ताज़ा खबरें

कीव: रूस और यूक्रेन के बीच जंग में अब नाटो भी आधिकारिक तौर पर एक पक्ष बन गया है। नाटो संगठन का कहना है कि इसकी ओर से यूक्रेन को एयर-डिफेंस मिसाइल और ऐंटी-टैंक हथियार दिए जाएंगे। नाटो के चीफ जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने एक ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमने यूक्रेन के राष्ट्रपति से इस बारे में बात की है। हम जल्दी ही यूक्रेन को एयर डिफेंस मिसाइल और ऐंटी-टैंक हथियार मुहैया कराएंगे।

नाटो चीफ ने इस बीच अन्य देशों के नेताओं से भी बात की है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में बताया कि उनकी लिथुआनिया के राष्ट्रपति से बात हुई है, जिसमें रूस के हमले के बाद पैदा हुई स्थिति के बारे में बात की गई है। उन्होंने कहा कि नाटो ने बाल्टिक देशों में अपनी ताकत को बढ़ाने का फैसला लिया है। उन्होंने रूस को कड़ी चुनौती देते हुए कहा कि हम अपने सहयोगियों और उनकी एक-एक इंच जमीन की रक्षा करेंगे। इस बीच नाटो देशों की एकता और यूक्रेन को मदद के ऐलान के बीच रूस ने न्यूक्लियर ड्रिल शुरू कर दी है।

कीव: रूस और यूक्रेन में युद्ध के बीच वार्ता शुरू हो गई है, लेकिन इसका कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकलता दिख रहा है। वार्ता से पहले यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि हमारा इरादा रूस के आगे सरेंडर करने का नहीं है। इस विवाद का हल बातचीत से निकलता नहीं दिख रहा है। 44 वर्षीय नेता ने वीडियो संदेश में यूरोपियन यूनियन से तत्काल यूक्रेन को समूह की सदस्यता देने की मांग की। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य यह है कि हम सभी यूरोपियन लोगों के साथ रहें। उनके साथ बराबरी के हकदार हों। मुझे भरोसा है कि यह बेहतर होगा और संभव है। उन्होंने कहा कि रूस के हमले में 4 दिनों में 16 बच्चों की मौत हो चुकी है और 45 जख्मी हुए हैं। हमें लगता है कि ये असली यूक्रेनी हीरो हैं।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के अध्यक्ष मिशेल बैचलेट ने भी यूक्रेन में 102 नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इन लोगों में 7 बच्चे भी शामिल हैं। उनका कहना है कि असली आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा हो सकता है। जेलेंस्की ने वीडियो संदेश में अपने कड़े तेवर दिखाए।

कीव: रूस और यूक्रेन के युद्ध राजधानी कीव में सप्ताहंत का कर्फ्यू हटा दिया गया है। भारत ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकासी के लिए ट्रेन स्टेशन जाने को कहा है। यूक्रेन में भारत के करीब 15 हजार नागरिक फंसे हुए हैं और उनमें अधिकतर छात्र हैं।

यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर बताया है कि भारतीय छात्रों को निकालने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने का इंतजाम किया गया है। रेलवे स्टेशन से यूक्रेन के पश्चिमी हिस्सों तक ट्रेन जाएगी। ट्वीट में कहा गया है, कीव में सप्ताहंत का कर्फ्यू हटाया गया है। सभी छात्रों से अपील है कि पश्चिमी हिस्सों के लिए अपनी यात्रा के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचें। यूक्रेन रेलवे बचाव कार्य के लिए स्पेशल ट्रेन चला रही है।

इसके अलावा वहां फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए प्रशासन ने स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की है। यूक्रेन की सरकार की तरफ से कहा गया है कि छात्र यहां से निकलकर सुरक्षित स्थानों तक चले जाएं। यहां दोबारा कर्फ्यू लगाया जा सकता है।

नई दिल्ली: यूक्रेन ने बेलारूस की सीमा पर रूस के साथ बातचीत करने पर सहमति जताई है। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के आपात सत्र में आज रूस और यूक्रेन बातचीत के जरिए हल निकालने की कोशिश करेंगे। साथ ही यूक्रेन के विदेशमंत्री ने साफ कर दिया है कि हम न आत्मसमर्पण करेंगे और न ही अपनी एक इंच जमीन छोड़ेंगे। बेलारूस से बातचीत से पहले यूक्रेन के विदेशमंत्री दिमित्रो कुलेबा ने युद्ध की शुरुआत के बाद बातचीत शुरू होने से पहले कहा, "हम आत्मसमर्पण नहीं करेंगे, हम अपना एक इंच हिस्‍सा भी नहीं छोड़ेंगे।"

रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन ने कहा, ''मैंने रक्षा मंत्री और रूसी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ के प्रमुख को रूसी सेना के निवारक बलों को युद्ध सेवा के एक विशेष मोड में डालने का आदेश देता हूं।" रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिम पर उनके देश के खिलाफ कदम उठाने का आरोप लगाया है।

पुतिन के बयान के लगभग उसी समय यूक्रेन ने घोषणा की कि वह बेलारूस के साथ अपनी सीमा पर रूस के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख