वॉशिंगटन: रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने आज कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था का हाल बहुत बुरा है। संघीय प्रशासन पर 20,000 अरब डॉलर से अधिक के कर्ज के साथ-साथ 100,000 अरब डॉलर की ऐसी देनदारियां हैं जिनको चुकाने के लिए धन की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। अर्थव्यवस्था पूरी तरह ‘डूब’ चुकी है। पेशे से उद्यमी ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है पर यह अपनी बदहाली के चलते अधिक वेतन वाली नौकरियां सृजित नहीं कर सकती। कोलारैडो में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए 70 वर्षीय ट्रंप ने कहा, ‘हमारा देश डूब चुका है।’ उन्होंने कहा, ‘हम पर 20,000 अरब डॉलर का कर्ज है। लेकिन यह कहानी का केवल एक हिस्सा है। हम पर 100,000 अरब डॉलर की देनदारी है जिसके लिये वित्त की कोई व्यवस्था नहीं है। इतना ही नहीं हमारे पास जो बजट है वह सालाना घाटे के साथ नियंत्रण से बाहर है।’ ट्रंप ने कहा, ‘इसके अलावा हमारे नेताओं की अक्षमता के कारण सालाना आधार पर हमारा व्यापार घाटा काफी अधिक है। यह करीब 800 अरब डॉलर सालाना पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी की ढांचागत सुविधा खराब हो रही है, स्कूल बैठ रहे हैं, अपराध बढ़ रहा है, सेना का संकुचन हो रहा है, सीमाएं खुली हैं और अर्थव्यवस्था उच्च वेतन पर नौकरी सृजित नहीं कर सकती।
ट्रंप ने कहा, ‘हमारा देश विभाजित है तथा हर सप्ताह ऐसा जान पड़ता है कि हम और विभाजित होते जा रहे हैं। हमारी गलियों में हर महीने नस्ली हिंसा हो रही है।’ उन्होंने कहा, ‘यह वह अमेरिका नहीं है जो हमें सौंपा गया था और यह ऐसा अमेरिका नहीं है जो हम अपने बच्चे के लिये चाहते हैं। और निश्चित रूप से हम ऐसा अमेरिका आगे की संततियों को नहीं देना चाहते। लेकिन अगर हमने चीजें नहीं बदला तो यही अमेरिका हमारे पास होगा।’