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धर्मशाला: टेस्ट सीरीज में क्लीनस्वीप के बाद आत्मविश्वास से भरा भारत कल यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू हो रही पांच मैचों की सीरीज के पहले मैच के साथ छोटे प्रारूप में भी दबादबा जारी रखने के इरादे से उतरेगा। विराट कोहली की अगुआई में भारत ने टेस्ट सीरीज में 3-0 की जीत के साथ आईसीसी रैंकिंग के शीर्ष स्थान हासिल किया है लेकिन अब सबका ध्यान वनडे क्रिकेट पर होगा। करिश्माई महेंद्र सिंह धोनी सीमित ओवरों की सीरीज में कोहली की जगह कप्तानी करते नजर आएंगे। टेस्ट सीरीज में कोहली की अगुआई में टीम के शानदार प्रदर्शन के बाद अब धोनी पर दबाव है क्योंकि आईसीसी वनडे रैंकिंग में तीसरा स्थान दोबारा हासिल करने के लिए भारत को सीरीज 4-1 या इससे बेहतर अंतर से जीतनी होगी। न्यूजीलैंड फिलहाल 113 अंक के साथ तीसरे स्थान पर है जबकि भारत 110 अंक से चौथे पायदान पर है। भारत हालांकि सीरीज की शुरूआत प्रबल दावेदार के रूप में करेगा। न्यूजीलैंड ने भारत में कभी द्विपक्षीय सीरीज नहीं जीती है और पिछले चारों मौकों पर उसे हार का सामना करना पड़ा है। कई टीमों की प्रतियोगिता में हालांकि न्यूजीलैंड ने भारत में 18 मैच जीते हैं जबकि 11 मैचों में उसे शिकस्त का सामना करना पड़ा है लेकिन टीम कभी द्विपक्षीय वनडे सीरीज नहीं जीत पाई।

मुंबई: डेनमार्क ओपन से अंतरराष्ट्रीय सर्किट में वापसी करने को तैयार शीर्ष भारतीय शटलर पीवी सिंधू ने आज कहा कि रियो ओलंपिक के रजत पदक ने उनका काफी आत्मविश्वास बढ़ाया है और वह आगामी प्रतियोगिताओं में बिना किसी दबाव के खेलना चाहेंगी। सिंधू ने यहां मुख्य राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद के साथ एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘मेरी जिंदगी ओलंपिक के बाद काफी बदल गयी है और मैं रजत पदक से काफी खुश हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने अपना अभ्यास शुरू कर दिया है और डेनमार्क ओपन और फ्रेंच ओपन के लिये तैयारी कर रही हूं। हम कल रवाना हो रहे हैं और मैं कामना करती हूं कि अपना सर्वश्रेष्ठ कर सकूं और अच्छा खेल खेलूं।’ सिंधू ने कहा, ‘इसने मेरा काफी आत्मविश्वास बढ़ाया है और इसी आत्मविश्वास से मैं आगे बढ़ना चाहूंगी। रजत पदक के बाद मेरा मनोबल काफी बढ़ गया है। जिम्मेदारियां अब काफी बढ़ जाएंगी। हर किसी की निगाहें मुझ पर लगी होंगी। मुझे ज्यादा दबाव नहीं लेना चाहिए और अपना खेल खेलना चाहिए।

धर्मशाला: मध्यक्रम के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने आज (शुक्रवार) यहां कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में भारत को शानदार सफलता आक्रामक रवैया अख्तियार करने से मिली और वह आगामी पांच एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में भी इसी तरह का खेल जारी रखेगा। भारत ने हाल में समाप्त हुई तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 3-0 से जीत दर्ज करके आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया और रहाणे ने कहा कि आक्रामक रवैया अपनाने के कारण उन्हें यह सफलता मिली। रहाणे ने यहां एचपीसीए स्टेडियम में पत्रकारों से कहा, ‘मुझे लगता है कि अनुशासन महत्वपूर्ण होगा। टेस्ट श्रृंखला में हमने जिस तरह की क्रिकेट खेली, हमारा रवैया हर समय आक्रामक रहा। इसलिए फिर से हम आक्रामक रवैया अख्तियार करेंगे। हम विदेशी टीम के मजबूत और कमजोर पक्षों पर ध्यान देने के बजाय अपनी क्षमता से खेलेंगे।’ उन्होंने इसके साथ ही कहा कि शुरू में लय हासिल करना पांच मैचों की श्रृंखला में महत्वपूर्ण साबित होगा। श्रृंखला का पहला मैच रविवार को यहां खेला जाएगा। रहाणे ने कहा, ‘मैं वास्तव में वनडे श्रृंखला को लेकर उत्साहित हूं विशेषकर टेस्ट श्रृंखला के बाद। लेकिन यहां नये सिरे से शुरूआत करना महत्वपूर्ण है। लय हासिल करना महत्वपूर्ण होगा। लय बनाये रखने के लिये पहला मैच जीतना बेहद महत्वपूर्ण होगा।’

बेंगलुरू: भारत के स्टार फारवर्ड एसवी सुनील और मिडफील्डर मनप्रीत सिंह मलेशिया के कुआंटन में 20 अक्तूबर से शुरू हो रही एशियाई चैम्पियन्स ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट से चोटों के कारण बाहर हो गए हैं। रियो ओलंपिक में कनाडा के खिलाफ मैच के दौरान लगी कलाई की चोट से सुनील अब तब नहीं उबरे हैं जबकि मनप्रीत को ग्रोइन में चोट लगी है। जूनियर पुरूष हाकी टीम के साथ आस्ट्रेलिया हाकी लीग में हिस्सा लेकर लौटे मुख्य कोच रोलैंट ओल्टमैंस ने कहा, ‘मनप्रीत को दोबारा ग्रोइन में चोट लगी है। इस समय इससे निपटा जा सकता है लेकिन यह दीर्घकालीन नहीं बन जाए इसलिए हमने उसे रिहैबिलिटेशन के लिए यहीं रखने का फैसला किया है।’ उन्होंने कहा, ‘सुनील और रघुनाथ (कोहनी की चोट से उबर रहे) भी साइ में रहेंगे जबकि टीम मलेशिया जाएगी।’ सुनील की जगह रमनदीप को टीम में शामिल किया गया है जबकि अकाशदीप सिंह 24 साल के मनप्रीत की जगह लेंगे। मनप्रीत के बाहर होने के बाद अनुभवी डिफेंडर और ड्रैग फ्लिक विशेषज्ञ रूपिंदर पाल सिंह को टूर्नामेंट के लिए उप कप्तान बनाया गया है। ओल्टमैंस ने कहा, ‘हमारे पास कई विकल्प हैं और मैं इसे अपने लिए झटके के तौर पर नहीं देखता। हम इस टूर्नामेंट में मिडफील्ड में संभवत: प्रदीप मोर और आकाशदीप को खिलाएंगे।’

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