ताज़ा खबरें

मोहाली: भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक छक्के जड़ने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गये हैं। इसके साथ ही उन्होंने क्रिकेट के इस प्रारूप में 9000 रन भी पूरे किये। धोनी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान अपना तीसरा छक्का जड़ने के साथ सचिन तेंदुलकर के भारत की तरफ से 195 छक्कों के रिकॉर्ड को तोड़ा। अपना 281वां मैच खेल रहे धोनी वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक छक्के लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में 5वें स्थान पर भी पहुंच गये हैं। वनडे में धोनी से अधिक छक्के पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी (351), श्रीलंका के सनथ जयसूर्या (270), वेस्टइंडीज के क्रिस गेल (238) और न्यूजीलैंड के ब्रैंडन मैकुलम (200) ने लगाये हैं। जहां तक भारत का सवाल है तो धोनी के बाद इस रिकॉर्ड में अब तेंदुलकर (195), सौरव गांगुली (190), युवराज सिंह (148), वीरेंद्र सहवाग (136), सुरेश रैना (120) और रोहित शर्मा (114) का नंबर आता है। भारत की तरफ से खेलते हुए सर्वाधिक छक्के लगाने का रिकॉर्ड हालांकि अब भी तेंदुलकर के नाम पर है। धोनी ने तीन मैच एशिया एकादश की तरफ से अफ्रीका एकादश के खिलाफ भी खेले जिनमें उन्होंने सात छक्के लगाये थे। धोनी ने इससे पहले वनडे में 9000 से अधिक रन बनाने वाले 5वें भारतीय और ओवरआल तीसरे विकेटकीपर बल्लेबाज बने। उन्होंने मिशेल सैंटनर पर छक्का जड़कर अपनी रन संख्या 26 पर पहुंचाने के साथ यह उपलब्धि हासिल की।

मोहाली: भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 9000 से अधिक रन बनाने वाले 5वें भारतीय और ओवरआल तीसरे विकेटकीपर बल्लेबाज बन गये। धोनी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान मिशेल सैंटनर पर छक्का जड़कर अपनी रन संख्या 26 पर पहुंचाकर यह उपलब्धि हासिल की। उन्हें इस मैच से पहले यह उपलब्धि हासिल करने के लिये केवल 22 रन की दरकार थी। वह कप्तान के रूप में 6500 से अधिक रन बना चुके हैं और इस रिकॉर्ड में ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग (8497 रन) के बाद दूसरे स्थान पर हैं। धोनी अब दुनिया के उन 17 बल्लेबाजों में शामिल हो गये हैं जिन्होंने वनडे में 9000 से अधिक रन बनाये हैं। भारत की तरफ से उनसे पहले यह उपलब्धि सचिन तेंदुलकर (18,426 रन), सौरव गांगुली (11,363 रन), राहुल द्रविड़ (10,889 रन) और मोहम्मद अजहरूद्दीन (9378 रन) ने हासिल की। वह श्रीलंका के कुमार संगकारा (विकेटकीपर के रूप में 13,341 रन) और ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट (विकेटकीपर के रूप में 9410 रन) के बाद वनडे में 9000 रन पूरे करने वाले तीसरे विकेटकीपर बन गये हैं। यही नहीं धोनी 9000 से अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में अकेले ऐसे बल्लेबाज हैं जिनका औसत 50 से अधिक है। धोनी ने भारत के अलावा तीन मैच एशिया एकादश की तरफ से अफ्रीका एकादश के खिलाफ भी खेले जिनमें उन्होंने 174 रन बनाये।

मोहाली: न्यूजीलैंड के खिलाफ 5 वनडे मैचों की सीरीज में टीम इंडिया अब 2-1 से आगे हो गई है। उसने मोहाली में खेले गे सीरीज के तीसरे वनडे में न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हरा दिया। 286 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया ने 48.2 ओवर में 3 विकेट खोकर 289 रन बनाए। विराट कोहली (154 रन, 134 गेंद, 16 चौके, 1 छक्का) और मनीष पांडे (24 रन, 32 गेंद, 2 चौके) नावाद रहे । एमएस धोनी और कोहली के बीच 151 रन की साझेदारी हुई। जिसमें धोनी ने 80, तो कोहली ने 60 रन का योगदान दिया. एमएस धोनी ने वनडे में अपने 9000 रन भी पूरे कर लिए और सचिन तेंदुलकर के छक्कों का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। कोहली को 6 रन पर वाइड स्लिप पोजिशन पर रॉस टेलर ने जीवनदान दिया था और उन्होंने उसका भरपूर फायदा उठाया. टीम इंडिया का पहला विकेट 13 रन पर अजिंक्य रहाणे (5) के रूप में गिरा। मैट हेनरी और टिम साउदी ने एक-एक विकेट लिया है। टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस मैच से पहले 280 वनडे में 8978 रन बना चुके थे। उन्हें वनडे में 9000 रन पूरे करने के लिए 22 रन और चाहिए थे, जो उन्होंने आसानी से बनाए। अब वह वनडे में यह उपलब्धि हासिल करने वाले भारत के पहले और दुनिया के तीसरे विकेटकीपर बल्लेबाज, साथ ही पांचवें भारतीय भी हो गए हैं। उन्होंने मिचेल सैंटनर को लॉन्ग ऑफ पर छक्का लगाकर यह माइलस्टोन हासिल किया। कप्तान एमएस धोनी छक्के लागने के मामले में सचिन तेंदुलकर को भी पीछे छोड़ दिया है।

कुआंतन (मलेशिया): एशियाई हॉकी चैंपियन्स ट्रॉफी टूर्नामेंट में भारत ने पाकिस्तान को 3 के मुकाबले दो गोलों से हरा दिया है। इससे पहले भारत ने अपने पहले मैच में जापान को 10-2 से हराया था और दक्षिण कोरिया के साथ 1-1 की बराबरी में मैच खत्म किया था। मैच के पहले हाफ में भारत ने पाकिस्तान पर 1-0 से बढ़त बरकरार रखी। इसके बाद पाकिस्‍तान ने मैच में वापसी करते हुए एक गोल दागकर एक-एक से मैच बराबरी में ले आए। पाकिस्तान ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 2-1 से बढ़त हासिल की। भारत की तरफ से रूपेंद्र पाल सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर मैच को 2-2 की बराबरी में ला दिया। इसके बाद भारत की तरफ से रामदीप ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत को पाकिस्तान पर 3-2 की बढ़त दिला दी। इसके बाद पाक खिलाडि़यों ने काफी कोशिश की लेकिन वह मैच को बराबरी में नहीं ला सके। यह मुकाबला मलेशिया के कुआंतन के वेसम बेलिया हॉकी स्टेडियम में खेला गया। इससे पहले जापान के खिलाफ भारत ने शानदार शुरुआत करते हुए 10 के मुकाबले दो गोलों से हराया था। इस मुकाबले में रूपेंद्र पाल सिंह ने अकेले छह गोल किए थे। भारत का यह प्रदर्शन दक्षिण कोरिया के खिलाफ दिखाई नहीं दिया और सिर्फ 1-1 की बराबरी में खत्म हुआ था। वहीं दूसरी तरह पाकिस्तान को अपने पहले मैच में मलेशिया से हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन दूसरे मैच में पाक ने वापसी करते हुए साउथ कोरिया को 1-0 से हराया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख