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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को केंद्र की मोदी सरकार पर कमजोरों और गरीबों को कुचलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता उनके खिलाफ निजी हमले करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन उन्हें गरीबों और कमजोरों को नहीं कुचलना चाहिए जिनके लिए मैं अपनी आवाज उठाता हूं। यह बात राहुल ने यहाँ कांग्रेस मुख्यालय में बस्तर के आदिवासीओं से मिलने के बाद संवाददाताओं से कही । उन्होंने कहा कि यह लोग छत्तीसगढ़ के बस्तर में उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं। इन्हे डराया धमकाया जा रहा है और कुचला जा रहा है। उन्होंने कहा, लोगों के साथ मारपीट करने और उन्हें डराने धमकाने से देश का भला नहीं होगा। आपने हैदराबाद में रोहित वेमुला पर दबाव डाला। यहां आप कन्हैया एवं हमारे छात्रों पर दबाव डाल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जहां कहीं भी गरीब चाहे वह किसान, दलित, जनजाति या छोटे व्यापारी हों, अधिकार मांग रहे हैं। छोटे व्यापारी मेरे पास आए थे, जहां कहीं कमजोर व्यक्ति अपनी आवाज उठा रहा है।

नई दिल्ली: गुजरात के जरिये भारत में लश्करे तैयबा एवं जैश ए मोहम्मद के 10 सदिग्ध आतंकवादियों के घुसने संबंधी खुफिया सूचनाओं की पृष्ठभूमि में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज (सोमवार) देश में आतंरिक सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा की। गृह सचिव राजीव महर्षि एवं खुफिया ब्यूरो के निदेशक दिनेश्वर शर्मा सहित शीर्ष अधिकारियों ने इस बैठक में भाग लिया। बैठक में सिंह ने स्थिति की समीक्षा की और किसी भी संभावित आतंकी खतरे की रोकथाम के लिए उठाये जाने वाले कदमों की जानकारी ली। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री को अवगत कराया गया कि चार एनएसजी दलों को गुजरात के विभिन्न स्थलों पर तैनात किया गया है और आपात स्थिति में उन्हें किसी भी जगह पर फौरन रवाना किया जा सकता है। सिंह ने गुजरात में सामरिक स्थलों, धार्मिक जगहों, औद्योगिक स्थलों तथा खतरे की आशंका वाले मेट्रो शहरों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए उठाये गये कदमों की भी समीक्षा की। बहरहाल, अभी तक संदिग्ध आतंकवादियों के बारे में कोई सुराग नहीं है जिनके बारे में माना जा रहा है कि वे गुजरात में प्रवेश कर गये हें जो उनका प्रमुख लक्ष्य हो सकता है।

नई दिल्ली: देश भर में महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी हुई हैं और विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है। देश के प्रमुख ज्योतिर्लिगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर के दरबार में दर्शन और पूजन के लिए रविवार देर रात से ही लोगों का तांता लगा हुआ है। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं - वहीं महाशिवरात्रि के मौके पर देश में 10 आतंकवादियों के घुसे हो सकने की खुफिया सूचना के बाद राजधानी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। वहीं गृह मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय बैठक भी बुलाई है। इसमें रॉ और आईबी के चीफ के अलावा आला अधिकारियों के शामिल होने की बात कही जा रही है। कोशिश यह है कि कैसे किसी भी घटना को होने से अंजाम देने के लिए अधिक से अधिक चौकसी बरती जा सके।

मुंबई: जेएनयू विवाद की पृष्ठभूमि में जानेमाने वकील मिहिर देसाई ने आज (रविवार) कहा कि यदि जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की भी होती, तो सुप्रीम कोर्ट के पहले के निर्णयों के मुताबिक उन्हें ‘‘देशद्रोह’’ के तहत आरोपित नहीं किया जा सकता । ‘बहुलता और आजादी का जश्न’ पर आयोजित एक सेमिनार में देशद्रोह के मुद्दे पर अपनी राय जाहिर करते हुए देसाई ने कहा, ‘‘कन्हैया का मामला (प्रधानमंत्री) मोदी जी, अमित शाह और स्मृति ईरानी की ओर से ‘गांधी के मामले जैसी भूल’ का दोहराव है ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिटिश सरकार ने इस कानून के तहत गांधीजी को भी गिरफ्तार किया था, क्योंकि उसने सोचा कि वह इस तरह अपने विचारों को प्रचारित कर सकती है । लेकिन यह उसकी सबसे बड़ी भूल थी, लोकमान्य तिलक को 1897 में इस कानून के तहत तब गिरफ्तार किया गया था जब उन्होंने बंबई प्रांत में प्लेग (महामारी) से निपटने के सरकार के तौर-तरीकों के खिलाफ लिखा था ।’’ देसाई ने कहा कि आजादी से पहले के दौर में किसी को सरकार के खिलाफ ‘बेरूखी’ फैलाने के लिए देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया जाता था । उन्होंने कहा, ‘‘1962 में केदारनाथ मामले में फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इस कानून को हल्के तरीके से देखने की जरूरत है।

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