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बीजिंग: ताइवान के साथ बढ़ते तनाव के बीच चीन ने आज कहा कि वह पूरे दम-खम से ताइवान की आजादी का विरोध करेगा।चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग ने राष्ट्रीय जन सम्मेलन (एनपीसी) के वाषिर्क सत्र को पेश अपनी कार्य रिपोर्ट में कहा, ‘हम ताइवान पर अपनी कार्य रिपोर्ट की नीतियों को पूरी तरह लागू करेंगे और ‘एक चीन’ के उसूल को बुलंद करेंगे।’ चीनी प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बुलंद करेंगे और जलमार्ग के दोनों पार के रिश्तों के शांतिपूर्ण विकास को बनाए रखेंगे और शांति तथा स्थिरता की रक्षा करेंगे।’ क्विंग ने कहा, ‘चीन किसी भी रूप या नाम से ऐसी कोई गतिविधि बरदाश्त नहीं करेगा जो ताइवान को मुख्यभूमि से अलग करता हो।’ चीन ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इन टिप्पणियों पर एतराज जताया था जिसमें उन्होंने कहा था कि वह ‘एक चीन’ नीति पर मोल-तोल करेंगे। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने ट्रंप से तभी बात की थी जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्वीकार किया कि वह पूववर्ती अमेरिकी राष्ट्रपतियों की तरह ही ‘एक चीन नीति’ का पालन करेंगे।

वाशिंगटन: अमेरिका ने भारत को नस्लीय हमलों से जुड़ी घटनाओं के भारतीय पीड़ितों के लिए जल्द न्याय सुनिश्चित करने के वास्ते सभी एजेंसियों के साथ मिलकर काम करने का आश्वासन दिया। अमेरिका में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, अमेरिका सरकार की ओर से विदेश विभाग ने संवेदना प्रकट की। अमेरिका में भारतीय राजदूत नवतेज सरना ने हर्दिश पटेल और दीप राय से जुड़ी दुखद घटनाओं को लेकर अपनी गहरी चिंता प्रकट करने के लिए अमेरिका के विदेश विभाग से संपर्क किया था। नवतेज सरना ने ऐसी घटनाएं रोकने और भारतीय समुदाय की रक्षा की जरूरत पर बल दिया। पटेल मामले में काउंटी के शेरीफ ने संकेत दिया कि शायद यह हेट क्राइम आधारित अपराध न हो। भारतीय दूतावास के सूत्र ने कहा, हम उनके संपर्क में बने रहेंगे। अटलांटा में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने संबंधित परिवार से मिलने, संवेदना प्रकट करने और जरूरी सहायता पहुंचाने के लिए अपने एक अधिकारी को लगाया है। सूत्रों ने कहा कि वाणिज्य दूतावास गुजरात के प्रवासियों सहित सभी प्रवासी भारतीयों के संगठन के साथ भी संपर्क में है। भारतीय मूल के 43 वषीर्य पटेल की गुरुवार को अमेरिका में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

टोक्यो: जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने दावा किया है कि उत्तर कोरिया ने सोमवार सुबह चार बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है जिनमें से तीन तो जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में गिरी हैं। आबे ने कहा कि यह ताजा परीक्षण उत्तर कोरिया के उत्तेजक मिसाइल परीक्षणों की एक श्रृंखला में नवीनतम है। दूसरी तरफ दक्षिण कोरिया का भी कहना है कि उत्तर कोरिया ने सोमवार को एक अज्ञात मिसाइल छोड़ी है जो जापान के समंदर में गिरी है। दक्षिण कोरियाई सेना के अनुसार ये बैलिस्टिक मिसाइलें चीन से सटे उत्तरी कोरिया की सीमा के नजदीक टॉन्गचेंग-री इलाके से छोड़ी गयी हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने उत्तर कोरिया ने कहा था कि उन्होंने देश के शीर्ष नेता किम जोंग-उन की देखरेख में एक नए तरह के बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। यह अमेरिका के नये राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पदभार संभालने के बाद उत्तर कोरिया का पहला मिसाइल परीक्षण था। उत्तर कोरिया तब लगातार इस तरह के परीक्षण कर रहा है जब संयुक्त राष्ट्र ने उस पर मिसाइल और परमाणु तकनीक परीक्षण करने पर रोक लगाई हुयी है। जापानी अधिकारियों ने उत्तर कोरिया के इन ताजा मिसाइल परीक्षणों को गंभीर खतरा बताते हुए इसका पुरजोर विरोध करने की बात कही है।

बीजिंग: चीन की एक वरिष्ठ अधिकारी ने भारत और चीन के बीच संबंधों को ‘बेहद नजदीक’ करार देते हुए कहा कि दोनों देशों को अहम मुद्दों पर मतभेद दूर करने के लिए एक दूसरे की चिंताओं के प्रति ‘अधिक संवेदनशील’ होना चाहिए। चीन की संसद द नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) की प्रवक्ता फू यिंग ने भारत चीन संबंधों पर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘चीन-भारत संबंध काफी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।’ उन्होंने सोमवार से शुरू हो रहे एनपीसी के वार्षिक सत्र से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम काफी करीब हैं, हमारे नेता अक्सर मुलाकात करते हैं और हमने आतंकवाद निरोधक एंव अंतरराष्ट्रीय अपराध सहयोग तंत्र स्थापित किया है।’ उन्होंने कहा, ‘क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर दोनों देशों की सोच काफी मिलती जुलती है।' परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता, जैश-ए- मोहम्मद के आतंकवादी मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र आतंकवादी सूची में शामिल करने, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चीन पाकिस्तान अर्थिक गलियारा जैसे मामलों में भारत से मतभेद के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष बातचीत के जरिए इन्हें हल कर रहे हैं। फू ने कहा कि भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर की सह अध्यक्षता में बीजिंग में आयोजित सामरिक वार्ता मुद्दों के समाधान के लिए व्यापक है। उन्होंने कहा, ‘यकीनन कुछ मतभेद हैं, कुछ तो वर्षों से हैं। मैं चीन की चिंताओं को भी सुनती हूं।

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