ब्रुसेल्स: यूक्रेन पर हमले के बाद से रूस पर आर्थिक प्रतिबंधों का दौर जारी है। संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ और अन्य जी7 देशों ने शुक्रवार को रूस पर अपने आर्थिक प्रतिबंधों को और बढ़ा दिया है। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका सहित अन्य देशों की ओर से सामूहिक रूप से नई कार्रवाइयां अब रूसी अर्थव्यवस्था को और अधिक प्रभावित करेंगी। बता दें कि रूस का यूक्रेन पर हमले के बाद से रूसी रूबल और शेयर बाजार पर काफी बुरा असर पड़ा है। रूस के व्यापार विशेषाधिकारों पर भी प्रतिबंध लगाने की चर्चा भी तेज है।
मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक, बाइडेन ने कहा है कि हमारे प्रतिबंधों से रूसी अर्थव्यवस्था पर काफी नकारात्मक असर पड़ा है। रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों में कई चीजें शामिल हैं। इनमें रूस को निर्यात होने वाले वो सामान शामिल हैं, जिन्हें रूस का उच्च वर्ग उपयोग में लाता है। इसके साथ ही यूरोपीय संघ रूस से लौह और इस्पात क्षेत्र के सामान के आयात पर भी प्रतिबंध लगाएगा।
यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि यूरोपीय संघ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक सहित प्रमुख बहुपक्षीय संस्थानों के रूस के सदस्यता अधिकारों को निलंबित करने और क्रिप्टो-परिसंपत्तियों के उपयोग पर नकेल कसने के लिए भी काम कर रहा है। वाणिज्य विभाग ने कहा कि रूस और उसके सहयोगी बेलारूस को लक्जरी एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। इनमें घड़ियां, वाहन, कपड़े, शराब और गहने शामिल हैं। यह प्रतिबंध रूस पर तुरंत ही प्रभावी हो जाएंगे।
अमेरिकी कांग्रेस को रूस की ट्रेड स्टेटस को रद्द करने के लिए कानून पारित कराना होगा। इसको लेकर सांसद इस दिशा में भी आगे बढ़ रहे हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका ने रूसी सी फूड, वोदका और हीरे के आयात पर भी प्रतिबंध की घोषणा की है।