लखनऊ: गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि अपराधिक प्रक्रिया सहिंता और भारतीय दंड संहिता के साथ शस्त्र कानून और नारकोटिक्स कानून में बड़ा बदलाव समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इन कानूनों को ब्रिटिश राज में भारतीयों पर शासन करने के लिए बनाया गया था जिन्हें सरकार पूरी तरह बदलने जा रही है। उन्होंने बदलाव के लिए सभी श्रेणी के पुलिसकर्मियों से सुझाव मांगे। लखनऊ में 47वें अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए गृहमंत्री ने पुलिस जवानों की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि पुलिस बल के बारे में आम लोगों की धारणा में परिवर्तन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक सुरक्षा के लिए अब तक 35 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों ने अपना बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे जवान शून्य से 43 डिग्री नीचे तापमान से लेकर 43 डिग्री तापमान जैसी कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार की प्रशंसा करते हुए अमित शाह ने कहा कि योगी सरकार ने कानून व्यवस्था की स्थिति में बड़ा सुधार किया है।
उन्होंने कहा कि आंतरिक सुरक्षा से कई मुद्दे जुड़े हुए हैं जिनका समाधान राज्य पुलिस और गृह मंत्रालय के बीच बेहतर सहयोग से ही किया जा सकता है।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत को 50 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है जिसे हासिल करने के रास्ते में कुछ तत्व बाधा पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसे विफल करना आवश्यक है। गृहमंत्री ने लेागों को सचेत करते हुए कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों में मतभेद पैदा करने के लिए देश के शत्रु साइबर हमले करने की कोशिश कर रहे हैं।