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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना
संविधान की प्रस्तावना में भी संशोधन कर सकती है संसदः सुप्रीम कोर्ट

ढाका: बांग्लादेश और चीन ने अपने संबंधों को एक रणनीतिक साझेदारी का रूप देते हुए 27 समझौतों पर हस्ताक्षर किए जिनमें बुनियादी ढांचे से जुड़े ऋण एवं निवेश के करार शामिल हैं। चीनी राष्ट्रपति शी जिनफिंग और प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच बातचीत के बाद इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। शी ने हसीना के साथ अपनी बातचीत के बाद कहा, ‘हम चीन-बांग्लादेश के संबंधों को व्यापक सहयोग की ज्यादा करीबी साझेदारी से सामरिक सहयोग की साझेदारी तक ले जाने और उच्च स्तरीय आदान प्रदान एवं रणनीतिक संवाद बढ़ाने पर सहमत हुए ताकि हमारे द्विपक्षीय संबंध और उंचे स्तर पर आगे बढ़ते रहें।’ उन्होंने बांग्लादेश और चीन को ‘अच्छे पड़ोसी, अच्छे मित्र और अच्छे भागीदार’ बताया। शी ने कहा, ‘चीन-बांग्लादेश के संबंध अब एक नये ऐतिहासिक शुरूआती पड़ाव पर हैं और एक आशाजनक भविष्य की तरफ बढ़ रहे हैं। चीन ऐसे दोस्तों एवं भागीदारों की तरह आगे बढ़ने के लिए बांग्लादेश के साथ काम करने को तैयार है जो एक दूसरे पर भरोसा करें और एक दूसरे का सहयोग करें तथा वह चीन-बांग्लादेश रणनीतिक सहयोग साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए तैयार है।’ शी और हसीना के दिपक्षीय वार्ता के बाद दोनों देशों ने अलग-अलग परियोजनाओं से जुड़े 27 समझौतों पर हस्ताक्षर किए जिनमें 15 सहमति ज्ञापन और 12 ऋण एवं रूपरेखा समझौते शामिल हैं।

इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सेना ने आज (शुक्रवार) कहा कि वह भारत के किसी भी ‘दुस्साहस’ का माकूल जवाब देगी और उसने पीओके में लक्षित हमले के भारत के दावे को ‘अफवाह’ करार दिया। सेना प्रमुख राहील शरीफ की अध्यक्षता में हुई कोर कमांडर बैठक में पाकिस्तानी सेना ने भारत के रूख को कश्मीर से ‘ध्यान भटकाने का प्रयास’ करार दिया। सेना ने एक बयान में कहा, ‘भारत की ओर से कश्मीर से दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए अफवाह वाले लक्षित हमले का दावा किया गया। इसे खारिज करते हुए इस बैठक में संकल्प लिया गया कि दुस्साहस और गैर जिम्मेदाराना कार्रवाई के किसी भी प्रयास का माकूल जवाब दिया जाएगा।’ पाकिस्तानी सेना की ओर से यह प्रतिक्रिया उस वक्त आई है जब दो सप्ताह पहले भारत ने कहा था कि उसने 28 सितम्बर की देर रात पीओके में लक्षित हमले कर कई आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया है।

संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र के नवनियुक्त महासचिव एंटोनियो गुटेस ने विश्व की बड़ी समस्याओं के समाधान के लिए ‘संयोजक’ और ‘सेतु-निर्माता’ के रूप में कार्य करने का संकल्प जताया और मानवीय गरिमा, लैंगिक समानता की दिशा में काम करने और हिंसक कट्टरपंथियों के गठजोड़ एवं विद्वेष के खिलाफ लड़ने को अपनी प्राथमिकता बताया। गुटेस को 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सर्वसम्मति से बान की-मून का उत्तराधिकारी चुना और वह एक जनवरी, 2017 को संयुक्त राष्ट्र महासचिव का पद संभालेंगे। उनकी नियुक्ति पांच वर्ष के लिए हुई है। संयुक्त राष्ट्र के नौवें महासचिव के रूप में अपनी नियुक्ति के बाद महासभा को पहली बार संबोधित करते हुए गुटेस ने कहा, ‘मैं संयुक्त राष्ट्र से जुड़ी चुनौतियों एवं महासचिव की सीमाओं से भली-भांति वाकिफ हूं।’ गुतेस ने विश्व की समस्याओं के समाधान के लिहाज से विविधता की महत्ता का भी जिक्र किया। उन्होंने विश्व समुदाय का आह्वान करते हुए कहा कि ‘हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि एक तरफ हम आतंकवादी समूहों और हिंसक कट्टरंपथियों के गठजोड़ को तोड़ सकें और दूसरी तरफ लोक लुभावनवाद और विद्वेष के भाव को खत्म कर सकें।’ गुटेस ने कहा कि शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त के रूप में 10 वर्ष के अपने कार्यकाल में उन्होंने पृथ्वी के सबसे कमजोर लोगों की पीड़ा को अपनी आंखों से देखा है।

मॉस्को: रूस ने आज कहा कि पाकिस्तान के साथ उसके हालिया सैन्य अभ्यास ने रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन की अगले सप्ताह होने वाली भारत यात्रा की तैयारियों पर कोई असर नहीं डाला है। रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव के हवाले से रूस की सरकारी तास समाचार एजेंसी ने कहा, ‘भारतीय साझेदारों ने पाकिस्तान के साथ सैन्य अभ्यास को लेकर अपनी चिंता को किसी भी तरह राष्ट्रपति की यात्रा से नहीं जोड़ा।’ उनसे पूछा गया था कि भारत जिस क्षेत्र को विवादित मानता है, उसमें हाल ही में रूस और पाकिस्तान के सैन्य अभ्यास से क्या पुतिन की यात्रा की तैयारियों पर असर पड़ा है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन से पहले शनिवार को गोवा में वार्ता करेंगे। पुतिन के सहयोगी ने कहा कि द्विपक्षीय एजेंडे के अलावा रूसी और भारतीय नेता सीरिया, अफगानिस्तान और अन्य देशों में हालात पर चर्चा करेंगे और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर भी बात होगी। उन्होंने कहा कि पुतिन और मोदी परमाणु उर्जा इंजीनियरिंग में सहयोग और सैन्य-तकनीकी सहयोग पर भी विचार-विमर्श करेंगे। भारत ने रूस के साथ अपनी सालाना द्विपक्षीय शिखर-बैठक से पहले पाकिस्तान के साथ उसके संयुक्त सैन्य अभ्यास पर आपत्ति प्रकट की थी और कहा था कि आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले पाकिस्तान के साथ सैन्य अभ्यास से समस्याएं और बढ़ेंगी ही।

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