संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र के नवनियुक्त महासचिव एंटोनियो गुटेस ने विश्व की बड़ी समस्याओं के समाधान के लिए ‘संयोजक’ और ‘सेतु-निर्माता’ के रूप में कार्य करने का संकल्प जताया और मानवीय गरिमा, लैंगिक समानता की दिशा में काम करने और हिंसक कट्टरपंथियों के गठजोड़ एवं विद्वेष के खिलाफ लड़ने को अपनी प्राथमिकता बताया। गुटेस को 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सर्वसम्मति से बान की-मून का उत्तराधिकारी चुना और वह एक जनवरी, 2017 को संयुक्त राष्ट्र महासचिव का पद संभालेंगे। उनकी नियुक्ति पांच वर्ष के लिए हुई है। संयुक्त राष्ट्र के नौवें महासचिव के रूप में अपनी नियुक्ति के बाद महासभा को पहली बार संबोधित करते हुए गुटेस ने कहा, ‘मैं संयुक्त राष्ट्र से जुड़ी चुनौतियों एवं महासचिव की सीमाओं से भली-भांति वाकिफ हूं।’ गुतेस ने विश्व की समस्याओं के समाधान के लिहाज से विविधता की महत्ता का भी जिक्र किया। उन्होंने विश्व समुदाय का आह्वान करते हुए कहा कि ‘हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि एक तरफ हम आतंकवादी समूहों और हिंसक कट्टरंपथियों के गठजोड़ को तोड़ सकें और दूसरी तरफ लोक लुभावनवाद और विद्वेष के भाव को खत्म कर सकें।’ गुटेस ने कहा कि शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त के रूप में 10 वर्ष के अपने कार्यकाल में उन्होंने पृथ्वी के सबसे कमजोर लोगों की पीड़ा को अपनी आंखों से देखा है।
यूएन के अगले महासचिव एंटोनियो ने सेतु निर्माता के रूप में काम करने का संकल्प जताया
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