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ब्रसेल्स: अटारी सीमा के जरिये होने वाले भारत अफगान व्यापार को राजनीतिक कारणों से बाधित करने के लिए पाकिस्तान पर प्रहार करते हुए भारत ने आज ने कहा कि देशों को व्यापार एवं संस्कृति को बाधित करने हेतु दीवार नहीं बनना चाहिए क्योंकि ये लिखित इतिहास जितना ही पुराने हैं। विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने कहा कि आतंकवाद किसी सीमा को स्वीकार नहीं करता। उन्होंने कहा कि विकास के लिए शांति आवश्यक है, आतंकवाद विकास का विरोधी है। अफगानिस्तान पर ब्रसेल्स में एक बैठक को संबोधित करते हुए अकबर ने कहा, ‘अफगानिस्तान के खिलाफ जिस पैमाने पर आतंकवाद एवं हिंसा का प्रयोग किया गया, वह इतना अधिक है कि वह आसानी से परियोजना के क्रियान्वय, सहायता की सक्षम आपूर्ति, अर्थव्यवस्था में निवेश के त्वरित प्रवाह को अनुमति नहीं देता। इस अर्थव्यवस्था में विशाल संसाधन और निश्चित संभावनाएं हैं।’ उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय यदि अफगानिस्तान में स्थिरता और आर्थिक विकास चाहता है तो उसे सुरक्षा सुनिश्चित करनी चहिए। उन्होंने कहा कि हम बार बार इस बात को रेखांकित नहीं कर सकते हैं कि यह आवश्यक है। हमने अपने जोखिम पर इस दायित्व को छोड़ दिया है। अकबर ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के जरिये भारत आने वाले अफगान उत्पादों को अटारी सीमा पर विशेष सुविधा प्रदान की है। इस बैठक में अफगान राष्ट्रपति अशरफ गानी ने भी हिस्सा लिया।

वाशिंगटन: आज (बुधवार) जारी किए गए एक नवीनतम राष्ट्रीय सर्वेक्षण के अनुसार डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से अमेरिका के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को रिपब्लिकन पार्टी के उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प पर छह प्रतिशत अंकों की बढ़त मिली हुई है। एनबीसी न्यूज सर्वे मनी द्वारा कराए गए सर्वेक्षण के अनुसार चौतरफा मुकाबले में हिलेरी को 46 प्रतिशत मतदाताओं का समर्थन हासिल है जबकि 40 प्रतिशत मतदाता ट्रम्प के समर्थन में हैं। सर्वेक्षण 26 सितंबर से दो अक्तूबर के बीच ऑनलाइन किया गया। एनबीसी न्यूज ने कहा कि दोतरफा मुकाबले में हिलेरी (50 प्रतिशत) ने ट्रम्प (44 प्रतिशत) पर अपनी छह अंकों की बढ़त कायम रखी है जो एक हफ्ते पहले कराए गए पिछले सर्वेक्षण के नतीजे जैसा ही है। लिबर्टेरियन पार्टी के उम्मीदवार गैरी जॉनसन पिछले हफ्ते की तुलना में हल्का नीचे फिसले हैं। उन्हें नौ प्रतिशत मतदाताओं का समर्थन हासिल है जबकि ग्रीन पार्टी के उम्मीदवार जिल स्टेन को तीन प्रतिशत मतदातओं ने समर्थन दिया है।

इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने आज कहा कि वह भारत की ‘खोखली बयानबाजी’ के सामने नहीं झुकेगा तथा उसके सशस्त्र बल देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए पैदा होने वाले किसी भी खतरे को नाकाम करने की पूरी काबिलियत रखते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा, ‘पाकिस्तान की शांति की कोशिश को उसकी कमजोरी मानने की भूल नहीं की जानी चाहिए।’ इस बैठक में सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ तथा दूसरे वरिष्ठ रक्षा अधिकारी मौजूद थे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘बैठक के दौरान नियंत्रण रेखा पर हालात के संदर्भ में देश के आंतरिक और बाहरी सुरक्षा हालात तथा सशस्त्र बलों की तैयारियों की विस्तृत रूप से समीक्षा की गई।’ बैठक में शामिल शीर्ष अधिकारियों ने ‘सशस्त्र बलों की तैयारियों के प्रति पूरी संतुष्टि जताई’ तथा यह संकल्प लिया कि पूरा देश सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है और किसी भी कीमत पर देश की रक्षा सुनिश्चित की जाएगी। प्रधानमंत्री निवास पर हुई बैठक में शरीफ ने कहा, ‘पाकिस्तान को खोखली बयानबाजी और आक्रामक तेवर से झुकाया नहीं जा सकता।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ‘किसी भी देश के खिलाफ आक्रामक प्रयास को पसंद नहीं करता’ और शांति एवं सामूहिक भलाई में विश्वास रखता है।

वाशिंगटन: अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के संबंधों में तेजी से बढ़ते तनाव के मद्देनजर दोनों पड़ोसी देशों से ‘शांति एवं संयम’ बरतने की अपील की है। अमेरिका ने दोनों देशों की सेनाओं से क्षेत्र में तनाव खत्म करने में मदद के लिए संवाद बनाये रखने का अनुरोध किया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता एलिजाबेथ ट्रूडो ने कहा, ‘‘हम दोनों देशों से शांति और संयम बनाये रखने का आग्रह करते हैं। हम समझते हैं..जैसा कि हमने पिछले सप्ताह भी कहा था, कि सेनाएं संपर्क में हैं। हमारा मानना है कि संवाद कायम रखना इस तनाव कम करने के लिए बहुत जरूरी है।’’ हालांकि ट्रूडो ने पिछले सप्ताह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नियंत्रण सीमा रेखा पर भारत के ‘लक्षित हमले’ के सवाल पर प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा था, ‘‘मैं इस प्रकार की घटनाओं से संबंधित रिपोर्टों पर नहीं बोलूंगी।’’ ट्रूडो ने कहा, अमेरिका, भारत और पाकिस्तान के नेताओं के साथ बातचीत में क्षेत्र की शांति एवं सुरक्षा के महत्व पर जोर दे रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि आप यह देखना चाहेंगे कि क्षेत्रीय स्थिरता और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए क्या चर्चा हो रही है। हमें इस बात पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है कि किसी क्षेत्र विशेष में संघर्ष या समस्याएं या तनाव में बढ़ोत्तरी न होती रहे।’’ उन्होंने कहा, ‘हम दोनों देशों की सहमति से किसी भी प्रकार के तनाव को कम करने के पक्ष में हैं। भारत और पाकिस्तान दोनों देशों से हमारे मजबूत संबंध हैं और हम इस आधार पर जुड़े रहेंगे।’

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