ब्रसेल्स: अटारी सीमा के जरिये होने वाले भारत अफगान व्यापार को राजनीतिक कारणों से बाधित करने के लिए पाकिस्तान पर प्रहार करते हुए भारत ने आज ने कहा कि देशों को व्यापार एवं संस्कृति को बाधित करने हेतु दीवार नहीं बनना चाहिए क्योंकि ये लिखित इतिहास जितना ही पुराने हैं। विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने कहा कि आतंकवाद किसी सीमा को स्वीकार नहीं करता। उन्होंने कहा कि विकास के लिए शांति आवश्यक है, आतंकवाद विकास का विरोधी है। अफगानिस्तान पर ब्रसेल्स में एक बैठक को संबोधित करते हुए अकबर ने कहा, ‘अफगानिस्तान के खिलाफ जिस पैमाने पर आतंकवाद एवं हिंसा का प्रयोग किया गया, वह इतना अधिक है कि वह आसानी से परियोजना के क्रियान्वय, सहायता की सक्षम आपूर्ति, अर्थव्यवस्था में निवेश के त्वरित प्रवाह को अनुमति नहीं देता। इस अर्थव्यवस्था में विशाल संसाधन और निश्चित संभावनाएं हैं।’ उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय यदि अफगानिस्तान में स्थिरता और आर्थिक विकास चाहता है तो उसे सुरक्षा सुनिश्चित करनी चहिए। उन्होंने कहा कि हम बार बार इस बात को रेखांकित नहीं कर सकते हैं कि यह आवश्यक है। हमने अपने जोखिम पर इस दायित्व को छोड़ दिया है। अकबर ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के जरिये भारत आने वाले अफगान उत्पादों को अटारी सीमा पर विशेष सुविधा प्रदान की है। इस बैठक में अफगान राष्ट्रपति अशरफ गानी ने भी हिस्सा लिया।
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