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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

काठमांडो: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नेपाल की अपनी यात्रा को ‘तीर्थयात्रा’ बताते हुए शांति चाहने वाले भारत और नेपाल के लोगों के लिए पशुपतिनाथ मंदिर, वाराणसी और रामेश्वरम के महत्व को रेखांकित करते हुए दोनों देशों के बीच पुराने सांस्कृतिक संबंधों का उल्लेख किया। मुखर्जी का नागरिक अभिनंदन किया गया तथा काठमांडो के नगर निगम प्रमुख रूद्रसिंह तमांग ने शहर की चाबी उन्हें सौंपी। मुखर्जी ने आगंतुक पुस्तिका में लिखा कि काठमांडो न केवल नेपाल की राजनीतिक राजधानी बल्कि क्षेत्र के लोगों के लिए एक आध्यात्मिक केंद्र भी है। उन्होंने लिखा, ‘मैं विशेष तौर पर इस पवित्र शहर की एक बार फिर यात्रा कर प्रसन्न हूं। यह कहने की जरूरत नहीं कि मेरी पिछली यात्रा के बाद से काठमांडो में काफी विस्तार हुआ है। मैं काठमांडो मेट्रोपॉलिटन शहर कार्यालय को इसके लिए बधाई देता हूं कि उसने अपरिहार्य चुनौतियों के बावजूद इस तेजी से बढ़ते शहर का प्रबंधन करने में ऐसा समर्पण दिखाया है।’

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का कहना है कि नेशनल जियोग्राफिक पत्रिका के कवर पर ‘शरणार्थी लड़की’ के रूप में 1984 में सुखिर्यों में आयी एक अफगान महिला हिरासत में बीमार पड़ जाने के बाद अस्पताल में भर्ती करायी गयी है। मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने आज कहा कि शरबत गुल्ला का पेशावर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।वैसे उन्होंने उसका विवरण नही दिया लेकिन अधिकारियों का कहना है कि हरी आंखों वाली इस चर्चित अफगान महिला को फर्जी पाकिस्तानी पहचान पत्र रखने को लेकर गिरफ्तार किया गया। उसने आरोपों से इनकार किया है लेकिन पाकिस्तान की एक अदालत ने कल उसकी जमानत अर्जी खारिज कर दी थी।युद्ध संबंधी फोटो लेने वाले फोटोग्राफर स्टीव मैककरी द्वारा खींची गयी तस्वीर से गुल्ला चर्चित हो गयी थी। स्टीव को वर्ष 2002 में अफगानिस्तान में वह दुबारा मिली। वह वर्ष 2014 में पाकिस्तान में फिर सामने आयी लेकिन जब अधिकारियों ने उस पर फर्जी पहचानपत्र हासिल करने का आरोप लगाया तब वह छिप गयी।

लंदन: ब्रिटेन सरकार बिना संसदीय मंजूरी के आधिकारिक रूप से ब्रैक्जिट कार्यवाही शुरू करने के लिए अनुच्छेद 50 लगाने के अपने अधिकार को मिली कानूनी चुनौती की लड़ाई आज हार गयी जो प्रधानमंत्री थेरेसा मे के लिए एक झटका है। लंदन के हाईकोर्ट के तीन वरिष्ठ न्यायाधीशों ने व्यवस्था दी कि प्रधानमंत्री मे को लिस्बन संधि के अनुच्छेद 50 लगाने के लिए अपना विशेषाधिकार का इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने व्यवस्था दी कि संसद को इस पर मतदान करना ही होगा कि क्या ब्रिटेन यूरोपीय संघ छोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर सकता है या नहीं। इसका बिल्कुल मतलब यह है कि मे हाउस ऑफ कमंस के सांसदों की मंजूरी प्राप्त किए बगैर यूरोपीय संघ से औपचारिक वार्ता शुरू करने के लिए लिस्बन संधि का अनुच्छेद 50 नहीं लगा सकती। मे ने दलील दी थी कि 23 जून को ब्रैक्जिट के पक्ष में जनमत संग्रह और मंत्रीय अधिकार का मतलब है कि सांसदों को मतदान की जरूरत नहीं है लेकिन अभियानकर्ताओं की दलील थी कि यह असंवैधानिक है। सरकार ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट में अपील करेगी।

गोगजली (इराक): इस्लामिक स्टेट समूह के भगोड़ा नेता ने आज करीब एक वर्ष बाद अपनी चुप्पी तोड़ी जब मोसुल में इराकी सुरक्षा बल उसके नजदीक पहुंच गए हैं। उसने जिहादियों से अपील की कि अपनी पकड़ बनाए रखें। इराकी सुरक्षा बलों द्वारा मोसुल हासिल करने के लिए 17 अक्तूबर को व्यापक हमला करने के बाद अबु बकर अल बगदादी का यह पहला बयान है। दो वर्ष पहले उसे समूह का ‘खलीफा’ घोषित किया गया था। आईएस से जुड़े समूह द्वारा जारी बयान में बगदादी ने कहा, ‘पीछे मत हटो। सम्मान के साथ अपनी जमीन बचाए रखना शर्मिंदगी से पीछे हटने से हजार गुना ज्यादा अच्छा है।’ जिहादी लड़ाकों द्वारा जून 2014 में अफगानिस्तान के काफी इलाके पर कब्जा करने के बाद वह मोसुल में लोगों के सामने आया था और इराक और सीरिया में इस्लामिक ‘राज्य’ बनाने की घोषणा की थी। पिछले वर्ष से उसका क्षेत्र सिमटता जा रहा है और इस हफ्ते की शुरूआत में इराकी सुरक्षा बल मोसुल के बाहरी इलाके तक पहुंच गए जो इराक में जिहादियों का अंतिम बड़ा गढ़ है। अगर रिकॉर्डिंग वास्तविक है तो इसमें कहा गया है, ‘अल्लाह और उनके दूतों ने हमसे वादा किया है।’ यह दिसम्बर 2015 से बगदादी का पहला बयान है।

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