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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): संसद ने आधार के जरिये कल्याण योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक सीधे पहुंचाने वाले आधार विधेयक को मंजूरी दे दी। सरकार द्वारा धन विधयेक के रूप में रखे गए इस विधेयक में राज्यसभा ने पांच संशोधनों के साथ लोकसभा को लौटा दिया हालांकि निचले सदन ने इन संशोधनों को अस्वीकार कर दिया। इससे पहले लोकसभा आधार (वित्तीय और अन्य सहायिकियों, प्रसुविधाओं और सेवाओं का लक्षित परिदान) विधेयक 2016 को शुक्रवार को पारित कर चुकी थी। राज्यसभा में जहां सत्तारूढ़ एनडीए अल्पमत में हैं, वहां आज इस विधेयक पर चर्चा हुई। विधेयक पर कांग्रेस सहित विपक्ष की ओर से पांच संशोधन पेश किये गए जिसे उच्च सदन ने स्वीकार करके लोकसभा को वापस भेज दिया। इसके कुछ ही देर बाद सरकार इस विधेयक को लोकसभा में वापस लेकर आई और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उच्च सदन में विपक्ष के दबाव में एक से लेकर पांच तक के संशोधनों को घातक बताते हुए उन्हें अस्वीकार करने का निचले सदन से आग्रह किया जिसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दे दी। राज्यसभा में विपक्ष ने इन संशोधनों में राष्ट्रीय सुरक्षा की जगह सार्वजनिक आपात स्थिति और सार्वजनिक सुरक्षा शब्दों को समाहित करने सहित मत विभाजन के जरिये पांच संशोधन विधेयक में समाहित कराये थे।

नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस के कुछ सांसदों के खिलाफ कथित रिश्वतखोरी के मामले में सरकार ने आज (मंगलवार) लोकसभा में कार्रवाई किये जाने की बात करते हुए कहा कि सच सामने आना चाहिए, वहीं तृणमूल सदस्यों का कहना था कि पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले राजनीतिक साजिश के तहत आरोप लगाये गये हैं। तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेताओं को कथित तौर पर एक फर्जी निजी कंपनी की मदद के लिए अवैध धन लेते हुए दिखाये गये एक स्टिंग ऑपरेशन के प्रसारण के बाद भाजपा, कांग्रेस और माकपा के सदस्यों ने इस मुद्दे को सदन में उठाया और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सदस्यों का कहना था कि पहले भी इस तरह के उदाहरण देखे गये हैं जब इस तरह के स्टिंग के बाद समान आरोपों में 11 सदस्यों को संसद से बख्रास्त कर दिया गया था। संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा, ‘संसद की प्रतिष्ठा ताक पर है। हमें सच साबित करना होगा। केवल यह कहना पर्याप्त नहीं होगा कि यह साजिश है। इससे जनता संतुष्ट नहीं होगी।’

नई दिल्ली: देशद्रोह मामले में जमानत पर बाहर जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने विश्वविद्यालय के छात्रों के एक जुलूस की अगुवाई की और मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी पर तीखा हमला करते हुए शैक्षिक संस्थानों को निशाना बनाने के लिए उनके इस्तीफे की मांग की। जंतर-मंतर क निकट प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कन्हैया ने कहा, ‘उन्होंने हमें अपना बच्चा कहा लेकिन उन्होंने कभी भी मेरी मां या रोहित वेमुला की मां से बात नहीं की। मुझे उनका बच्चा नहीं कहलाना। हम मांग करते हैं कि जिस तरह शैक्षिक संस्थानों पर हमला हो रहा है उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।’ देशद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य के साथ एकजुटता प्रकट करते हुए जेएनयू के छात्र मंडी हाउस से संसद तक जुलूस निकाल रहे थे। प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने जंतर-मंतर के निकट रोक दिया। उन्होंने कहा, ‘स्मृति ईरानी कहती हैं कि वह स्कूली बच्चों की मां है।

नई दिल्ली: पाकिस्तान से गुजरात के रास्ते देश में दाखिल होने वाले 10 संदिग्ध आतंकवादियों में से तीन आतंकियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया है। ये आतंकवादी गुजरात के रास्ते भारत में दाखिल हुए थे और इनकी मंशा महाशिवरात्रि के मौके पर देश में आतंकी हमले करने की थी। शीर्ष आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इससे पहले कि आतंकवादी देश में कोई हमला कर पाते, गुजरात में ही उनमें से तीन को पिछले शुक्रवार को मार गिराया गया। सूत्रों ने बताया कि शेष सात आतंकवादियों के ठिकानों का भी पता चल गया है, और उनसे निपटने के लिए अभियान जारी है। सूत्रों ने कहा कि चूंकि अभियान अभी चल रहा है, सुरक्षा एजेंसियां इस संबंध में कोई जानकारी देने को तैयार नहीं हैं। शीर्ष आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि संदिग्ध पाकिस्तानी आंतकवादियों के इस समूह, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद समूह के उग्रवादियों के होने की आशंका है, ने महाशिवरात्रि, सात मार्च को गुजरात स्थित सोमनाथ मंदिर और अन्य स्थानों पर हमला करने की योजना बनायी थी। आतंकवादियों के घुसपैठ की सूचना मिलते ही केन्द्र ने एनएसजी की चार टीमें गुजरात रवाना कर दी थीं। उन्हें प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर तैनात किया गया था। घुसपैठ की सूचना के साथ ही गुजरात और सभी मेट्रो शहरों में केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता की घोषणा की थी।

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