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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

वाशिंगटन: विदेश मंत्री के रूप में निजी ईमेल सर्वर के इस्तेमाल के मामले में हिलेरी क्लिंटन के खिलाफ जांच फिर से शुरू करने के एफबीआई के निर्णय को राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक उम्मीदवार ने ‘अभूतपूर्व’ और ‘बेहद परेशान करने वाला’ बताया। गौरतलब है कि अमेरिकी चुनाव में अब महज एक सप्ताह के आसपास का समय शेष है। कुछ हालिया ईमेल के सामने आने के बाद एफबीआई निदेशक जेम्स कोमे ने पूरे तथ्य सामने लाने के लिए जांच को फिर से शुरू किया है, जिससे हिलेरी और उनका पूरा अभियान प्रभावित हुआ है। वहीं इस नये घटनाक्रम के बाद उनके प्रतिद्वंद्वी और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप इस मौके को भुनाने में लगे हैं। फ्लोरिडा में एक चुनावी रैली में हिलेरी ने कहा, ‘यह बहुत अजीब है। चुनाव से ठीक पहले बहुत कम सूचना के आधार पर इस तरह की चीजें करना बहुत अजीब है। वास्तव में यह अजीब नहीं, बल्कि अभूतपूर्व है।’ उन्होंने कहा, ‘यह बेहद परेशान करने वाला है क्योंकि मतदाता पूरी जानकारी प्राप्त करने के हकदार हैं।’ हिलेरी ने कोमे से तत्काल पूरे तथ्यों को जाहिर करने की मांग की और ट्रंप पर अभियान के आखिरी चरण में इस घटनाक्रम को लेकर ‘झूठ बोलने’ का आरोप लगाया।

रोम: इटली के मध्य हिस्से में आज तड़के 6.6 तीव्रता का जबर्दस्त भूकंप आया लेकिन किसी के हताहत के नुकसान की खबर नहीं है। भूकंप अंतरराष्ट्रीय समयानुसार छह बजकर 40 मिनट पर आया जिसे रोम से वेनिस तक महूसस किया गया। इसका केंद्र छोटे शहर नोर्सिया के उत्तर में छह किलोमीटर की दूरी पर था। महज चार दिन पहले मध्य इटली में 5.5 और 6.1 तीव्रता का भूकंप आया था। इस भूगर्भीय हलचल संभावित क्षेत्र में 24 अगस्त को एक बड़ा भूकंप आया था जिसमें करीब 300 लोगों की जान चली गयी थी। इसी हफ्ते के भूकंपों के बाद नोर्सिया, कास्टेलेसांटागेलो, प्रीसी और विस्सो जैसे शहरों में लोग भयभीत हैं और कई तो अपनी कारों में सोते हैं या तट पर चले जाते हैं।

न्यूयॉर्क: अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए उम्मीदवार राजा कृष्णमूर्ति ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप के व्यवहार को लेकर भारतीय-अमेरिकी बहुत चिंतित हैं जिन्होंने आव्रजकों और महिलाओं के प्रति अपमानजनक बातें कहकर राजनीतिक चर्चा में जहर घोल दिया है। कृष्णमूर्ति (42) आठवें कांग्रेशनल डिस्ट्रिक्ट इलिनोइस से चुनाव लड़ रहे हैं जिसके दायरे में पश्चिमी और उत्तर पश्चिमी शिकागो के उपनगरीय क्षेत्र आते हैं। उन्होंने मार्च में इलिनोइस में डेमोकेट्रिक पार्टी के कांग्रेशनल प्राइमरी में जीत दर्ज की थी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी उनका समर्थन किया है। ओबामा ने इस सप्ताह एक दुर्लभ वीडियो संदेश में कृष्णमूर्ति को अपना अच्छा मित्र करार दिया और अमेरिकियों से उनके लिए मतदान करने की अपील की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि जब उन्होंने अमेरिकी सीनेट का चुनाव लड़ा था तो कृष्णमूर्ति ने हर किसी के लिए काम करने वाली अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए विकास संबंधी विचार प्रदान करने में उनकी मदद की थी। अब राजा की योजनाएं छोटे व्यवसायों के तरक्की करने, पारिश्रमिक में वृद्धि करने आदि में मदद करेंगी। कृष्णमूर्ति ने कहा कि वह राष्ट्रपति, अन्य इकाइयों तथा यूनियनों का समर्थन पाकर गौरवान्वित महसूस करते हैं। उनके निर्वाचन क्षेत्र में भारतीय-अमेरिकी समुदाय की आबादी अच्छी-खासी है। कृष्णमूर्ति ने समुदाय के साथ अपनी चर्चा में कहा, ‘वह डोनाल्ड ट्रंप जैसे लोगों के व्यवहार को लेकर काफी चिंतित हैं जिन्होंने आव्रजकों, निशक्तजनों, महिलाओं, अन्य अल्पसंख्यकों तथा भूतपूर्व सैनिकों के प्रति अपमानजनक बातें कहकर राजनीतिक वार्ता को जहर घोल दिया है।’

नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को आतंकवादी करार देते हुए कहा कि वह उनके देश में भी बम विस्फोटों में संलिप्त रहा है। हालांकि उन्होंने साफ जवाब नहीं दिया कि पाकिस्तान क्यों चीन से अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के लिए नहीं कह रहा है। न्यूज नेशन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, मुशर्रफ ने टीवी चैनल से कहा कि चीन को क्यों शामिल किया जाए जब उसका उससे (अजहर) कुछ मतलब नहीं है। अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक प्रस्ताव लंबित है लेकिन चीन इसमें यह दावा करते हुए अड़चन डाल रहा कि उसे आतंकवादी साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं है। दिल्ली में आज उजागर हुए जासूसी के एक मामले जिसमें पाकिस्तान उच्च आयोग का एक कर्मचारी शामिल है, इस बारे में पूछे जाने पर पाकिस्तान के पूर्व सैन्य प्रमुख ने आरंभ में इसे नजरंदाज करते हुए कहा कि मैं इससे अवगत नहीं हूं। लेकिन साथ में जोड़ा अगर ऐसा है तो इसे बढ़ावा नहीं देना चाहिए। चैनल ने कहा कि मुशर्रफ ने पाकिस्तान सरकार के अंतरराष्ट्रीय मंच पर कूटनीतिक नाकामी को स्वीकार लिया। हालांकि उन्होंने कहा कि इसका ये मतलब नहीं कि पाकिस्तान को हल्के में लेना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि पाकिस्तान की प्रगति के लिए राजनीतिक नेतृत्व उपयुक्त है या सेना, मुशर्रफ ने कहा कि सेना जब सत्ता में रही है देश में विकास हुआ है।

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