ताज़ा खबरें

नई दिल्ली: कांग्रेस, माकपा और तृणमूल कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों की आपत्तियों के बीच लोकसभा ने आज (बुधवार) कारखाना संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी जिसमें कारखानों में काम करने वाले श्रमिकों की ओवरटाइम की अवधि को 50 से बढ़ाकर 100 घंटे करने का प्रावधान किया गया है और यह स्वैच्छिक होगा। सरकार ने आज कुछ दलों की आपत्तियों के बावजूद लोकसभा में विधेयक पेश किया। कांग्रेस और माकपा ने विधेयक को अनावश्यक और जल्दबाजी में लाया गया बताते हुए सरकार से इसे वापस लेने और बाद में समग्र विधेयक लाने की मांग भी की। विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए श्रम और रोजगार मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने सदन में कहा कि विधेयक में उपबंध 64 और 65 में संशोधन के साथ ओवरटाइम बढ़ाने का प्रावधान अनिवार्य नहीं स्वैच्छिक है। उन्होंने कहा कि कारखाने में काम करने वाला कर्मचारी तय करेगा कि उसे ओवरटाइम करना है या नहीं। दत्तात्रेय ने कहा कि विधेयक में संबंधित संशोधन लाना समय की जरूरत इसलिए थी क्योंकि सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया और स्किल इंडिया आदि के लिहाज से निवेश बढ़ाने के लिए बड़ी श्रमशक्ति चाहिए होगी। उन्होंने कहा कि ये संशोधन तत्काल जरूरी थे और बाद में समग्र विधेयक को सदन में लाया जाएगा।

नई दिल्ली: कश्मीर में पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी बहादुर अली ने लश्कर के आतंकी हमले के राज़ खोले हैं। राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बताया है कि उसे पाकिस्तानी फौज से ट्रेनिंग मिली। आतंकी बहादुर अली को 25 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। लश्कर-ए-तैयबा के कथित पाकिस्तानी आतंकवादी के इकबालिया बयान से लैस एनआईए ने बुधवार को कश्मीर में लगातार अशांति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन पर दोषारोपण किया। आतंकवाद रोधी जांच एजेंसी ने यह भी कहा कि वह पिछले 33 दिनों से घाटी में चल रही अशांति में पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की भूमिका के संबंध में साक्ष्य एकत्र कर रही है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कहा कि पाकिस्तानी आतंकवादी बहादुर अली से पूछताछ में घाटी में हालात बिगाड़ने में लश्कर-ए-तैयबा की संलिप्तता को दर्शाने के लिए सुराग मिले हैं। अली को उत्तर कश्मीर से हाल में गिरफ्तार किया गया था। एनआईए की टिप्पणी एक दिन बाद आई है जब भारत ने पाकिस्तान को भारत में लगातार सीमा पार आतंकवाद का समर्थन देने के लिए सख्त डिमार्शे जारी किया था। एनआईए के महानिरीक्षक संजीव सिंह ने संवादादताओं से कहा, ‘‘एनआईए कश्मीर में मौजूदा अशांति के लिए लश्कर की भूमिका की जांच कर रही है।’’ एनआईए ने मीडिया को अली उर्फ सैफुल्ला का वीडियो दिखाया जो अपने परिवार, आतंकवादी संगठन में जो उसने समय बिताया और सीमा के इस पार आने के बारे में बता रहा है।

नई दिल्‍ली: संसद में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा का जवाब देते गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर में अशांति की कई घटनाओं के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ सिर्फ पाक अधिकृत कश्मीर पर वार्ता होगी, कश्मीर पर नहीं। राजनाथ ने कहा कि सदन में आज हुई बहस स्वस्थ लोकतंत्र का एक अच्छा उदाहरण है, मेरी जिम्मेदारी है कि मैं संसद को बताऊं कि सरकार ने कश्मीर मुद्दे पर क्या कदम उठाए हैं। गृह मंत्री ने सदन को बताया कि घाटी में पत्थरबाजी की घटनाओं में करीब 100 एंबुलेंसों को नुकसान पहुंचा, इसके बावजूद 400 और एंबुलेंसों को घायलों की मदद के लिए लगाया गया है। उन्होंने कहा कि घाटी में झड़पों में 4500 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं. सुरक्षा बलों को अधिकतम संयम बरतने का निर्देश दिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राजनाथ ने कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब पैलेट गन का इस्तेमाल किया गया, लेकिन हम इसके इस्तेमाल को जायज ठहराना नहीं चाहते। दूसरे गैर-घातक हथियारों के इस्तेमाल की संभावनाओं पर चर्चा करने की जरूरत है। हमने विकल्प सुझाने के लिए एक कमिटी बनाई है, जो 2 महीने में रिपोर्ट देगी। गृह मंत्री ने सदन को बताया कि कश्मीर मुद्दे पर शुक्रवार को पीएम मोदी के साथ सर्वदलीय बैठक होगी। राजनाथ ने कश्मीर में आईएसआईएस के झंडे लहराए जाने और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने की घटनाओं पर गहरी आपत्ति जताते हुए कहा कि भारत की धरती पर यह नहीं चलेगा।

नई दिल्‍ली: कश्‍मीर के हालातों पर राज्‍यसभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और प्रतिपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि 'इससे पहले भी सदन में कश्‍मीर के हालात को लेकर चर्चा और दलितों के साथ बढ़ी उत्‍पीड़न की घटनाओं को लेकर भी चर्चा हुई, लेकिन प्रधानमंत्री ने कभी भी सदन में इस पर बयान नहीं दिया, बल्कि वे मध्‍यप्रदेश से कश्‍मीर के हालातों पर बोले।' उन्‍होंने इस मसले पर चर्चा कराने के लिए विपक्ष की तरफ से सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह का धन्‍यवाद किया। उन्‍होंने कहा कि 'मुझे याद है कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसी मुद्दे पर एक महीने के सत्र में चौथी बार चर्चा हो रही है। इससे पहले इस सदन में भी कश्‍मीर के हालात को लेकर चर्चा हुई. हमने मांग की थी कि पीएम जोकि खुद सत्र के दौरान सुबह 10 या साढ़े दस बजे आकर संसद में अपने कमरे में बैठते हैं। लेकिन वे दोनों सदनों से इतने नजदीक होकर भी उनसे सबसे ज्‍यादा दूर हैं। उनके कमरे से लोकसभा और राज्‍यसभा में आने में चंद सेंकेड/मिनट लगते हैं, लेकिन उनके न आने के चलते यह दूरी कई हजार किलोमीटर बन जाती है।' आजाद ने आगे कहा कि 'हमने बार-बार कहा कि इस चर्चा के दौरान पीएम सदन में आएं, लेकिन उन्‍होंने मध्‍य प्रदेश से यह मुद्दा उठाया, न कि संसद में आकर।' हालांकि इस दौरान आजाद ने कहा कि 'मैं कहना नहीं चाहता लेकिन, जबसे आप कश्‍मीर में आए हैं, वहां आग लग गई।'

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख