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मास्को: यूक्रेन और रूसी सेना में घमासान के बीच एक राहत भरी खबर आई है। यूक्रेन सरकार ने रूस के साथ उसके समर्थक देश बेलारूस में बातचीत का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेवेंस्की ने रूस से बातचीत से इंकार कर दिया था। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर उस देश में वार्ता कैसे हो सकती है, जहां से उन पर हमला किया गया हो। बेलारूस भी यूक्रेन की तरह रूस का पड़ोसी देश है और वो लगातार रूस का समर्थन करता रहा है। पश्चिमी देशों ने रूस के साथ हमले में समर्थन देने वाले बेलारूस पर भी प्रतिबंध लगाए हैं। यूक्रेन पहले तुर्की, पोलैंड समेत कई अन्य देशों में वार्ता का विकल्प पेश कर रहा था। इस पर रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने चेताया भी था कि यूक्रेन वार्ता की संभावनाओं को खत्म करने का प्रयास कर रहा है। पुतिन ने कथित तौर पर अपनी परमाणु हथियारों के संचालन से जुड़ी सैन्य टुकड़ी को भी अलर्ट पर रहने को कहा है।

रूस ने बातचीत का यह न्योता ऐसे वक्त दिया है, जब अमेरिका और पश्चिमी देशों ने उस पर आर्थिक प्रतिबंध तो थोपे ही हैं, साथ ही यूक्रेन को सैन्य मदद देने का निर्णय़ भी लिया है।

कीव: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का आज चौथा दिन है। रूसी सैनिक यूक्रेन के कई शहरों में घुस गए हैं। यूक्रेन के खार्किव शहर के क्षेत्रीय गवर्नर ने कहा कि यूक्रेन के पूर्वोत्तर शहर खार्किव की सड़कों पर रविवार को यूक्रेनी सेना ने रूसी सैनिकों से लड़ाई की। गवर्नर ओलेह सिनेगुबोव ने कहा कि रूसी दुश्मन के हल्के सैन्य वाहन शहर के केंद्र सहित पूरे खार्किव में घुस गए हैं। साथ ही कहा कि यूक्रेन के सशस्त्र बल रूसी सैनिकों का जमकर मुकाबला कर रहे हैं। हम अपने नागरिकों को घर से बाहर नहीं निकलने की अपील कर रहे हैं।

खार्किव में सड़क पर रूस और यूक्रेनी सेना के बीच जारी जंग में यूक्रेन को बड़ी सफलता मिली है। देश के दूसरे सबसे बड़े शहर में रूसी सैनिकों के साथ सड़क पर लड़ाई के बाद यूक्रेनी बलों ने खार्किव पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया है। यह जानकारी स्थानीय गवर्नर के हवाले से मीडिया रिर्पोटस में दी गयी है।

यूक्रेन ने रूस के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) जाने का फैसला किया है।

वाशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर निशाना साधा है और कहा है कि समस्या यह नहीं है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन बहुत स्मार्ट हैं बल्कि हमारे नेता बेवकूफ हैं। राजनीतिक निर्वासन में रह रहे ट्रंप ने यूक्रेन संकट के बहाने बाइडेन और नाटो पर आक्रमण कर शनिवार को लाइमलाइट में आ गए। उन्होंने अपने झूठे दावों को फिर दोहराया कि 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में वोटों की चोरी की गई थी।

फ़्लोरिडा के ऑरलैंडो में सालाना कंज़र्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस में 86 मिनट तक बोलते हुए पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प ने अपनी कई पसंदीदा पंक्तियों को दोहराते हुए खूब तालियां बटोरीं। इस दौरान उन्होंने अपने खिलाफ "कट्टरपंथी वाम" दल पर हमला भी बोला। यूक्रेन की राजधानी कीव में बड़े पैमाने पर हुए विस्फोटों से चमक रहे आसमान के बीच ट्रंप ने जहां यूक्रेन पर रूस के हमले के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की कमजोरी को जिम्मेदार ठहराया, वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बुद्धि की प्रशंसा की।

मास्को/कीव: रूस-यूक्रेन के छिड़ी जंग का आज चौथा दिन है। कीव पर कब्जे के लिए रूस ने हमले और भी ज्यादा तेज कर दिए हैं। रूसी हमलों में अब तक सैंकड़ों नागरिकों के मारे जाने की खबर है। उधर, रूस के सेंट्रल बैंक पर अमेरिका, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन ने प्रतिबंध लगा दिया है। जर्मनी ने रूसी विमानों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है।

यूक्रेन में जंग छेड़ चुका रूस एक बार फिर से बातचीत के लिए तैयार है। रूस ने खुद यूक्रेन से वार्ता की पेशकश की है। इसके लिए रूसी प्रतिनिधमंडल को बेलारूस भी भेजा गया है। खबर है कि, इस बार रूस बिना शर्त बातचीत के लिए तैयार हो गया है।

रूस की ओर से बातचीत की पेशकश और बेलारूस में प्रतिनिधमंडल भेजे जाने के बाद यूक्रेन ने शर्त रखी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन बेलारूस में नहीं। यह बातचीत कहीं और हाेगी। इससे पहले रूस की ओर से शर्त रखी गई थी कि जब तक यूक्रेन आत्मसमर्पण नहीं करता है, तब तक बातचीत संभव नहीं है।

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