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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: कोयला, कच्चा तेल तथा सीमेंट उत्पादन में गिरावट के चलते आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर अप्रैल में घटकर 2.5 प्रतिशत रही। इन उद्योगों ने पिछले साल अप्रैल में 8.7 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की थी। इनमें कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली उद्योग शामिल हैं। बुधवार को सरकारी आंकड़ों के अनुसार कोयला, कच्चा तेल तथा सीमेंट उत्पादन में क्रमश: 3.8 प्रतिशत, 0.6 प्रतिशत तथा 3.7 प्रतिशत की गिरावट आई। प्रमुख क्षेत्रों में धीमी वृद्धि से औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर भी असर पड़ेगा, क्योंकि कुल औद्योगिक उत्पादन में इन क्षेत्रों का योगदान करीब 41 प्रतिशत है। रिफाइनरी उत्पाद तथा बिजली उत्पादन की वृद्धि दर अप्रैल में कम होकर क्रमश: 0.2 प्रतिशत और 4.7 प्रतिशत रही जो पिछले साल इसी माह में क्रमश: 19.1 प्रतिशत तथा 14.5 प्रतिशत थी। हालांकि प्राकृतिक गैस, उर्वरक और इस्पात क्षेत्र में क्रमश: 2 प्रतिशत, 6.2 प्रतिशत तथा 9.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आठ बुनियादी उद्योग के सूचकांक का आधार वर्ष संशोधित कर 2004-05 से 2011-12 किया गया है। बयान के अनुसार यह आईआईपी के नये आधार वर्ष में बदलाव के अनुरूप है।

इसमें उद्योग की संख्या उतनी है जितनी कि 2004-05 की श्रृंखला में थी।

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