ताज़ा खबरें
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा:अब तक 4 लोगों की मौत
निज्जर हत्याकांड: कनाडा में चार भारतीयों के खिलाफ सीधे होगा ट्रायल
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

गुवाहाटी: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को असम के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और कहा कि राज्य की ‘गंभीर एवं चुनौतीपूर्ण’ स्थिति उनकी कल्पना से परे है। बाढ़ से 26 लोगों की मौत हुई है और करीब 37 लाख लोग प्रभावित हैं। सिंह के साथ असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और डीओएनईआर मंत्री जितेंद्र सिंह आदि थे। उन्होंने कहा कि राज्य के पास 620 करोड़ रुपये पहले से हैं और जरूरत पड़ी तो केंद्र और धनराशि मुहैया कराएगा। उन्होंने राज्य के कुछ स्थानों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मुझे कल्पना नहीं थी कि स्थिति इतनी गंभीर है। मैंने मुख्यमंत्री और उनके अधिकारियों से बात की है। समस्या एक बड़ी चुनौती है।’ सिंह ने बताया कि 28 जिलों में बाढ़ से 26 व्यक्तियों की जान गई है और करीब 37 लाख लोग प्रभावित हैं। उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार के पास वर्तमान में राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) के तहत 650 करोड़ रुपये हैं। मैंने उनसे बिना किसी संकोच के उसे खर्च करने के लिए कहा है। यदि और धनराशि की जरूरत हुई, हम हैं और हम हर संभव तरीके से मदद करेंगे।’ यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्र समस्या को राष्ट्रीय आपदा घोषित करेगा, गृह मंत्री सिंह ने कहा कि समस्या को कोई नाम दे देना मदद नहीं है। सिंह ने कहा, ‘बाढ़ को एक राष्ट्रीय आपदा घोषित करना कोई हल नहीं है। हमें यह पता लगाना चाहिए कि बाढ़ क्यों आती है, हमें क्या कदम उठाने चाहिए और हम नुकसान को कैसे कम करेंगे।’

गुवाहाटी: असम इस वक़्त बाढ़ से बेहाल है। राज्य के 22 ज़िलों के 3 हज़ार 374 गांव के क़रीब 18 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। हज़ारों लोगों ने राहत शिविर में शरण ली हुए है। इस बाढ़ से अब तक 21 लोगों की मौत हो गई है। राज्य में बाढ़ से बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रभावित क्षेत्रों का जायज़ा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज सुबह वहां के लिए रवाना हुए और उन्होंने हालात का जायजा विमान के जरिए लिया। सुबह गृह मंत्री राजनाथ ने ट्वीट कर बताया था, 'असम के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए नई दिल्ली से गुवाहाटी के लिए रवाना हो रहा हूं।' बताया गया है कि राजनाथ मुख्य रूप से नौगांव, मोरीगांव और काज़ीरंगा नेशनल पार्क का दौरा करेंगे। इस दौरान गृहमंत्री बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए बनाए गए राहत शिविरों का भी जायजा लेंगे। इसके साथ ही राज्य के सीएम सर्बानंद सोनोवाल और वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बाढ़ के हालात पर अहम बैठक भी करेंगे। शुक्रवार को सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने भी राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाक़ों का दौरा किया था। केवल लोगों को ही नहीं जानवरों को भी बाढ़ में मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक, काजीरंगा पार्क में बने 130 फॉरेस्ट कैंप पानी में डूब चुके हैं। बाढ़ में अब तक 7 गैंडों समेत 25 से ज्यादा जानवरों की मौत हो चुकी है।

गुवाहाटी: असम में बाढ़ के कारण 12 लोगों की मौत हो गयी है और पूरे राज्य में करीब 16 लाख लोग प्रभावित हुये हैं। राज्य विधानसभा में आज (बुधवार) यह जानकारी दी गयी। बाढ़ की स्थिति पर एक बयान जारी करते हुये मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने प्रत्येक पीड़ित के परिवार वालों को चार-चार लाख रूपया देने की घोषणा की और बताया कि इस सप्ताह राशि का भुगतान कर दिया जाएगा। उन्होंने विधानसभा में बताया, ‘‘बाढ़ राज्य की सबसे अधिक ज्वलंत समस्या है। हालिया बाढ़ से लगभग सभी विधानसभा क्षेत्र प्रभावित हुए हैं और यह एक गंभीर समस्या बन गयी है। इससे पूरे 19 जिलों में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 16 लाख लोग प्रभावित हुये हैं।’ विधानसभा में बजट सत्र के दौरान सोनोवाल ने बताया कि सरकार स्थिति पर करीबी नजर रखे हुये है और वह मुख्यरूप से बाढ़ राहत और पुनर्वास के लिए जिम्मेदार विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ नियमित रूप से विचार-विमर्श कर रहे हैं। उन्होंने बताया, ‘राज्य के बाढ़ की समस्या से प्रभावित होने के बाद हमने यथाशीघ्र सभी डीसी (उपायुक्तों) को कोष जारी कर दिया। पूर्व में सभी डीसी ने रूपयों के कमी की शिकायत की थी लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।’ सोनोवाल ने केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ अपनी बातचीत की भी सूचना दी जिन्होंने कल समस्या से निपटने के लिए केन्द्र से हर संभव सहायता प्रदान करने का भरोसा दिया था।

गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति लगातार नाजुक बनी हुई है। रविवार शाम तक 14 जिलों में छह लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इसके साथ ही इस साल बाढ़ में मृतकों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के एक अधिकारी ने कहा कि बाढ़ के कारण रविवार को तिनसुकिया जिले का बड़ा हिस्सा पानी में डूब गया। इसके अतिरिक्त लखीमपुर, गोलाघाट, मोरीगांव, जोरहाट, धीमाजी, सिवसागर, कोकराझार, बारपेटा, बोंगैगांव, नागांव, धुबरी, डिब्रूगढ़ और चिरांग जिलों के इलाके भी पिछले कुछ दिनों से जलमग्न हैं। एएसडीएमए के एक अधिकारी ने कहा, 'रविवार तक 14 जिलों के 1206 गांवों में 641043 लोग मौजूदा बाढ़ से प्रभावित रहे। संबंधित जिला प्रशासन ने बाढ़ग्रस्त जिलों में 21931 बाढ़ पीड़ितों के रहने के लिए 81 राहत शिविर स्थापित किए हैं।' एएसडीएमए के अधिकारियों ने कहा कि लखीमपुर जिले में बाढ़ के कारण रविवार को एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके पहले शनिवार को एक मौत लखीमपुर और एक मौत मोरीगांव में बाढ़ के कारण हुई थी। इनलैंड वाटर रिसोर्सेस (आईडब्ल्यूआर) विभाग के सूत्रों ने कहा कि धाला से सादिया के बीच, नीमतीघाट से माजुली के बीच नौका सेवा निलंबित कर दी गई है, क्योंकि ब्रह्मपुत्र नदी में कई स्थानों पर जलस्तर बढ़ गया है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख