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नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ मुस्लिम संगठनों का सोमवार (17 मार्च) को जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस विरोध प्रदर्शन में कई विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए हैं। इस धरने का आयोजन ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) की तरफ से किया जा रहा है, जिसमें बोर्ड के अलावा जमीयत उलेमा ए हिंद, जमात ए इस्लामी जैसे तमाम मुस्लिम संगठन भी शामिल हुए हैं। माना जा रहा है कि सरकार मौजूदा सत्र (बजट सत्र का दूसरा चरण) में यह विधेयक संसद में पेश कर सकती है। बोर्ड ने इस बात को दोहराया कि यह विधेयक पारित हुआ, तो राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा।

मुसलमानों की जमीन छीनना इनका मकसद: ओवैसी

दिल्ली के जंतर-मंतर पर हो रहे वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "नरेंद्र मोदी की हुकूमत वक्फ बिल को लेकर कानून बनाने की कोशिश कर रही है। मकसद एक ही है कि अमन को खराब किया जाए। पीएम का मकसद एक ही है मंदिर और मस्जिद के नाम पर लड़ते रहें।

नई दिल्ली: कांग्रेस ने विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट में भारत को दुनिया का पांचवां सबसे प्रदूषित देश बताए जाने के बाद रविवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए मांग की कि पिछले 10 वर्षों में पर्यावरण कानून में किए गए सभी 'जनविरोधी' संशोधनों को वापस लिया जाए।

कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने एक बयान में कहा कि स्विट्जरलैंड की वायु गुणवत्ता प्रौद्योगिकी कंपनी आईक्यूएआईआर ने हाल में अपनी विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट-2024 जारी की है, जिसमें पाया गया है कि भारत दुनिया का पांचवां सबसे प्रदूषित देश है। राज्यसभा सदस्य रमेश ने एक बयान में कहा कि रिपोर्ट के मुताबिक भारत में औसत सूक्ष्म पदार्थ कण (पीएम) का स्तर 50.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के पांच माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के वार्षिक मानक स्तर से 10 गुना अधिक है।

कांग्रेस नेता ने दावा किया कि रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के 100 सबसे प्रदूषित शहरों में से 74 भारत में हैं और राष्ट्रीय राजधानी नयी दिल्ली मेघालय के बर्नीहाट के बाद दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर है।

नई दिल्ली: कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि कई आर्थिक विश्लेषक और विशेषज्ञ अर्थव्यवस्था की स्थिति पर लगातार चिंता जता रहे हैं, आखिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन्हें कब सुनेंगे।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि एक पॉडकास्ट में "मार्सेलस इंवेस्टमेंट्स" के मुख्य निवेश अधिकारी सौरभ मुखर्जी ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर मंडरा रहे तीन बड़े खतरों की ओर संकेत किया है।

उन्होंने कहा कि महीनों से कांग्रेस इन खतरों के बारे में आगाह कर रही है।

उनके मुताबिक, मुखर्जी ने कहा है कि "कामकाजी भारतीयों की वास्तविक आय में ठहराव, जो एक दशक से भी अधिक समय से बना हुआ है, यह बेहद चिंताजनक है। खपत में बढ़ोतरी, जो पूरी तरह से ऋण विस्तार पर निर्भर है और इस कारण अत्यधिक अस्थिर है।"

रमेश ने कहा कि मुखर्जी ने बढ़ती आर्थिक असमानता की ओर भी संकेत दिया है, जिसमें अमीरों की संपत्ति तेज़ी से बढ़ रही है, जबकि मध्यम वर्ग की स्थिति जस की तस बनी हुई है।

नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम का आज जन्मदिवस है। इस मौके पर कांग्रेस पार्टी ने जिस तरह स्वर्गीय दलित नेता को याद किया है, उससे सियासी खेमों में कयासों का दौर शुरु हो गया है और राजनीतिक विश्लेषक इसे कांग्रेस की दलितों को आकर्षित कर अपना जनाधार बढ़ाने की कोशिश के तौर पर देख रहे हैं।

कांग्रेस के इस कदम को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि हाल ही में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अंदरूनी कलह से दोचार हुई है और इसके राजनीतिक आधार में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि, “समाज के दलित, वंचित, शोषित व पिछड़े वर्ग को भारतीय राजनीति की मुख्यधारा से जोड़ने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले, महान समाज सुधारक, मान्यवर कांशीराम जी की जयंती पर हम उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उन्होंने समानता और सामाजिक न्याय के पुरोधा के रूप में अपनी अमिट छाप छोड़ी है।“

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