ताज़ा खबरें
संभल हिंसा: सपा सांसद बर्क और पार्टी विधायक के बेटे पर मुकदमा
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा:अब तक 4 लोगों की मौत
निज्जर हत्याकांड: कनाडा में चार भारतीयों के खिलाफ सीधे होगा ट्रायल

न्यूयॉर्क: अमेरिका ने कहा है कि वह पाकिस्तान पर उसकी सीमा के अंदर पनाह लेने वाले आतंकवादी समूहों से निपटने में ‘अतिरिक्त कदम’ उठाने के लिए दबाव डालेगा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दों को सुलझाने में अमेरिका से मदद मांगी थी, जिसके कुछ घंटे बाद अमेरिका का यह बयान सामने आया है। शरीफ ने अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी से कल मुलाकात कर कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघनों एवं हिंसा का मुद्दा उठाया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71वें सत्र से इतर शहर में केरी के साथ शरीफ की यह पहली द्विपक्षीय बैठक थी और इस बातचीत में कश्मीर का प्रमुखता से जिक्र किया गया था। केरी और शरीफ के बीच द्विपक्षीय बातचीत के तुरंत बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता मार्क टोनर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आतंकवादी समूहों के साथ प्रभावी तरीके से निपटने में अमेरिका पाकिस्तान की ओर से अधिक प्रगति देखना चाहता है। न्यूयार्क फॉरेन प्रेस सेंटर में टोनर ने संवाददाताओं को बताया कि ‘जाहिर तौर पर अमेरिका-पाकिस्तान के रिश्ते बेहद अहम हैं।’ शरीफ और केरी की मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ना सिर्फ द्विपक्षीय एजेंडा बल्कि क्षेत्रीय एजेंडा में भी बहुत कुछ शामिल है। टोनर ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच पाकिस्तान की ओर से आर्थिक सुधार को लेकर जारी प्रयासों पर चर्चा होने की संभावना है,

संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासभा में कल यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के संबोधन में कश्मीर मामला छाया करेगा। महासभा की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब उरी में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत एवं पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा की आम बहस आज शुरू होगी और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा इस 71वें सत्र में कमांडर इन चीफ के रूप में अंतिम बार शामिल होंगे। शरीफ कल सुबह के सत्र में संयुक्त राष्ट्र महासभा मंच से विश्व के नेताओं को संबोधित करेंगे। पाकिस्तान ने पहले के वर्षों में भी महासभा की उच्चस्तरीय बैठकों और संयुक्त राष्ट्र के अन्य मंचों पर कश्मीर मुद्दा उठाया है। ऐसा प्रतीत होता है कि शरीफ महासभा में इस बार कश्मीर पर और अधिक आक्रामक रख अपनाने वाले हैं। उन्होंने इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाने का पाकिस्तान में संकल्प लिया था और भारत पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया था। शरीफ ने पिछले सप्ताह आरोप लगाया था कि कश्मीर में अत्याचार अत्यधिक बढ़ गया है। उन्होंने कहा था, ‘पाकिस्तान कश्मीर के लोगों को नैतिक, कूटनीतिक एवं राजनीतिक समर्थन मुहैया कराना जारी रखेगा।’ शरीफ ने पिछले साल महासभा में कश्मीर का मुद्दा उठाया था और कश्मीर पर भारत के साथ चार सूत्री शांति पहल का प्रस्ताव रखा था। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अपने संबोधन में कहा था कि भारत को चार बिंदुओं की आवश्यकता नहीं है बल्कि केवल एक बिंदु की जरूरत है कि पाकिस्तान को ‘आतंकवाद त्याग देना चाहिए और बैठकर बात करनी चाहिए।’

अलेप्पो: सीरिया के अलेप्पो प्रांत में वहां के लोगों को राहत सामग्री पहुंचा रहे एक काफिले पर घातक हवाई हमला हुआ है जिसमें 12 लोग मारे गए। सीरिया की सेना के सप्ताह भर लंबे संघर्ष विराम को खत्म करने की घोषणा के कुछ देर बाद यह हमला हुआ। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि 31 वाहनों के काफिले में कम से कम 18 ट्रकों को नष्ट कर दिया गया। ये वाहन मानवीय सहायता पहुंचाने ओरूम अल कुब्रा शहर जा रहे थे। मानवाधिकारों के लिए सीरियन आब्जरवेटरी ने बताया कि 12 रेड क्रीसेंट स्वयंसेवी और चालक हमले में मारे गए जबकि संयुक्त राष्ट्र सहायता प्रमुख स्टीफन ओ ब्रेन ने बताया कि शुरूआती रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि कई लोग मारे गए हैं या गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हालांकि इसने यह पुष्टि नहीं की कि इसके लिए जिम्मेदार विमान सीरियाई थे या रूसी। गौरतलब है कि कल रात संघर्ष विराम खत्म हो गया क्योंकि अलेप्पो शहर और आसपास के प्रांत में बमबारी हुई। आब्जरवेटरी ने बताया कि कुल 36 लोगों की क्षेत्र में हुई हिंसा में मौत हुई है। सीरिया की सेना ने कल संघर्ष विराम खत्म करने की घोषणा करते हुए विद्रोहियों पर 300 से अधिक उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। संघर्ष विराम 12 सितंबर को लागू हुआ था।

वॉशिंगटन: शीर्ष अमेरिकी सांसदों ने जम्मू्-कश्मीर के उरी में एक सैन्य शिविर पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए हमलावरों को न्याय के दायरे में लाए जाने की अपील की है। इस हमले में 18 जवान शहीद हो गए हैं। ‘सीनेट इंडिया कॉकस’ के सह अध्यक्ष डेमोक्रेटिक सीनेटर मार्क वार्नर ने कहा, ‘मैं जम्मू कश्मीर के उरी में भारतीय सैन्य शिविर पर हुए भीषण आतंकवादी हमले की निंदा करता हूं जिसके कारण 18 भारतीय जवानों की जान चली गई। इस कायराना कृत्य को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए।’ वार्नर ने कहा, ‘मैं हमले में जान गंवाने वाले जवानों के परिजन एवं उनके मित्रों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं।’ रिपब्लिकन सीनेटर टॉम कॉटन ने कहा कि भारतीय सेना के जवानों पर भोर से पहले जब हमला हुआ तब वे सो रहे थे। यह एक कायराना कृत्य है जिसकी कड़े से कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मैं भारत सरकार एवं मृतकों के परिजन के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं।’ कॉटन ने कहा, ‘कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद के खतरे से हमारे लोकतंत्रों की रक्षा करने में अमेरिका और भारत दोनों का अहम साझा हित है। हमारे दोनों देशों को सुरक्षा साझेदारी गहरी करने के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध होना चाहिए ताकि कट्टरपंथी जिहादियों को हराया जा सके और क्षेत्र की स्थिरता कायम रखी जा सके।’ ‘हाउस कमेटी ऑन रूल्स’ के अध्यक्ष पीटर सेशंस ने कहा, ‘मैं भारत में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हम आतंकवाद के खिलाफ मिलकर जो लड़ाई लड़ रहे हैं, उस पर इन हमलों का असर नहीं पड़ने देंगे।’

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख