आया और उन्होंने गुस्से में आकर राज कपूर को एक जोरदार चांटा रसीद कर दिया।
केदार शर्मा ने ही दिया पहला ब्रेक
आगे चलकर केदार शर्मा ने ही अपनी फिल्म 'नीलकमल' में राजकपूर को बतौर नायक लिया था। राज कपूर को अभिनय अपने पिता पृथ्वीराज से विरासत में मिली थी। राज कपूर अपने पिता पृथ्वीराज कपूर के साथ रंगमंच पर काम करते थे। उनके अभिनय करियर की शुरुआत पृथ्वीराज थिएटर के मंच से ही हुई थी।
बाल कलाकार के रूप में कर चुके थे काम
राज कपूर ने 1935 में आई फिल्म 'इंकलाब' से अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन इस फिल्म में वह बाल कलाकार के रूप में दिखे थे। वहीं, बतौर हीरो 'नीलकमल' से उनकी किस्मत खुली और देखते ही देखते वह बॉलीवुड के शोमैन बन गए।
राज कपूर का पूरा नाम
क्या आपको पता है कि राज कपूर का पूरा नाम 'रणबीर राज कपूर' था। रणबीर अब उनके पोते यानि ऋषि कपूर और नीतू कपूर के बेटे का नाम है। राज कपूर का मन पढ़ाई में कभी नहीं लगा और 10वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी होने से पहले ही उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी। आपको बता दें कि मनमौजी राज कपूर ने विद्यार्थी जीवन में अपनी किताबें-कॉपियां बेचकर तरह-तरह के खाने में मौज उड़ाए थे।
सफेद साड़ी के प्रति राज कपूर की दीवानगी
राज कपूर के बारे में एक और दिलचस्प बात है ये है कि बचपन में राज कपूर सफेद साड़ी पहने हुई एक महिला को देखकर मोहित हो गए थे। उसके बाद से सफेद साड़ी से उनका मोह इतना गहरा हो गया कि उनकी तमाम फिल्मों की अभिनेत्रियां (नर्गिस, वैजयंतीमाला, जीनत अमान, पद्मिनी कोल्हापुरी, मंदाकिनी) पर्दे पर भी सफेद साड़ी पहने नजर आईं। यहां तक कि घर में उनकी पत्नी कृष्णा हमेशा सफेद साड़ी ही पहना करती थीं।
लंदन के होटल में भरना पड़ा तगड़ा जुर्माना
राज कपूर की बेटी ऋतु नंदा ने एक इंटरव्यू में बताया था, 'राज कपूर साहब जिस भी होटल में ठहरते थे। अपने कमरे में पलंग का गद्दा खींचकर जमीन पर बिछा लेते थे। इस कारण कई बार उन्हें मुसीबत भी उठानी पड़ी। एक बार वह लंदन के हिल्टन होटल में ठहरे थे। उन्होंने वहां भी यही काम किया। उनकी इस हरकत पर उन्हें होटल मैनेजमेंट ने चेतावनी भी दी थी, क्योंकि होटल वालों के लिए यह अजीब हरकत थी। अगले दिन जब उन्होंने दोबारा उसी तरह गद्दा नीचे उतराकर बिछा दिया, तो होटल मैनेजमेंट ने उन पर जुर्माना लगा दिया। उस टूर पर वह पांच दिन उस होटल में ठहरे थे। बाद में उन पर इसके लिए जुर्माना भी लगाया गया। मजेदार बात यह है कि राज कपूर साहब ने हंसते-हंसते जुर्माना भरा।'
रूस और चीन के बने फैन
राज कपूर को लेकर एक किस्सा मशहूर है कि जब पंडित जवाहर लाल नेहरू रूस गए थे तो भोज के दौरान रुस के प्रधानमंत्री ने 'आवारा हूं' गाने को गाकर उनका स्वागत किया था। इतना ही नहीं जब राज कपूर के बेटे रणधीर कपूर 1996 में चीन गए थे तो उनका भी 'आवारा हूं' गाने के साथ ही स्वागत हुआ था।
छोटे बेटे से रही अनबन
मधु जैन की किताब 'द कपूर्स' के मुताबिक, राज कपूर ने अपने सबसे छोटे बेटे राजीव कपूर को 'राम तेरी गंगा मैली' फिल्म से लॉन्च किया था। फिल्म तो हिट रही लेकिन राजीव कपूर की वजह से नहीं बल्कि झरने के नीचे नहाती हुई मंदाकिनी की वजह से। जहां एक ओर फिल्म चर्चित होती जा रही थी वहीं इस फिल्म के हीरो राजीव कपूर की अपने पिता से नाराजगी बढ़ती जा रही थी। दोनों के बीच अनबन की नौबत तक बन गई। 'राम तेरी गंगा मैली' से इसकी अभिनेत्री मंदाकिनी के इर्द-गिर्द सिमट कर रह गई। फिल्म हिट होने के बाद भी राजीव कपूर को इसका कोई खास फायदा नहीं मिला।
पत्नी ने इस कारण छोड़ दिया था घर
60 के दशक में ही वैजयंती माला का नाम राज कपूर के साथ जुड़ा। दोनों का नाम साथ आने पर राज कपूर की पत्नी कृष्णा कपूर घर छोड़कर चली गई थीं और करीब साढ़े चार महीने मुंबई के नटराज होटल में रही थीं। राज कपूर के काफी मनाने के बाद कृष्णा कपूर इस शर्त पर मानीं कि वो फिर कभी वैजयंती माला के साथ काम नहीं करेंगे।
राज कपूर ने बनाया इन सितारों का करियर
राज कपूर को इन बॉलीवुड सितारों की किस्मत बनाने के लिए भी जाना जाता है। इनमें नर्गिस, डिंपल कपाड़िया, ऋषि कपूर, मंदाकिनी, राजेंद्र कुमार, राजकुमार समेत पद्मिनी कोल्हापुरे का भी नाम शुमार है।