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गुवाहाटी: असम के दो दिवसीय दौरे पर गुवाहाटी पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का हिंदू-मुसलमान विभाजन से कोई लेना-देना नहीं है और कुछ लोग अपने राजनीतिक हित साधने के लिए इन दोनों मामलों को साम्प्रदायिक रंग दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस नागरिकता कानून के कारण किसी मुसलमान को कोई नुकसान नहीं होगा।

भागवत ने ‘सिटिजनशिप डिबेट ओवर एनआरसी एंड सीएए-असम एंड द पॉलिटिक्स ऑफ हिस्ट्री' (एनआरसी और सीसीएए-असम पर नागरिकता को लेकर बहस और इतिहास की राजनीति) शीर्षक वाली पुस्तक के विमोचन के बाद कहा, ‘‘स्वतंत्रता के बाद देश के पहले प्रधानमंत्री ने कहा था कि अल्पसंख्यकों का ध्यान रखा जाएगा और अब तक ऐसा ही किया गया है। हम ऐसा करना जारी रखेंगे। सीएए के कारण किसी मुसलमान को कोई नुकसान नहीं होगा।''

नई दिल्ली: भाजपा ने असम विधानसभा चुनाव 2021 के लिए अपने प्रत्याशियों की पहली सूची शुक्रवार शाम जारी कर दी। इसमें 70 प्रत्याशियों के नाम हैं। तीनों चरणों के लिए प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए हैं। बता दें, गुरुवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी। इसमें पांचों राज्यों के भाजपा प्रत्याशियों के नामों पर विचार किया गया था। सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय चुनाव समिति में लंबी मंत्रणा के बाद असम के उम्मीदवारों के नाम तय हुए।

असम में तीन चरणों में मतदान होगा। इसकी शुरुआत 27 मार्च से होगी। 1 अप्रैल को दूसरा और 6 अप्रैल को तीसरे व अंतिम चरण का मतदान होगा। गुरुवार को हुई भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा सहित पश्चिम बंगाल के पार्टी नेताओं के साथ लंबी बैठक की। असम विधानसभा की 126 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है। पिछले चुनाव में भाजपा व उसके सहयोगी दलों ने 86 सीटों पर जीत हासिल की थी।

दिसपुर: कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के असम दौरे का आज दूसरा दिन है। प्रियंका ने राज्य में चुनाव प्रचार का मोर्चा संभाला हुआ है। इस दौरान वे लोगों से मुलाकात कर रही हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को वे तेजपुर में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगी। जनसभा से पहले प्रियंका ने महिला चाय बागान मजदूरों से मुलाकात की। यहां उनका अलग अंदाज दिखा। 

कांग्रेस नेता ने पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ बिश्वनाथ में सद्गुरू के चाय बागान में चाय की पत्तियों को तोड़ा। वे यहां सिर पर टोकरी लेकर मजदूरों की तरह चाय की पत्तियां तोड़ती हुईं नजर आईं। बता दें कि असम में चाय बागान के मजदूरों का मुद्दा बड़ा रहता है। ऐसे में प्रियंका गांधी उन्हें पार्टी के पक्ष में करने की कोशिश कर रही हैं। मजदूरों के साथ मुलाकात के बाद प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, 'असम की बहुरंगी संस्कृति ही असम की शक्ति है। असम यात्रा के दौरान लोगों से मिलकर मैंने महसूस किया कि लोग इस बहुरंगी संस्कृति को बचाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से तैयार हैं। अपनी संस्कृति और विरासत बचाने के लिए असम के लोगों की लड़ाई में कांग्रेस पार्टी उनके साथ है।'

गुवाहाटी: असम में कांग्रेस की अगुवाई वाले छह दलों के विपक्षी महागठबंधन का शनिवार को विस्तार हुआ। गठबंधन में बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) भी शामिल हो गए, जिससे असम में तीन चरणों के विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ उसकी स्थिति और मजबूत हो गई। बीपीएफ वर्तमान में भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में शामिल है।

भाजपा-नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खिलाफ मजबूती से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस ने पहले एआईयूडीएफ, भाकपा, माकपा, भाकपा (माले) और आंचलिक गण मोर्चा (एजीएम) के साथ महागठबंधन का गठन किया था। भाजपा विरोधी समूह को मजबूत करने के लिए शनिवार को बीपीएफ और राजद गठबंधन में शामिल हो गया। राजद बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है,लेकिन लोकसभा में कोई भी सदस्य नहीं है। भाजपा असम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के साथ असम चुनाव में उतरेगी। बीपीएफ ने दिन में घोषणा की कि वे आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए महागठबंधन में शामिल होंगे।

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