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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: जीएसटी परिषद ने सोने और कुछ अन्य वस्तुओं पर टैक्स की दरें तय कर दी हैं. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी परिषद की बैठक के बाद बताया कि सोने पर 3 प्रतिशत जीएसटी लगेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि टैक्स की इस दर से सोने की कीमतों पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। अभी सोने पर करीब 2 फीसदी टैक्स 1 फीसदी एक्साइज ड्यूटी और 1 फीसदी वैट (वैल्यू एडेड टैक्स) लगता है। हालांकि कुछ राज्यों में वैट की दर थोड़ी अधिक है। जेटली ने कहा कि जीएसटी के तहत पैकिंग वाले खाद्य उत्पादों पर 5 प्रतिशत की दर से कर लगेगा। बिस्कुट पर 18 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगेगा। बीड़ी पर 28 प्रतिशत टैक्स लगेगा, लेकिन इस पर कोई उपकर नहीं लगेगा। वित्त मंत्री ने कहा कि तेंदू पत्ते पर 18 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगेगा। जीएसटी के तहत सोलर पैनल पर पांच प्रतिशत कर लगेगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी परिषद मुनाफा-रोधी उपबंध से जुड़ी शिकायतों पर विचार के लिए समिति गठित करेगी। जीएसटी परिषद ने जीएसटी व्यवस्था के तहत रिटर्न भरने और बदलाव के दौर से गुजरने संबंधी तमाम नियमों सहित सभी लंबित नियमों को मंजूरी दे दी।

सेंट पीटर्सबर्ग (रूस): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक निवेशकों को भारत में निवेश का शुक्रवार को निमंत्रण दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में आने वाले निवेशकों के लिए देश में राजनीतिक स्थिरता और एक जीवंत न्यायिक प्रणाली की सुरक्षा तथा 120 करोड़ लोगों के बाजार में कृषि से लेकर रक्षा क्षेत्र में निवेश के व्यापक अवसर उपलब्ध हैं। मोदी ने सेंट पीटर्सबर्ग अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच (एसपीआईईएफ) में दुनिया भर से पहुंचे प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में असीम संभावनाएं हैं। आप जिस क्षेत्र में व्यापार करना चाहते हैं, आप उद्यम लगा सकते हैं। यह पहला मौका है जब भारतीय प्रधानमंत्री एसपीआईईएफ मंच में भाग ले रहे हैं। यह बैठक रूस का दूसरा सबसे बड़ा शहर तथा राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के गहनगर सेंट पीटर्सबर्ग में सालाना होती है। मोदी से पहले अपने संबोधन में पुतिन ने निवेशकों के लिये रूस को बेहतर गंतव्य बताया और अपने युवाओं के प्रौद्योगिकी में निपुणता को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की यात्रा बुनियादी ढांचा, कषि, विनिमार्ण और सेवा में निवेश पर आधारित विकासशील भारत की ओर है। मोदी ने कहा कि 50 शहरों में मेट्रो की जरूरत है, 500 शहरों में कचरा प्रबंधन तथा पेय जल की जरूरत हैं इसके अलावा भारत में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है।

बेंगलुर: इन्फोसिस के सह संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति ने कहा है कि आईटी कंपनियां युवा पेशेवरों की नौकरियों का संरक्षण कर सकती है, लेकिन इसके लिए वरिष्ठ कार्यकारियों को अपने वेतन में कटौती करनी होगी। उन्होंने कहा कि उद्योग ने पूर्व में भी कई बार इस तरह के मुद्दों का सामना किया है। मूर्ति ने कहा कि उन्हें इसमें कोई शक नहीं है कि उद्योग के सभी लोगों की छंटनी की समस्या को हल करने की अच्छी मंशा है। उन्होंने एक टीवी चैनल से कहा कि इस उद्योग में कई प्रखर नेता हैं। मुझे इस बात में कोई शक नहीं है कि वे अच्छी मंशा वाले लोग हैं जो समस्या का हल ढूंढ़ सकते हैं। मूर्ति ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जबकि उद्योग को छंटनी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसके लेकर बहुत अधिक बेचैन होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि पूर्व में भी उद्योग ने इस तरह की समस्या को हल किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में कई बार ऐसा हो चुका है। 2008 और 2001 में भी ऐसा ही हुआ था। यह कोई नई चीज नहीं है। ऐसे में बहुत अधिक बेचैन होने की जरूरत नहीं है। पूर्व में भी इस तरह की समस्याओं को हल किया गया है।

सेंट पीटर्सबर्ग: चार यूरोपीय देशों की यात्रा के बीच तीसरे चरण मे सेंट पीटर्सबर्ग पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु में कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र की अंतिम दो इकाइयों पर रूस के साथ बहुप्रतीक्षित समझौते को अंतिम रूप दिया। मॉस्को की ही मदद से लगनेवाले इस संयंत्र में शुरुआती अवरोध थे जिससे उबरते हुए दोनों देश इस समझौते तक पहुंचे हैं। कुडनकुलम परमाणु संयंत्र की इकाइयों- पांच और छह के लिए जनरल फ्रेमवर्क एग्रीमेंट (जीएफए) और ऋण सहायता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन की वार्षिक शिखर-वार्ता का सबसे प्रमुख परिणाम माना जा रहा है। रिएक्टरों का निर्माण भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) और रूस के परमाणु संस्थानों की नियामक इकाई रोसाटॉम की सहायक कंपनी एस्टोमस्ट्रॉयेएक्सपोर्ट करेंगे। दोनों इकाइयों की उत्पादन क्षमता एक-एक हजार मेगावाट है। ‘21वीं सदी के दृष्टिपत्र’ शीर्षक वाले दस्तावेज में कहा गया है कि भारत और रूस की अर्थव्यवस्थाएं ऊर्जा के क्षेत्र में एक-दूसरे की पूरक हैं और दोनों देश एक ऊर्जा सेतु बनाने की दिशा में काम करेंगे। इसमें कहा गया है कि परमाणु ऊर्जा, परमाणु ईंधन चक्र और परमाणु विज्ञान और प्रौद्योगिकी समेत व्यापक परिप्रेक्ष्य में भारत-रूस सहयोग का भविष्य उज्ज्वल है।

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