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अंकारा: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के दूसरे दिन तुर्की के राष्ट्रपति तयैप एर्दोगान ने यूक्रेन का समर्थन किया है। तुर्की के रूस और यूक्रेन दोनों से ही रिश्ते ठीक रहे हैं और व्यापारिक संबंध भी हैं। लेकिन तुर्की ने कहा है कि केवल निंदा करने से काम नहीं चलेगा। नाटो को निर्णायक कदम उठाने होंगे।

तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान ने शुक्रवार को कहा है कि रूस के यूक्रेन पर हमले को लेकर नाटो और पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया निर्णायक नहीं है। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि कि शुक्रवार को होने वाले नाटो समिट एलायंस की तरफ से और अधिक निर्णायक अप्रोच अपनाई जाएगी। नाटो सदस्य तुर्की की सीमा यूक्रेन से लगती है और काले सागर में रूस से लगती है और तुर्की के दोनों ही देशों के साथ अच्छे रिश्ते हैं। तुर्की ने रूस से यूक्रेन पर हमला रोकने को कहा है और यूक्रेन की सीमाई संप्रुभता का समर्थन किया।

पत्रकारों से एर्दोगान ने कहा, "ईयू और सभी पश्चिमी मानसिकता यूक्रेन मुद्दे पर मजबूत नहीं दिख रही है। वो लगातार यूक्रेन को सलाह दे रहे हैं। सलाह से कुछ नहीं होगा।

बीजिंग: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ फोन पर हुई बातचीत में यूक्रेन के संकट को बातचीत से सुलझाने का समर्थन किया है। चीन के सरकारी मीडिया की ओर से यह जानकारी दी गई है। रूस की तरफ से यूक्रेन पर हमला शुरू करने के बाद चीन का यह बयान आया है। चीन के सीसीटीवी पर शी ने कॉल के बारे में बताया, "पूर्वी यूक्रेन में तेजी से परिस्थितियां बदली हैं.....और चीन रूस और यूक्रेन की तरफ से इस मुद्दे को बातचीत से सुलझाने के पक्ष में है।"

रूसी बलों ने पूरी ताकत के साथ यू्क्रेन पर हमला किया है और यूक्रेन के भीतर तक रूसी सेनाएं पहुंच गई हैं। कई हफ्तों तक चले कूटनीतिक प्रयासों के विफल रहने के बाद पुतिन ने यूक्रेन पर सैन्य ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

बीजिंग ने रूस पर यू्क्रेन के आक्रमण को लेकर बहुत ही संभली हुई कूटनीतिक प्रतिक्रिया दी है। चीन ने इसे एक "हमला मानने" या रूस के कदम की "निंदा करने" से बचने की कोशिश की है। चीन रूस का निकट सहयोगी है।

मॉस्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेनी सेना से कीव से नेतृत्व को हटाने का आह्वान किया। पुतिन की ओर से यह बात ऐसे समय पर कही गई है जब संघर्ष के दूसरे दिन यूक्रेन की सेना रूसी सैनिकों से टक्कर लेने की कोशिश कर रही है। रूस के हमले में अब तक दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है।

मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक, कीव के उत्तर में ओबोलोंस्की जिले में गोलीबारी और धमाके की आवाजों से घबराए आम नागरिक जान बचाने के लिए सड़क पर दौड़ते नजर आए। वहीं, सिटी सेंटर में बड़े धमाकों की गूंज सुनाई दी, जहां लोगों ने कर्फ्यू और बम धमाकों के साये में पहली रात गुजारी।

इससे पहले, यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने आज दावा किया कि इस संघर्ष में अब तक 1000 से अधिक रूसी सैनिक मारे गए हैं। उन्‍होंने कहा, 'रूस को अपने अस्तित्‍व में आने के बाद से किसी अन्‍य सशस्‍त्र संघर्ष में इतना अधिक नुकसान नहीं हुआ होगा।' हमले के बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कीव में ही डटे रहने की प्रतिज्ञा ली है क्योंकि उनके सैनिक रूसी आक्रमणकारियों से लड़ाई लड़ रहे हैं।

मास्को/कीव: यूक्रेन पर रूसी हमले का आज दूसरा दिन है। अधिकांश पश्चिमी देश हमले के लिए रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने की बात कर रहे हैं। वहीं, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को कहा कि यदि यूक्रेन की फौज 'हथियार डाल' देती है, तो रूस, यूक्रेन से बातचीत के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि रूस नहीं चाहता है कि यूक्रेन पर "नियो-नाजियों" का शासन हो।

रूस ने आज कहा कि उसे उम्मीद है कि यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में उसे भारत का समर्थन मिलेगा जब वैश्विक निकाय में यूक्रेन पर रूसी सैन्य अभियान पर एक अहम प्रस्ताव लाया जाएगा।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन के खिलाफ रूसी सैन्य अभियानों को धीमा करने के लिए रूस पर लगाए गए प्रतिबंध पर्याप्त नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे अकेले अपने देश की रक्षा कर रहे हैं।

यूक्रेन की सेना ने शुक्रवार को कहा कि वह राजधानी कीव के उत्तर-पश्चिमी में रूसी सेना से लड़ रही है क्योंकि रूस ने यूक्रेन के खिलाफ अपनी लड़ाई को दूसरे दिन और तेज कर दिया।

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