नई दिल्ली: कश्मीर में पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी बहादुर अली ने लश्कर के आतंकी हमले के राज़ खोले हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बताया है कि उसे पाकिस्तानी फौज से ट्रेनिंग मिली। आतंकी बहादुर अली को 25 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। लश्कर-ए-तैयबा के कथित पाकिस्तानी आतंकवादी के इकबालिया बयान से लैस एनआईए ने बुधवार को कश्मीर में लगातार अशांति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन पर दोषारोपण किया। आतंकवाद रोधी जांच एजेंसी ने यह भी कहा कि वह पिछले 33 दिनों से घाटी में चल रही अशांति में पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की भूमिका के संबंध में साक्ष्य एकत्र कर रही है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कहा कि पाकिस्तानी आतंकवादी बहादुर अली से पूछताछ में घाटी में हालात बिगाड़ने में लश्कर-ए-तैयबा की संलिप्तता को दर्शाने के लिए सुराग मिले हैं। अली को उत्तर कश्मीर से हाल में गिरफ्तार किया गया था। एनआईए की टिप्पणी एक दिन बाद आई है जब भारत ने पाकिस्तान को भारत में लगातार सीमा पार आतंकवाद का समर्थन देने के लिए सख्त डिमार्शे जारी किया था। एनआईए के महानिरीक्षक संजीव सिंह ने संवादादताओं से कहा, ‘‘एनआईए कश्मीर में मौजूदा अशांति के लिए लश्कर की भूमिका की जांच कर रही है।’’ एनआईए ने मीडिया को अली उर्फ सैफुल्ला का वीडियो दिखाया जो अपने परिवार, आतंकवादी संगठन में जो उसने समय बिताया और सीमा के इस पार आने के बारे में बता रहा है।
वीडियो में वह पंजाबी में बोलते हुए दिखा। उसे 25 जुलाई को राज्य पुलिस ने हंदवाड़ा के एक गांव से गिरफ्तार किया था जब वह इस साल जून में नियंत्रण रेखा पर सेना को चकमा देने में विफल रहा। अली ने जांच अधिकारियों से कहा कि उसे नियंत्रण कक्ष कोड-नाम ‘अल्फा-3’ से उसके आकाओं ने बुरहान वानी के सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में आठ जुलाई को मारे जाने के बाद घाटी में अशांति के बारे में सूचित किया। नियंत्रण कक्ष से उसके आकाओं ने उससे सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड फेंकने को कहा और उसे यह भी सूचित किया कि आतंकवादी समूह के अन्य सदस्य घाटी में घुस गए हैं और अन्य स्थानों पर प्रदर्शनकारियों में मिल गए हैं और घाटी में तनाव बढ़ा रहे हैं। यह पहली बार हो रहा है जब एनआईए ने पकड़े गए आतंकवादी का वीडियो बयान दिखाया है। पाकिस्तान ने इस साल की शुरुआत में मार्च में भारतीय खुफिया एजेंसियों के लिए जासूसी करने के आरोप में बलूचिस्तान से गिरफ्तार भारतीय नागरिक कुलभूषण यादव का वीडियो बयान दिखाया था। कश्मीर घाटी में आतंकवादियों को भेजने में पाकिस्तानी सेना के नियमित प्रोत्साहन और समर्थन का संकेत देते हुए सिंह ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लश्कर के आतंकवादी को उत्तर कश्मीर में घुसपैठ का प्रयास करने के दौरान कवर फायर का वादा किया गया था। उन्होंने कहा कि ‘अल्फा-3’ से जापानी आई-कॉम रेडियो सेट के साथ संचार करते थे, जिसे व्यापक क्षेत्र को कवर करने के लिए संशोधित किया गया है। सिंह ने कहा, ‘‘तकनीकी तौर पर बेहद योग्य लोगों ने रेडियो सेट में संशोधन किया है और बहादुर अली समेत इन आतंकवादियों को भी प्रशिक्षित किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एनआईए साक्ष्य एकत्र कर रही है, जो अंतरराष्ट्रीय न्यायिक जांच में टिकेगा और उचित चैनल के जरिए भावी कार्रवाई के लिए पाकिस्तान के साथ इसे साझा करेगा।’’