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गुवाहाटी: असम-मिजोरम की सीमा पर चल रहे तनाव के मद्देनजर एआईयूडीएफ के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने बुधवार (11 अगस्त) को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने दोनों राज्यों के बीच शांति बढ़ाने की मांग की। 

बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि दोनों राज्यों की सीमा पर शांति बनाए रखने और मिजो प्रशासन की शांतिपूर्ण वापसी के लिए हमने गृह मंत्रालय से शीघ्र हस्तक्षेप करने की मांग की है।

गौरतलब है कि पिछले दिनों प्रदेश सरकारे आमने साम।ने ​थी। केंद्र के दल के बात दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की बैठक हुई थी। जिसमें शांति बहाली की बात की गई थी।

गुवाहाटी: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने असम में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शनिवार को 10 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी अवैध रूप से भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे। इनमें 5 बच्चे और चार महिलाएं हैं, जो बिना किसी वैध कागजात के बॉर्डर पार करने की कोशिश कर रहे थे। बीएसएफ के मुताबिक, गुवाहाटी फ्रंटियर के अंतर्गत तैनात 192 बटालियन के जवानों ने इन बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है। बीएसएफ जवान भारत-बांग्लादेश और भारत-पाक सीमा की रक्षा के लिए तैनात रहते हैं और अवैध प्रवेश एवं ड्रग्स, हथियारों, जानवरों, फर्जी नोटों की तस्करी जैसे अवैध गतिविधियों पर रोक लगाते हैं।

इससे पहले शुक्रवार को भी गुवाहाटी बॉर्डर के सतभंडारी आउटपोस्ट के पास बीएसएफ ने तस्करी की एक कोशिश को नाकाम किया था। खुफिया इनपुट के आधार पर बीएसएफ के जवानों ने शुक्रवार सुबह एक स्पेशल ऑपरेशन चलाया, जिसके बाद यह सफलता मिली। जवानों ने इस दौरान 25 किलो गांजा बरामद किया, जिसे भारत से बांग्लादेश ले जाया जा रहा था।

नई दिल्ली: असम और मिजोरम सीमा विवाद को लेकर राहत की खबर आ रही है। दरअसल दोनों राज्यों ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि हम अंतर-राज्यीय सीमा के आसपास व्याप्त तनाव को दूर करने और चर्चा के माध्यम से विवादों के स्थायी समाधान खोजने के लिए तैयार है। बयान में कहा गया है कि दोनों राज्य गृहमंत्रालय और उनके मुख्यमंत्रियों द्वारा की गई पहल को आगे बढ़ाने के लिए सहमत हैं।

साझा बयान में आगे कहा गया है कि दोनों राज्य सीमा पर शांति के लिए केंद्र सरकार की तरफ से तैनात किए गए फोर्स का स्वागत करते हैं। इसके साथ ही दोनों राज्यों ने कहा कि उस सीमा क्षेत्र में अपने सुरक्षाकर्मियों को नहीं भेजेंगे जहां हिंसा हुई थी। इन क्षेत्रों में असम का करीमगंज, हैलाकांडी और कछार और मिजोरम का ममित और कोलासिब जिले शामिल हैं। इसके अलावा दोनों राज्यों के प्रतिनिधियों ने कहा कि शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए  हर तरह के कदम उठाए जाएंगे।

गुवाहाटी: मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने सोमवार को राज्य पुलिस को निर्देश दिया है कि असम-मिजोरम सीमा पर टकराव के मामले में 26 जुलाई को कोलासिब जिले के वेयरेंगते में सभी आरोपियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर को वापस लिया जाए। जानकारी के अनुसार दोनों राज्य विवाद का हल बातचीत के माध्यम से निकालने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मिजोरम सरकार के इस कदम की सराहना की है। उन्होंने कहा, मैंने असम पुलिस से डीसी कोलासिब और एसडीपीओ वेयरेंगते के खिलाफ मामले वापस लेने कहा है। सरमा ने कहा कि मैं पांच अगस्त को अपने कैबिनेट के साथियों, अतुल बोरा और अशोक सिंहल, को एक अर्थपूर्ण वार्ता के लिए आइजल भेज रहा हूं। 

 

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