मॉस्को: रूस ने आज कहा कि पाकिस्तान के साथ उसके हालिया सैन्य अभ्यास ने रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन की अगले सप्ताह होने वाली भारत यात्रा की तैयारियों पर कोई असर नहीं डाला है। रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव के हवाले से रूस की सरकारी तास समाचार एजेंसी ने कहा, ‘भारतीय साझेदारों ने पाकिस्तान के साथ सैन्य अभ्यास को लेकर अपनी चिंता को किसी भी तरह राष्ट्रपति की यात्रा से नहीं जोड़ा।’ उनसे पूछा गया था कि भारत जिस क्षेत्र को विवादित मानता है, उसमें हाल ही में रूस और पाकिस्तान के सैन्य अभ्यास से क्या पुतिन की यात्रा की तैयारियों पर असर पड़ा है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन से पहले शनिवार को गोवा में वार्ता करेंगे। पुतिन के सहयोगी ने कहा कि द्विपक्षीय एजेंडे के अलावा रूसी और भारतीय नेता सीरिया, अफगानिस्तान और अन्य देशों में हालात पर चर्चा करेंगे और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर भी बात होगी। उन्होंने कहा कि पुतिन और मोदी परमाणु उर्जा इंजीनियरिंग में सहयोग और सैन्य-तकनीकी सहयोग पर भी विचार-विमर्श करेंगे। भारत ने रूस के साथ अपनी सालाना द्विपक्षीय शिखर-बैठक से पहले पाकिस्तान के साथ उसके संयुक्त सैन्य अभ्यास पर आपत्ति प्रकट की थी और कहा था कि आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले पाकिस्तान के साथ सैन्य अभ्यास से समस्याएं और बढ़ेंगी ही।
मॉस्को में भारतीय राजदूत पंकज सरन ने रूसी समाचार एजेंसी रिया नोवोस्ती को दिये साक्षात्कार में कहा था, ‘हमने रूसी पक्ष को अपने इन विचारों से अवगत करा दिया है कि आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले और राज्य की नीति के तौर पर उसका अनुसरण करने वाले देश पाकिस्तान के साथ सैन्य सहयोग गलत पहल है और इससे समस्याएं और बढ़ेंगी ही।’