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नई दिल्ली: कांग्रेस द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर स्वतंत्रता सेनानियों के अपमान का आरोप लगाये जाने के बाद भाजपा ने पलटवार करते हुए शुक्रवार को कहा कि आज की कांग्रेस स्वतंत्रता आंदोलन का प्रतिनिधित्व नहीं करती। भाजपा ने दावा किया कि जवाहर लाल नेहरू और सरदार पटेल ने कभी नहीं सोचा होगा कि पार्टी केवल एक परिवार तक सीमित हो जाएगी। केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मोदी को निशाना बनाने के लिए संस्कृत का श्लोक ट्वीट करने पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भी आड़े हाथ लिया और कहा कि प्रतिक्रिया देने से पहले उन्हें पता करना होगा कि राहुल की तरफ से ट्वीट किसने किया और उनकी इतिहास की जानकारी के बारे में भी पता करना होगा। ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष में आरएसएस संस्थापक केबी हेडगेवार की भागीदारी का हवाला देते हुए उन्होंने गोवा तथा हैदराबाद के मुक्ति संग्राम तथा आपातकाल के खिलाफ आंदोलन में आरएसएस और भाजपा की भूमिका बताकर उनके बलिदान को रेखांकित किया।

नई दिल्ली: कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि बलूचिस्तान में मानवाधिकार हनन का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाने पर फैसला करना सरकार पर निर्भर करता है। पार्टी ने यह टिप्पणी तब की है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए बलूचिस्तान में मानवाधिकार हनन का जिक्र किया था। बहरहाल, कांग्रेस ने मोदी को याद दिलाया कि कूटनीति ‘तस्वीरें खिंचवाने का मौका’ नहीं होती और इसमें गहराई एवं गंभीरता की जरूरत होती है। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या भारत को बलूचिस्तान का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाना चाहिए, इस पर उन्होंने कहा, ‘इस पर फैसला करना तो सरकार पर निर्भर करता है। पहले प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि क्या उनके पास कोई परिकल्पना और आगे बढ़ने का कोई खाका है।’ उन्होंने कहा, ‘कूटनीति में गहराई और गंभीरता की जरूरत होती है। हम प्रधानमंत्री को याद दिलाना चाहते हैं कि यह कोई तस्वीर खिंचवाने का मौका नहीं होता, पठानकोट, गुरदासपुर में खामियाजा भुगतना पड़ा है।’ शर्मा ने कहा कि यह दुखद है कि कश्मीर में तनाव काफी बढ़ गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित संप्रग नेताओं ने 2005, 2006 और 2009 में बलूचिस्तान के मुद्दे पर बोला था। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के बारे में उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा से यह रुख अपनाया है कि पीओके पर अवैध तरीके से कब्जा किया गया है।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज (शुक्रवार) ट्विट कर उनके लिए प्रार्थना की कि उन्हें अज्ञानता से आजादी मिले । एक दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि ब्रिटिश शासन के तहत कांग्रेस ने जो दुश्वारियां झेली थीं , भाजपा को उससे कहीं अधिक आजाद भारत में परेशानियों का सामना करना पड़ा। राहुल गांधी ने ट्विट किया, ‘ मोदीजी आपके लिए प्रार्थना : अस्तोमा सदगम्य , तमसो मा ज्योतिर्गमय , मृत्योरमा अमृतम गमया, ओम शांति , शांति , शांति ।’’ उन्होंने दो ट्विट में कहा, ‘ मुझे अज्ञानता से ज्ञान की ओर , अंधेरे से प्रकाश की ओर, मृत्यु से अमरता की ओर ले चलो । सभी जीव जंतुओं के लिए शांति हो ।’ राहुल गांधी कल यहां नए भाजपा कार्यालय की आधारशिला रखे जाने के दौरान मोदी द्वारा की गयी टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे । प्रधानमंत्री ने कहा था कि भाजपा ने किसी भी अन्य दल से अधिक बलिदान दिया है । उन्होंने साथ ही इस बात पर अफसोस जाहिर किया था कि उनकी पार्टी के हर प्रयास को ‘गलत रूप में देखा जा रहा है ।’ उन्होंने कहा, ‘ भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी होगी जिसने अपने गठन के समय से ही दुश्वारियां झेली हैं । इसने हर मोड़ पर मुश्किलों का सामना किया और उसके हर प्रयास को गलत तरीके से देखा गया।’

नई दिल्ली: भगवंत मान द्वारा संसद भवन की वीडियोग्राफी किए जाने के मुद्दे की जांच कर रहे लोकसभा पैनल की अवधि नवंबर के अंत तक के लिए बढ़ा दी गई है। पैनल के अध्यक्ष किरीट सोमैया ने आज कहा, ‘अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भगवंत मान के आचरण संबंधी जांच के लिए गठित समिति की अवधि शीत सत्र के पहले सप्ताह के अंत तक के लिए बढ़ा दी है।’ संसद का शीत सत्र आम तौर पर नवंबर के तीसरे सप्ताह में शुरू होता है। इस माह की शुरूआत में इस पैनल को दो सप्ताह का विस्तार दिया गया था और इसने कल अपनी रिपोर्ट देनी थी। आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान वीडियो बनाते हुए जिस द्वार से होकर उच्च सुरक्षा क्षेत्र में दाखिल हुए थे, पैनल ने उस द्वार पर तैनात सुरक्षाकर्मियों की पिछले सप्ताह बात सुनी थी। इन सुरक्षाकर्मियों को बुलाने के पीछे का उद्देश्य यह पता लगाना था कि सुरक्षा तंत्र में कहीं किसी किस्म की खामी तो नहीं थी और जिस दिन आप सांसद परिसर में घुसे थे, उस दिन असल में हुआ क्या था? सोमैया ने पहले कहा था कि समिति अपनी रिपोर्ट दो हिस्सों में दायर करेगी- एक रिपोर्ट संसद की सुरक्षा के का खुलासा करने में भगवंत मान की भूमिका के बारे में होगी और दूसरी रिपोर्ट सुधारात्मक उपाय बताने वाली होगी। नौ सदस्यों वाली इस समिति का गठन उस घटना की जांच के लिए किया गया था, जिसे कई लोगों ने संसद भवन परिसर की सुरक्षा का ‘गंभीर उल्लंघन’ करार दिया था।

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