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कीव: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज चौथा दिन है। यूक्रेन के आंतरिक इलाकों में रूस की सेना प्रवेश कर गई है और तबाही मचा रही है। रूस की सेना ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में एक गैस की पाइपलाइन उड़ा दी। वहीं जर्मनी और फ्रांस ने यूक्रेन की मदद का आश्वासन दिया है। जानकारी के मुताबिक रूस की सेना कीव से मात्र चार किलोमीटर की दूरी पर एक नदी के किनारे रुकी है। वहीं यूक्रेन के सैनिकों ने शहर के किनारे-किनारे घेराबंदी कर रखी है।

यूक्रेन का दावा, रूस की सेना को पहुंचाया बड़ा नुकसान

रूस की सेना यूक्रेन के कई इलाकों में बमबारी कर रही है। ऐसे में न केवल यूक्रेन के लोगों की जान जा रही है बल्कि दूसरे देशों के भी कई नागरिक बमबारी का शिकार हो रहे हैं। इस युद्ध में ग्रीस के 10 लोग मार दिए गए। ग्रीस ने रूस के राजदूत को इस मामले में तलब किया है।

एक तरफ रूस आक्रमण कर रहा है तो दूसरी तरफ यूक्रेन ने भी दावा किया है कि उसने 3500 रूसी सैनिकों, 14 विमानों औऱ 8 हेलिकॉप्टरों को ढेर कर दिया है। यूक्रेन ने विमान गिराने की तस्वीरें भी जारी की हैं।

मॉस्को: रूस में पिछले तीन दिनों में युद्ध विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लेने पर 3000 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। एक निगरानी समूह ने यह दावा किया है। पूरे रूस में विरोध प्रदर्शनों के दौरान गिरफ्तारी पर नज़र रखने वाले समूह 'ओवीडी-इंफो मॉनिटर' ने ट्वीट किया, "पिछले तीन दिनों में, पूरे रूस से युद्ध-विरोधी विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा लेने पर कम से कम 3093 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।'

साथ ही बताया, पुलिस ने 24 फरवरी को कम से कम 1967, 25 फरवरी को 634 और 26 फरवरी को 492 लोगों को हिरासत में लिया।

रूस के शहरों में विरोध प्रदर्शन देखा गया, जहां हजारों लोगों ने पुलिस की निर्देशों को दरकिनार करते हुए गुरुवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा घोषित सैन्य अभियानों के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका में व्हाइट हाउस के बाहर एकत्र होकर भी रैली की और उसके बाद पूरे दिन रूसी दूतावास के बाहर घंटों प्रदर्शन हुए।

कीव: यूक्रेनी सेना के जोरदार प्रतिरोध के बीच रूसी ने राजधानी कीव पर सभी दिशाओं से भारी हमले का आदेश दे दिया है। यूक्रेनी सेना ने दावा किया है कि उसने कीव पर हमले के रूसी सेना के प्रयास को नाकाम कर दिया है। लेकिन राजधानी में कुछ नुकसान पहुंचाने वाले तत्व घुस आए हैं। रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव के बीच शुक्रवार को दोनों सरकारों ने इस मसले के समाधान को लेकर बातचीत के खुलेपन के संकेत दिए थे। हालांकि, रूस की सेना अब भी यूक्रेन में भयंकर तबाही मचा रही है। वहीं, दूसरी ओर कीव में अधिकारियों ने रूसी सेना को आगे बढ़ने से रोकने और राजधानी की रक्षा करने में नागरिकों से मदद का आग्रह किया है।

रूस ने अपनी सेना को यूक्रेन पर चारों दिशाओं से हमला करने का आदेश दिया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कीव के साथ बातचीत की उम्मीद के संबंध में शुक्रवार दोपहर यूक्रेन में रूसी सैन्य अभियान को अस्थायी रूप से रोकने का आदेश दिया था, लेकिन यूक्रेनी नेतृत्व की ओर से बात करने से इंकार करने के बाद शनिवार दोपहर ऑपरेशन फिर से शुरू कर दिया गया।

नई दिल्ली: रूस से घमासान जंग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की है। यूक्रेन के राष्ट्रपति के इस कदम को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने शनिवार को ट्वीट कर पीएम मोदी से बातचीत की जानकारी दी। रूस द्वारा यूएन में भारत के कदम की सराहना के बाद आए बयान में उन्होंने कहा, मैंने पीएम मोदी से राजनीतिक समर्थन मांगा। जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी को एक लाख से ज्यादा सैनिकों के साथ रूसी सेना के हमले के बारे में बताया।

वहीं भारत में रूसी मिशन ने ट्वीट कर भारत के 'स्वतंत्र औऱ संतुलित' रुख को बेहद सराहनीय बताया। वहीं पीएमओ के मुताबिक, पीएम मोदी ने यूक्रेन में छात्रों समेत भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर बातचीत में गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए यूक्रेनी प्रशासन से त्वरित सहायता मांगी।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यूक्रेनी राष्ट्रपति ने उनके देश के मौजूदा हालातों के बारे में बताया।

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