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नई दिल्ली: असम सरकार ने गुरुवार को एक अधिसूचना में कहा कि मिजोरम से असम में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की 'प्रतिबंधित मादक पदार्थों' को लेकर जांच की जाएगी। असम की सरकार ने ये अधिसूचना गुरुवार को जारी की है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही दो पुलिस बलों के बीच हुई झड़प में असम पुलिस के छह जवानों की हत्या कर दी गई थी। इस अधिसूचना से पहले असम सरकार ने सुरक्षा के खतरे के मद्देनजर नागरिकों को मिजोरम की यात्रा न करने की सलाह दी थी।

असम सरकार ने वाहनों की जांच के कदम को सही ठहराते हुए कहा कि दो महीन के भीतर 912 मामले दर्ज हुए हैं और 1560 लोग गिरफ्तार हुए हैं। भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवाएं जब्त की गई है। असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी जीपी सिंह ने एक ट्वीट में कहा गया है कि सरकार "मिजोरम और उसके आसपास से संचालित होने वाले ड्रग्स नेटवर्क के खिलाफ अपना आक्रामक रवैया बरकरार रखे हुए है। लोगों से सहयोग की अपील की।

गुवाहाटी: असम-मिजोरम सीमा पर सप्ताह के शुरुआत में हुई हिंसा के बाद दोनों राज्यों के बीच स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है। आज असम के लोगों को राज्य सरकार ने सलाह दी है कि वे मिजोरम की यात्रा न करें। सरकार ने कहा है कि असम की जनता की सुरक्षा के लिए कोई खतरा मोल नहीं किया जा सकता। इस सप्ताह के शुरुआत में दोनों राज्यों के विवादित सीमा क्षेत्र पर हिंसा भड़की थी। इस हिंसा में छह पुलिसकर्मियों और एक आम नागरिक ने अपनी जान गंवाई थी।

इस बीच मिजोरम ने कहा है कि उसके पास सबूत हैं कि असम पुलिस ने हिंसा शुरू की और सवाल किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ सीमा मुद्दों पर सफल बैठक के दो दिन बाद ऐसा कैसे हो सकता है। दो राज्यों की पुलिस के बीच सोमवार को हुई हिंसक झड़प में असम पुलिस के छह जवानों की मौत हो गई थी। इसके अलावा 45 लोग घायल हो गए थे।

असम सरकार द्वारा जारी एडवाइज़री में कहा गया है, "इस घटना के बाद भी, कुछ मिज़ो नागरिक समाज, छात्र और युवा संगठन लगातार असम राज्य और उसके लोगों के खिलाफ भड़काऊ बयान जारी कर रहे हैं।

सिलचर: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मिजोरम के साथ सीमा पर तनाव के बीच मंगलवार को कहा कि उनका राज्य संसद से पारित किसी भी कानून का पालन करेगा और यदि कानून ने कहा तो दूसरे राज्य को अपनी भूमि तक सौंप देगा, लेकिन ऐसा होने तक ‘‘एक इंच अतिक्रमण'' नहीं होने देगा। मिजोरम के साथ लगती सीमा पर संघर्ष में असम के पांच पुलिसकर्मियों एवं एक आम नागरिक की मौत होने तथा 50 से अधिक लोगों के घायल होने की घटना के एक दिन बाद सरमा की यह टिप्पणी आई है।

उन्होंने यह भी कहा कि असम सरकार ‘इनरलाइन फॉरेस्ट रिजर्व' को नष्ट होने और अतिक्रमण से बचाने के लिए उच्चतम न्यायालय जाएगी तथा मिजोरम की सीमा से लगते कछार, करीमगंज तथा हैलाकांडी जिलों में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए तीन कमांडो बटालियन तैनात करेगी। मुख्यमंत्री ने मारे गए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘सीमा निर्धारण करना केंद्र का दायित्व है और हम इसका पालन करेंगे।

नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया है कि विवादित असम-मिजोरम सीमा पर सोमवार को हुई ताजा हिंसा में असम के छह पुलिसकर्मी अधिकारी मारे गए। असम के कछार जिले और मिजोरम के कोलासिब जिले के सीमावर्ती इलाके से गोलीबारी और सरकारी वाहनों पर हमले की खबरें हैं। बता दें कि असम-मिजोरम बॉर्डर पर आज हिंसा भड़क उठी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की शिलांग में पूर्वोत्‍तर राज्‍यों के सभी मुख्‍यमंत्रियों के साथ मुलाकात के दो दिन बाद हिंसा की यह खबरें आई हैं।

बॉर्डर एरिया पर फायरिंग की खबरें मिली हैं, इसके साथ ही सरकारी वाहनों पर हमला किए जाने की भी खबरें सामने आई हैं। दोनों राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों ने इस मसले पर ट्वीट करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री को टैग किया है। एक वीडियो, जिसमें लोगों को लाठियों से लैस देखा जा सकता है, ट्वीट करते हुए मिजोरम के सीएम जोरामथांगा ने मामले में गृह मंत्री शाह के दखल की मांग की है। उन्‍होंने लिखा-इसे तुरंत ही रोका जाना चाहिए।'

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