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नई दिल्ली: इसरो ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से अपने पांचवें नेविगेशन सैटेलाइट आईआरएनएसएस-1ई का सफलता पूर्वक प्रक्षेपण कर दिया है। यह प्रक्षेपण बुधवार सुबह किया गया।आईआरएनएसएस-1ई भारत की आईआरएनएसएस अंतरिक्ष प्रणाली के लिए प्रक्षेपित किए जाने वाले सात उपग्रहों में से पांचवा उपग्रह है। पांचवें दिशासूचक उपग्रह आईआरएनएसएस-1ई को ले जा रहे भारत के पीएसएलवी-सी31 रॉकेट ने श्रीहरिकोटा से उड़ान भरी। यह इस साल इसरो का पहला रॉकेट प्रक्षेपण हैं। श्रीहरिकोटा से आज सुबह (बुधवार) 9:31 बजे ‘आईआरएनएसएस-1ई’ का प्रक्षेपण किया गया। ‘आईआरएनएसएस-1ई’ आईआरएनएसएस अंतरिक्ष प्रणाली के सात उपग्रहों में से पांचवां नेविगेशन उपग्रह है।

नई दिल्ली: पठानकोट आतंकी हमले की अपनी जांच के सिलसिले में एनआईए ने मंगलवार को पंजाब पुलिस के अधिकारी सलविंदर सिंह की पोलीग्राफ जांच (लाई डिटेक्‍टर टेस्‍ट) की। समझा जाता है कि एनआईए को सलविंदर से इस घटनाक्रम और आतंकी हमले के बारे में अहम सुराग मिले होंगे। सलविंदर सिंह के बयानों में कथित भिन्नता को देखते हुए एजेंसी ने उनका पोलीग्राफ परीक्षण किया है। पठानकोट हमले को लेकर सलविंदर सिंह का यह टेस्‍ट दिल्‍ली के एनआईए दफ्तर में आज किया गया। गौर हो कि एनआईए की एक विशेष अदालत ने सिंह का पोलीग्राफ यानी लाई डिटेक्टर (झूठ पकड़ने वाली मशीन) परीक्षण कराने की सोमवार को अनुमति दे दी थी। सिंह अभी 75वीं पंजाब सशस्त्र पुलिस के सहायक कमांडेंट के पद पर तैनात हैं।

नई दिल्ली: हैदराबाद में दलित शोधार्थी रोहित एमुला की कथित आत्महत्या को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज (मंगलवार) आरोप लगाया कि कुलपतियों का चयन भाजपा आरएसएस द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने छात्र शाखाओं से ‘सांप्रदायिक ताकतों’ से लड़ने के लिए एकजुट होने को भी कहा। कांग्रेस महासचिव ने ट्वीट की एक श्रृंखला में कहा ‘यह तो केवल शुरूआत है। कुलपतियों का चयन भाजपा आरएसएस द्वारा किया जा रहा है। शिक्षा के बजाय उनकी रूचि एबीवीपी को बढ़ावा देने में है। सभी छात्र शाखाओं को परिसर में सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिए एक साथ आना चाहिए।’

नई दिल्ली: एक स्थानीय अदालत ने सोमवार को पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सलविंदर सिंह पर लाई-डिटेक्टर परीक्षण करने की इजाजत दे दी। इस परीक्षण के जरिए झूठ पकड़ा जाता है। पठानकोट आतंकवादी हमला मामले में सलविंदर सिंह बार-बार अपना बयान बदलते रहे हैं। सलविंदर के साथ एनआईए का दल जिला न्यायाधीश अमरनाथ की अदालत में आया और उन पर लाई-डिटेक्टर परीक्षण करने के लिए अदालत की अनुमति लेने के इरादे से आवेदन दाखिल किया। अदालत के सूत्रों के अनुसार एनआईए ने चैंबर में हुई सुनवाई में न्यायाधीश को बताया गया कि पूछताछ के दौरान सलविंदर के बयानों में विसंगतियां हैं, इसलिए परीक्षण करने की अनुमति दी जा सकती है।

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