इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने आज कहा कि वह भारत की ‘खोखली बयानबाजी’ के सामने नहीं झुकेगा तथा उसके सशस्त्र बल देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए पैदा होने वाले किसी भी खतरे को नाकाम करने की पूरी काबिलियत रखते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा, ‘पाकिस्तान की शांति की कोशिश को उसकी कमजोरी मानने की भूल नहीं की जानी चाहिए।’ इस बैठक में सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ तथा दूसरे वरिष्ठ रक्षा अधिकारी मौजूद थे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘बैठक के दौरान नियंत्रण रेखा पर हालात के संदर्भ में देश के आंतरिक और बाहरी सुरक्षा हालात तथा सशस्त्र बलों की तैयारियों की विस्तृत रूप से समीक्षा की गई।’ बैठक में शामिल शीर्ष अधिकारियों ने ‘सशस्त्र बलों की तैयारियों के प्रति पूरी संतुष्टि जताई’ तथा यह संकल्प लिया कि पूरा देश सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है और किसी भी कीमत पर देश की रक्षा सुनिश्चित की जाएगी। प्रधानमंत्री निवास पर हुई बैठक में शरीफ ने कहा, ‘पाकिस्तान को खोखली बयानबाजी और आक्रामक तेवर से झुकाया नहीं जा सकता।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ‘किसी भी देश के खिलाफ आक्रामक प्रयास को पसंद नहीं करता’ और शांति एवं सामूहिक भलाई में विश्वास रखता है।
शरीफ ने कहा, ‘शांति की हमारी कोशिश को कमजोरी मानने की गलती नहीं की जानी चाहिए। हमारे सशस्त्र बल देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए पैदा होने वाले किसी भी खतरे को नाकाम करने की पूरी क्षमता रखते हैं।’ सुरक्षा समिति ने लक्षित हमले के भारत के ‘हालिया दुष्प्रचार और फर्जी दावों’ का हवाला देते हुए कहा कि भारत को इस क्षेत्र में स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए कश्मीर मुद्दे का समाधान करना चाहिए।