लखनऊ: उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने कहा है कि अगर सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड अयोध्या में 5 एकड़ जमीन नहीं लेता है तो वह उस पर दावा कर सकता है। शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने कहा कि उसका अयोध्या में 5 एकड़ जमीन पर जनहित में एक अस्पताल के निर्माण का प्लान है, जो राम के नाम पर होगा। यह अस्पताल समाज के सभी वर्गों के काम आएगा। यह बात बुधवार को शिया वक्फ बोर्ड की बैठक में तय की गई है। बैठक में चेयरमैन वसीम रिजवी ने अन्य सदस्यों को सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद के मुकदमे में शिया वक्फ बोर्ड की याचिका खारिज किए जाने की जानकारी दी।
अयोध्या निर्णय के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर नहीं करेगा शिया वक्फ बोर्ड
बैठक में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के 7 सदस्यों में से 5 सदस्य उपस्थित थे। इनमें अध्यक्ष वसीम रिजवी के अलावा मौलाना आजिम हुसैन, वली हैदर एडवोकेट, अशफाक हुसैन उर्फ जिया और सुश्री अफशां जैदी एडवोकेट शामिल हैं। बोर्ड ने सर्वसम्मति से फैसला लिया कि शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा पुनर्विचार याचिका दायर नहीं की जाएगी।
बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने बताया कि बोर्ड का मानना है कि जो भी फैसला सुप्रीम कोर्ट ने किया है वह अंतिम है और राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में किसी भी तरह की पुनर्विचार याचिका दायर करने से देश के हालात खराब हो सकते हैं।