संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासभा में कल यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के संबोधन में कश्मीर मामला छाया करेगा। महासभा की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब उरी में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत एवं पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा की आम बहस आज शुरू होगी और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा इस 71वें सत्र में कमांडर इन चीफ के रूप में अंतिम बार शामिल होंगे। शरीफ कल सुबह के सत्र में संयुक्त राष्ट्र महासभा मंच से विश्व के नेताओं को संबोधित करेंगे। पाकिस्तान ने पहले के वर्षों में भी महासभा की उच्चस्तरीय बैठकों और संयुक्त राष्ट्र के अन्य मंचों पर कश्मीर मुद्दा उठाया है। ऐसा प्रतीत होता है कि शरीफ महासभा में इस बार कश्मीर पर और अधिक आक्रामक रख अपनाने वाले हैं। उन्होंने इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाने का पाकिस्तान में संकल्प लिया था और भारत पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया था। शरीफ ने पिछले सप्ताह आरोप लगाया था कि कश्मीर में अत्याचार अत्यधिक बढ़ गया है। उन्होंने कहा था, ‘पाकिस्तान कश्मीर के लोगों को नैतिक, कूटनीतिक एवं राजनीतिक समर्थन मुहैया कराना जारी रखेगा।’ शरीफ ने पिछले साल महासभा में कश्मीर का मुद्दा उठाया था और कश्मीर पर भारत के साथ चार सूत्री शांति पहल का प्रस्ताव रखा था। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अपने संबोधन में कहा था कि भारत को चार बिंदुओं की आवश्यकता नहीं है बल्कि केवल एक बिंदु की जरूरत है कि पाकिस्तान को ‘आतंकवाद त्याग देना चाहिए और बैठकर बात करनी चाहिए।’
संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र ऐसे समय में आयोजित हो रहा है जब उरी में आतंकवादी हमले के कारण दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। भारी हथियारों से लैस चार आतंकवादियों ने गत रविवार को तड़के भारतीय सेना के बटालियन मुख्यालय पर हमला किया था जिसके कारण 18 जवान शहीद हो गए और 19 अन्य घायल हो गए। सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) रणबीर सिंह ने कहा है कि आतंकवादियों के पास कुछ सामान था जो उनकी पाकिस्तानी पहचान की पुष्टि करता है। सुषमा 26 सितंबर को महासभा को संबोधित करेंगी और ऐसी संभावना है कि वह कश्मीर पर शरीफ की बयानबाजी को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देंगी।