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कीव/मॉस्को/वाशिंगटन: रूस और यूक्रेन के बीच लगातार 17 वें दिन भी जंग जारी है। दोनों देश एक दूसरे के सामने झुकने के लिए तैयार नहीं हैं। कीव को तबाह करने के लिए रूस फाइनल तैयारी में लगा है। कई देशों द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद रूसी सैनिक यूक्रेन पर बम बरसाने से बाज नहीं आ रहे हैं। इस बीच मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी प्रशासन ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता पर पाबंदी लगा दी है। वहीं इंटरनेशनल कोर्ट में भी रूस को घेरने की तैयारी हो रही है।

रूस-यूक्रेन युद्ध की अहम जानकारियां:-

यूक्रेन ने रूसी बलों पर कीव के पास लड़ाई से भागने की कोशिश कर रही महिलाओं और बच्चों पर फायरिंग करने का आरोप लगाया है। इस हमले में एक बच्चे समेत सात लोगों की मौत हो गई। ये लोग पेरेमोहा गांव से भागकर आए थे। यूक्रेनी अधिकारियों ने बाद में कहा कि काफिला रूस के साथ सहमत 'ग्रीन कॉरिडोर' से होकर नहीं जा रहा था, जब उन पर गोलियां दागी गईं। हालांकि यूक्रेन की ओर से पहले कहा गया था कि ये लोग इसी कॉरिडोर पर यात्रा कर रहे थे।

नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन में तनाव कम होता नहीं दिख रहा। ऐसे में दुनिया के कई देश रूस पर लगाम लगाने के लिए आर्थिक प्रतिबंधों की चोट कर रहे हैं। लेकिन रूसी राष्ट्रपति पुतिन टस से मस नहीं हो रहे। जहां हर रोज रूस के खिलाफ रोजाना कोई न कोई सख्त फैसला लिया जा रहा है। इसी बीच अमेरिका अब रूस के खिलाफ प्रतिबंधों का दायरा बढ़ाने में लगा है, ताकि किसी भी सूरत में बिगड़ती अर्थव्यस्था का असर रूस पर और ज्यादा हों और उसका रूख कुछ नरम पड़े। आइए यहां जानते हैं रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़ी ताजातरीन बातें।

रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़ी अहम जानकारियां:-

यूक्रेन की राजधानी कीव में धमाकों की आवाज सुनी गई. रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी के करीब पहुंच गई. कीव में सीएनएन ने आज सुबह के शुरुआती घंटों में विस्फोटों की सुनवाई की सूचना दी। यूक्रेनी राजधानी के बाहरी इलाके में लड़ाई जारी है। शहर के प्रशासन का कहना है कि उत्तर का इलाका सबसे खतरनाक माना जा रहा है. शहर के पूर्व में, नीपर नदी के पार, ब्रोवरी में भी लड़ाई तेज हो गई है।

ब्रुसेल्स: यूक्रेन पर हमले के बाद से रूस पर आर्थिक प्रतिबंधों का दौर जारी है। संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ और अन्य जी7 देशों ने शुक्रवार को रूस पर अपने आर्थिक प्रतिबंधों को और बढ़ा दिया है। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका सहित अन्य देशों की ओर से सामूहिक रूप से नई कार्रवाइयां अब रूसी अर्थव्यवस्था को और अधिक प्रभावित करेंगी। बता दें कि रूस का यूक्रेन पर हमले के बाद से रूसी रूबल और शेयर बाजार पर काफी बुरा असर पड़ा है। रूस के व्यापार विशेषाधिकारों पर भी प्रतिबंध लगाने की चर्चा भी तेज है।

मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक, बाइडेन ने कहा है कि हमारे प्रतिबंधों से रूसी अर्थव्यवस्था पर काफी नकारात्मक असर पड़ा है। रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों में कई चीजें शामिल हैं। इनमें रूस को निर्यात होने वाले वो सामान शामिल हैं, जिन्हें रूस का उच्च वर्ग उपयोग में लाता है। इसके साथ ही यूरोपीय संघ रूस से लौह और इस्पात क्षेत्र के सामान के आयात पर भी प्रतिबंध लगाएगा।

वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को यूक्रेन पर रूस के हमले को रोकने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा किसी भी प्रत्यक्ष हस्तक्षेप से इंकार किया और चेतावनी दी कि क्रेमलिन के खिलाफ नाटो गठबंधन अगर खड़ा होता है तो यह सीधे "तीसरा विश्व युद्ध" की स्थिति होगी। बाइडेन ने व्हाइट हाउस में एक भाषण में कहा, "हम यूक्रेन में रूस के खिलाफ युद्ध नहीं लड़ेंगे।

बता दें कि इससे पहले अमेरिका ने पोलैंड की तरफ से यूक्रेन को फाइटर जेट्स दिए जाने की योजना को "बेहद जोखिम भरा" बताते हुए खारिज कर दिया था। अमेरिका ने कहा था कि रूस इसे सैन्य उकसावे के तौर पर देख सकता है। रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद इस योजना पर यूरोपीय संघ (ईयू) के देशों और अमेरिका के बीच पहली बार किसी बात पर असहमति बनी है। इसके अलावा दोनों पक्ष एक साथ हैं। गौरतलब है कि यूक्रेन की सरकार ने रूस का सामना करने के लिए पश्चिमी देशों से हथियारों और फाइटर जेट्स की मांग की थी। जेलेंस्की ने कहा था, "बिना आपके (ईयू), यूक्रेन अकेला पड़ जाएगा. हमने अपनी ताकत साबित कर दी है।

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