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शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में मस्जिद के अंदर हुए अवैध निर्माण को लेकर तनाव और बढ़ने लगा है। इस मस्जिद को लेकर बुधवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की भी खबर आ रही है। पुलिस ने एहतियातन शिमला के संजौली में धारा 163 लगा दी है।

बताया जा रहा है कि मस्जिद में इस अवैध निर्माण को लेकर हिंदू संगठन के प्रदर्शनकारी आक्रमक हो गए और वहां लगे पुलिस बेरिकेडिंग को तोड़ने की कोशिश की। हालात को बिगड़ता देख पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया। पुलिस ने हिंदू जागरण मंच के अध्यक्ष कमल गौतम को हिरासत में भी लिया है।

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मंगलवार देर रात इलाके में फ्लैग मार्च कर शांति बनाए रखने की अपील की थी। फिलहाल संजौली में हर जगह पर पुलिस तैनात है। मस्जिद के बाहर भी पुलिस बल तैनात है। आपको बता दें कि शिमला के संजौली उपनगर में मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को लेकर बीते दिनों नगर निगम के आयुक्त की कोर्ट में सुनवाई हुई थी। इस मामले में अब अगली सुनवाई कुछ दिन बाद होगी।

शिमला: हिमाचल प्रदेश में चौदहवीं विधानसभा से अयोग्य करार दिए गए छह विधायक पेंशन के लाभ से वंचित होंगे। बुधवार को प्रदेश विधानसभा ने सदस्यों के भत्ते व पेंशन संशोधन विधेयक-2024 को ध्वनिमत से पारित कर दिया।

संशोधन विधेयक पर हुई चर्चा के दौरान जहां कुछ सदस्यों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से अयोग्य घोषित किए गए सदस्यों को विधेयक को सदन की प्रवर समिति को भेजने का आग्रह किया। सदन में हुई चर्चा के दौरान कुछ सदस्यों ने संशोधन विधेयक को वापस लेने का मामला उठाया। मुख्यमंत्री सुक्खू संशोधन विधेयक को लेकर अडिग रहे और संशोधन विधेयक ध्वनिमत से पारित हो गया।

दल-बदल कानून के तहत कार्यवाही करने वाला हिमाचल देश का पहला राज्य बना। विधानसभा से पारित होने के बाद संशोधन विधेयक राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल की स्वीकृति प्राप्त करने के लिए राजभवन में भेजा जाएगा।

सदन में एक घंटे से अधिक समय तक संशोधन विधेयक पर हुई चर्चा का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सत्ता व कुर्सी सदैव साथ नहीं रहती, मगर राजनीति में सिद्धांत जिंदा रहते हैं।

शिमला: हिमाचल प्रदेश में तबाही की बारिश ने कई जिंदगियों को अपना निवाला बना लिया है। राजधानी शिमला, कुल्लू और मंडी में बादल फटने से अब तक मरने वालों की संख्या 9 हो चुकी है। जबकि करीब 45 लोग अब भी लापता है। राहत और बचाव दल लगातार लापता लोगों को ढूंढने की कोशिश में लगे हैं। मंडी में राजबन गांव से एक 11 साल की बच्ची का शव बरामद हुआ है। इस घटना में करीब 50 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है।

लापता लोगों की तलाश जारी

अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), पुलिस और होमगार्ड की टीम के कुल 410 बचावकर्मी ड्रोन की मदद से खोज अभियान में शामिल हैं। बुधवार रात कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाणा, मंडी के पधर और शिमला के रामपुर उपखंड में बादल फटने से आई बाढ़ में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है।

नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (रामपुर) और कुल्लू से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक, बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। पर्यटक द्वारा शूट किए गए एक वीडियो के अनुसार, ग्लेशियर की भी टूटने की खबर सामने आ रही है, जिसमें करीब 42 लोगों की लापता होने की खबर आ रही है। भारी बारिश के कारण रामपुर के समेज गांव में 36 लोग लापता हैं, वहीं कुल्लु के बागी पुल में 6 लोग अभी भी लापता है।

हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खु मे सोशल मीडिया साइट एक्स पर हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए खास संदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि आपदा प्रभावित हर व्यक्ति मेरे परिवार का सदस्य है। उन्होंने कहा है कि अभी हिमाचल परिवार के लिए संकट का समय है। संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार कंधे से कंधा मिलाकर प्रदेशवासियों के साथ खड़ी है।

वहीं शुक्रवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पीएम नरेंद्र मोदी को आपदा से अवगत करवाया। उन्होंने पीएम मोदी को शिमला, कुल्लू और मंडी जिलों में बादल फटने तथा बाढ़ से हुए नुकसान के बारे में बताया।

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