ताज़ा खबरें
तेलंगाना में ओबीसी समुदाय को मिलेगा 42 फीसद आरक्षण: सीएम रेड्डी
अमृतसर में मंदिर पर ग्रेनेड हमला करने वाला पुलिस मुठभेड़ में मारा गया

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ मुस्लिम संगठनों का सोमवार (17 मार्च) को जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस विरोध प्रदर्शन में कई विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए हैं। इस धरने का आयोजन ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) की तरफ से किया जा रहा है, जिसमें बोर्ड के अलावा जमीयत उलेमा ए हिंद, जमात ए इस्लामी जैसे तमाम मुस्लिम संगठन भी शामिल हुए हैं। माना जा रहा है कि सरकार मौजूदा सत्र (बजट सत्र का दूसरा चरण) में यह विधेयक संसद में पेश कर सकती है। बोर्ड ने इस बात को दोहराया कि यह विधेयक पारित हुआ, तो राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा।

मुसलमानों की जमीन छीनना इनका मकसद: ओवैसी

दिल्ली के जंतर-मंतर पर हो रहे वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "नरेंद्र मोदी की हुकूमत वक्फ बिल को लेकर कानून बनाने की कोशिश कर रही है। मकसद एक ही है कि अमन को खराब किया जाए। पीएम का मकसद एक ही है मंदिर और मस्जिद के नाम पर लड़ते रहें।

उन्होंने कहा, पीएम ऐसे खत्म कर रहें है कि वक्फ बाय यूजर नहीं रहेगा। दिल्ली में 123 प्रॉपर्ट ऐसी हैं। डीएम सरकार के पक्ष में ही फैसला देगा। अगर ये कानून बनेगा तो संसद की मस्जिद के बाहर नोटिस लगाकर कह देंगे कि ये वक्फ प्रॉपर्टी नहीं है। इनका मकसद एक ही है कि मुसलमानों से मजहबी और सियासी पहचान छीन ली जाए, प्रॉपर्टी छीन ली जाए।"

कानून का मकसद समाज में द्वेष फैलाना: गौरव गोगोई

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, "हमारा देश भाईचारे पर चलेगा। जेपीसी की कमेटी में तानाशाही हुई। बार बार हम कहते थे कि कमेटी में संविधान के साथ संसद के नियमों के साथ नाइंसाफी हो रही है। इस कानून का उद्देश्य समाज में द्वेष फैलाना है।

आखिरी सांस तक इस बिल के खिलाफ लड़ेंगे: सपा

समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा, "अपने नेता अखिलेश यादव की ओर से यकीन दिलाने आया हूं कि सपा आखिरी सांस तक इस बिल के खिलाफ लड़ेगी। जहां जहां ये बिल जाएगा हम वहां वहां लड़ेंगे। हमें जितनी कुर्बानी देनी पड़े, लेकिन हम इस बिल को पास नहीं होने देंगे। आपकी दुआओं से हम ऐसी स्थिति में है कि अगर जबरदस्ती बिल लाया गया तो संसद को चैन से नहीं चलने देंगे। सरकार को पता है कि रेल और रक्षा के बाद वक्फ के पास सबसे ज्यादा जमीन है। देश में मुसलमान भाई पर हमला कर रहें हैं। अखिलेश यादव की ओर से यकीन दिलाता हूं कि हर स्तर का संघर्ष करेंगेै।"

जंतर-मंतर पर हिंदू कार्यकर्ताओं का भी प्रदर्शन

एआईएमपीबीएल की ओर से वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 को खारिज किए जाने के खिलाफ जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करते हुए मेरठ के हिंदू कार्यकर्ता सचिन सिरोही ने कहा कि देश संविधान से चलेगा। विपक्ष यह क्या ड्रामा कर रहा है? उन्हें सरकार की बात सुननी चाहिए। हमें उम्मीद है कि पीएम मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी जी यह कानून लाएंगे।"

जंतर-मंतर पर वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर बीजेपी नेता प्रदीप भंडारी ने कहा, "ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने साबित कर दिया है कि वह कांग्रेस की बी टीम है और यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह भारत की एकता और अखंडता के लिए खतरा है। वक्फ (संशोधन) अधिनियम किसानों, गरीब मुसलमानों और दलितों के अधिकारों और बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को लागू करने के बारे में है। सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है कि सड़क पर धरना देना असंवैधानिक है और कानून किसी भी असंवैधानिक काम से कानूनी रूप से निपटेगा।"

हमारे लिए मोहब्बत के दरवाजे बंद हुए: एआईएमपीएलबी

ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के सेक्रेटरी तालिब रहमानी ने कहा, "पीएम ने कहा था कि ईद के दिन उनके घर खाना नहीं बनता था। पीएम साहब हम आज भी आपके लिए शुद्ध शाकाहारी भोजन भेजने के लिए तैयार हैं। हमारे किचन आज भी बंद नहीं हुए हैं लेकिन हमारे लिए आप की तरफ से मोहब्बत का दरवाजा बंद हो गया है। हिंदुस्तान को बांग्लादेश की हसीना अच्छी लगती है लेकिन हिंदुस्तान का हुसैन अच्छा नहीं लगता।"

हमारी आवाम अपने मसले पर फैसला करेगी: सलमान खुर्शीद

वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर पर हो रहे प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद भी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा, हमारी कौम ने देश के लिए कुर्बानी दी है. हमारा देश एकता का नमूना था। अब तहजीबी पहचान पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है। उत्तराखंड में यूसीसी पर भी सवाल उठा है। हमको हमारे ईमान पर जीने दीजिए। सरकार ने हमारी बात को समझा नहीं। हमारी आवाम अपने मसले का फैसला करेगी, आप दखल मत दें. संविधान हमारा साथ देगा।

इसका परिणाम बहुत बुरा होगा: बीजेडी

बीजेडी सांसद मोहिबुल्ला खान ने कहा, "हमारे सुझाव को जेपीसी ने माना नहीं। क्यों मुसलमानों के धर्म में ही घुसना चाहते हैं। हमारे धर्म में घुसने की क्या जरूरत है। हमारी कौम के अंदर जो केंद्र सरकार घुसने की कोशिश कर रहा है इसका परिणाम बहुत बुरा होगा। आप लोग आग से खेल रहें हैं। अल्लाह की लाठी में आवाज नहीं होती है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख