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नई दिल्ली: कांग्रेस ने शुक्रवार को तंज कसते हुए कहा कि यमुना तट पर ‘पारिस्थितिकीय आपदा’ के बावजूद श्री श्री रविशंकर के ‘आशीर्वाद’ से प्रधानमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के कार्यक्रम का समर्थन करने के मामले में एक साथ आ गए। कांग्रेस प्रवक्ता पी एन पुनिया ने पत्रकारों से कहा कि नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल हर मुद्दे पर एक-दूसरे से भिड़ते रहते हैं, लेकिन श्री श्री के ‘आशीर्वाद’ से दोनों एक साथ हो गए हैं। पुनिया ने कहा कि उच्च न्यायालय, एनजीटी और पर्यावरणविदों द्वारा आयोजकों के खिलाफ की गई टिप्पणी को देखते हुए प्रधानमंत्री को भी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की तरह इस विवादित कार्यक्रम से दूरी बना लेनी चाहिए थी।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद की उस टिप्पणी ने शनिवार को विवाद खड़ा कर दिया, जिसमें उन्होंने देश को कथित तौर पर बांटने को लेकर आईएसआईएस और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को एक ही कतार में खड़ा कर दिया। इस पर आरएसएस और भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से आयोजित 'राष्ट्रीय एकता सम्मेलन' में कहा, 'हम मुसलमानों के बीच भी ऐसे लोगों को देखते हैं कि जो मुस्लिम देशों की तबाही की वजह बन गए हैं, इनके पीछे कुछ ताकतें हैं। लेकिन हमें यह समझने की जरूरत है कि मुसलमान इसमें क्यों शामिल हो रहे हैं, वे क्यों फंसते जा रहे हैं?' आजाद ने कहा, 'इसलिए, हम आईएसआईएस जैसे संगठनों का उसी तरह विरोध करते हैं, जैसे आरएसएस का विरोध करते हैं। अगर इस्लाम में ऐसे लोग हों, जो गलत चीजें करते हैं, तो वे आरएसएस से किसी तरह कम नहीं हैं।' आजाद ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, 'जो लोग अपने इतिहास के सिवाय दूसरों का इतिहास नहीं पढ़ते, वो ऐसे ही बोलते हैं जो आजकल दिख रहा है।

नई दिल्ली: दिल्ली में श्री श्री रविशंकर के विश्व सांस्कृतिक महोत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के पास वह सांस्कृतिक विरासत है जिसकी तलाश दुनिया को है। भारत कितनी विविधताओं से भरा हुआ है। भारत के पास विश्व को देने के लिए क्या कुछ नहीं है। दुनिया केवल आर्थिक मुद्दों पर जुड़ नहीं सकती। मोदी ने कहा कि हम दुनिया की उन आवश्‍यकताओं को किसी न किसी रूप में पूरा करते रहेंगे। हमें अपनी संस्‍कृति पर अभिमान होना चाहिए लेकिन अगर हम अपनी ही परंपरा और संस्‍कृति की बुराई करते रहेंगे तो बाकी क्‍या करेंगे। खुद को कोसते रहने का मतलब नहीं है। उत्सव में शामिल लाखों लोगों को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया को मानवीय मूल्‍यों से भी जोड़ें। अपनी महान विरासत पर गर्व करें। भारत के पास ऐसी समृद्धि थी कि यहां कला पूर्णतया विकसित हुई। उन्होंने कहा कि यह धरती ऐसी है जहां हर पहर का संगीत अलग है। सुबह का संगीत अलग है तो शाम का अलग है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बैंकों के करोड़ों रुपये के कर्जदार उद्योगपति विजय माल्या के विदेश जाने के मामले में अपनी गलती मानते हुए आज स्पष्ट किया कि राज्यसभा सांसद को हिरासत में लेने की मांग संबंधी पहला लुक आउट नोटिस भूलवश जारी हो गया था। सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी ने आंतरिक जांच के बाद पाया है कि हिरासत में लेने संबंधी नोटिस गलती से जारी हुआ था। सीबीआई ने कहा कि यह गलती निचले स्तर के अधिकारी से हुई थी। माल्या के लुकआउट नोटिस में आये बदलाव को लेकर सीबीआई ने अपने विभाग में आंतरिक जांच शुरू कर दी है। लुकआउट नोटिस में कथित बदलाव को लेकर जांच एजेंसी विवादों के घेरे में है। सीबीआई द्वारा जारी पहले लुकआउट नोटिस में विदेश जाने पर गिरफ्तारी की बात कही गयी थी, लेकिन बाद में लुक आउट नोटिस में बदलाव किया गया और यह कहा गया कि माल्या विदेश जा सकते हैं, सिर्फ उन्हें अपने विदेश दौरे की जानकारी देनी होगी। इससे पहले उद्योगपित विजय माल्या के देश को छोड़कर जाने का मामला एक बार फिर राज्यसभा में उठा। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि आखिर क्या कारण है कि पिछले साल सीबीआई ने एक माह बाद अपने लुकआउट नोटिस को बदल दिया। सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए।

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