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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज (बुधवार) कहा कि ब्रिटिश शासनकाल के दौरान कांग्रेस ने जितनी परेशानियां झेली होंगी, भाजपा को आजाद भारत में उससे कहीं अधिक दुश्वारियों का सामना करना पड़ा । उन्होंने साथ ही इस बात पर अफसोस जाहिर किया कि उनकी पार्टी के हर प्रयास को ‘‘गलत रूप में देखा जा रहा है ।’’ प्रधानमंत्री ने यहां भाजपा के नए मुख्यालय की आधारशिला रखने के दौरान कहा कि भाजपा ने किसी भी अन्य दल से अधिक बलिदान दिया है । देश की ताकत बढ़ने के साथ ही पृथकतावादी ताकतें अधिक सक्रिय हो गयी हैं और अब यह सुनिश्चित करना अधिक जरूरी हो गया है कि समाज को मजबूत किया जाए और अधिक समरसता बढ़े । ‘सबका साथ , सबका विकास’ के मकसद के साथ सबको साथ लेकर चलने की अपनी पार्टी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से देश और विश्व लोकतंत्र के समक्ष यह उदाहरण पेश करने को कहा कि किस प्रकार ‘‘आदशरे को समर्पित तथा वंशवाद से मुक्त ’’ एक दल काम करता है क्योंकि दुनिया भगवा संगठन को ‘‘उस तरीके से नहीं जानती है जिस तरीके से जानना चाहिए बल्कि उसको जानना सुनी सुनायी बातों पर आधारित है ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी होगी जिसने अपने गठन के समय से ही दुश्वारियां झेली हैं। इसने हर मोड़ पर मुश्किलों का सामना किया और उसके हर प्रयास को गलत तरीके से देखा गया।’’ 

पार्टी प्रमुख अमित शाह, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी , राजनाथ सिंह , अरूण जेटली तथा अन्य नेताओं की मौजूदगी में मोदी ने कहा, ‘‘ ब्रिटिश शासनकाल में भी कांग्रेस ने इतनी मुश्किलों का सामना नहीं किया होगा जितनी मुश्किलों का सामना हमारे समर्पित कार्यकर्ताओं ने 50. 60 साल में किया है। ’’ उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर परोक्ष हमला बोलते हुए कहा कि हालिया पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान एक भाजपा उम्मीदवार के लिए कोलकाता में कार्यालय तक किराये पर लेना मुश्किल था क्योंकि उन्हें जगह देने के इच्छुक व्यक्ति को मुश्किलें झेलनी पड़तीं । प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के बाद किसी पार्टी ने हमसे (भाजपा से) अधिक बलिदान नहीं दिए होंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि उनके ‘सैंकड़ों’ कार्यकर्ता मारे गए क्योंकि वे उस समय चलन में रही विचारधारा से जुड़े हुए नहीं थे । उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता भीड़ के लिए काम नहीं करते हैं बल्कि वे संगठन के लिए काम करते हैं क्योंकि ‘कोई भी लोकप्रिय मुद्दों के बारे में बात कर भीड़ जुटा सकता है लेकिन महत्वपूर्ण बात है विचारधारा से जुड़े रहना।’ हल्के फुल्के अंदाज में उन्होंने कहा कि किसी और राजनीतिक दल के चुनाव उम्मीदवारों की जमानत इतनी अधिक जब्त नहीं हुई होगी जितनी भाजपा के उम्मीदवारों की जब्त हुई क्योंकि वे परिणामों की परवाह किए बिना अपनी विचारधारा के लिए लड़ते रहे। मोदी ने इस अवसर पर रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीत कर देश का सिर गर्व से उंचा करने वाली पहलवान साक्षी मलिक को भी बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भाजपा का पूर्व संगठन जनसंघ 1969 में मध्य प्रदेश में सत्ता में आया तो वैश्विक शोध संगठनों ने जनसंघ पर अध्ययन शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि और जब वाजपेयी जी की सरकार बनी तो विश्व एक बार फिर से चकित रह गया कि हमने कितनी प्रगति कर ली है। उन्होंने लोगों से हमारे बारे में जानने का प्रयास किया और इसलिए वे कभी हमें सही से नहीं जान पाए। विश्व की जिज्ञासा अब फिर से उभरी है। पार्टी के नेताओं से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में फोटोग्राफ जैसी रिकार्डिड सामग्री के अभाव के बारे में उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि संगठन की गतिविधियों से जुड़ी हर बात को रिकार्ड किया जाए। विचारधारा के प्रति पार्टी नेताओं की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए मोदी ने कहा कि प्रतिद्वंद्वी पार्टियों ने निश्चित रूप से सोचा होगा कि यदि एल के आडवाणी, अटल बिहारी वाजपेयी या मुरली मनोहर जोशी जैसे लोग उनके साथ शामिल हो जाएं तो उनके लिए अच्छा रहेगा लेकिन इन नेताओं ने अपने आदशरे के लिए जीने का फैसला किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं को उसकी विचारधारा और कार्य संस्कृति के लिए प्रशिक्षित करना एक चुनौती है जिसकी सदस्यता 11 करोड़ से अधिक हो चुकी है। उन्होंने साथ ही कहा कि आधुनिक संचार सुविधाओं, संगठन तथा उसके नेताओं के रिकार्डिड इतिहास से संपन्न पार्टी का नया मुख्यालय इसकी भावी सफलता में भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि यह पार्टी किसी नेता, प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री के कारण नहीं बढ़ी है बल्कि यह इसके लाखों समर्पित कार्यकर्ताओं के कारण आगे बढ़ी है। उन्होंने साथ ही कहा कि दो एकड़ में फैला नया कार्यालय राजनीतिक हितों नहीं, बल्कि राष्ट्रीय हितों के प्रति समर्पित होगा। मोदी ने कहा कि इस कार्यालय का निर्माण केवल एक इमारत का निर्माण नहीं है बल्कि इसमें से पार्टी कार्यकर्ताओं के पसीने की महक आएगी।

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