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दीफू: असम के कारबी आंगलोंग जिले में एक सरकारी कार्यक्रम में बिरयानी खाने के बाद करीब 145 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी शिरकत थी। लिहाज़ा प्रशासन ने संदिग्ध विषाक्त भोजन की घटना के जांच के आदेश दे दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्व सरमा भी दीफू मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को हुए कार्यक्रम में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि वहां भोजन करने के बाद वह बीमार पड़ गए थे, लेकिन अब वह ठीक हैं।

सोनोवाल ने मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस पाठ्यक्रम के शैक्षणिक सत्र की शुरुआत की थी और करीब आठ हजार लोगों ने कार्यक्रम में शिरकत की थी, जिन्हें बिरयानी के पैकेट बांटे गए थे। स्वास्थ्य मंत्री ने गुवाहाटी में प्रेस वार्ता में कहा कि मंगलवार रात से 145 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनमें से 28 को छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने बताया कि 117 लोगों का इलाज चल रहा है और वे ठीक है। कारबी आंगलोंग के उपायुक्त एन चंद्र धवाजा सिंघा ने कहा कि मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं।

गुवाहाटी: असम सरकार के मंत्री और नॉर्थ ईस्ट के प्रभावशाली भाजपा नेता हेमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि मुस्लिम समुदाय भाजपा के लिए वोट नहीं करता है और भाजपा को वो सीटें नहीं मिलेंगी जो 'मिया मुस्लिम' के हाथों में हैं। खानापारा के वेटनरी कॉलेज में 4,511 टीचरों को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद वित्त मंत्री ने कहा कि वह यह बात अनुभव के आधार पर कह रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने यह कहा कि भाजपा को मुसलमानों के वाटों की आवश्यकता भी नहीं है। 

हेमंत बिस्व सरमा ने कहा, ''मिया मुस्लिम हमारे लिए (भाजपा) वोट नहीं करते हैं। मैं यह बात अनुभव के आधार पर कह रहा हूं। उन्होंने पंचायत और लोकसभा चुनाव में हमें वोट नहीं दिया। भाजपा को उन सीटों पर वोट नहीं मिलेंगे जो इनके हाथों में हैं, जबकि दूसरी सीटें हमारी हैं।'' उत्तर-पूर्वी राज्यों में भाजपा के प्रभावशाली नेता ने आगे कहा, ''हालांकि, हम इन सीटों पर भी अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे ताकि जो लोग खुद को मिया मुस्लिम से नहीं जोड़ते उन्हें कमल या हाथी (असमगण परिषद का चुनाव चिह्न) का विकल्प मिल सके।'' 

कोकराझार: असम में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं। इस कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य के दौरे पर हैं। रविवार को कोकराझार में उन्होंने 'विजय संकल्प समावेश' रैली को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बोडो शांति समझौते के साथ प्रधानमंत्री जी ने संदेश दिया कि उत्तर पूर्व में जहां-जहां अशांति है, वहां बातचीत कीजिए और शांति का मार्ग प्रशस्त कीजिए। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल में असम में जो विकास हुआ है, वो पिछले 70 साल में नहीं हुआ। इसके अलावा उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार, घुसपैठ और आतंकवाद मुक्त सरकार केवल भाजपा बना सकती है।

अमित शाह ने अपने संबोधन कहा, बोडो भाषा को सम्मान देने का हमने वादा किया था। असम सरकार ने राज्य की सह-राजभाषा का दर्जा बोडो भाषा को देकर वर्षों पुरानी मांग पूरी कर दी है। बोडो माध्यम के स्कूल खोलने के लिए अलग निदेशालय स्थापित कर दिया गया है। बोडो जनजाति के हर अधिकार को, संस्कृति को, बोडो भाषा को हम सुरक्षित भी रखेंगे, इसका संवर्धन भी करेंगे और इसे आगे भी बढ़ाएंगे।

गुवाहाटी: असम से लोकसभा सांसद और ऑल इंडिया यूनाइडेट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) बदरुद्दीन अजमल ने आरोप लगाया है कि यदि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दोबारा केंद्र में सरकार बनी तो देशभर में यह 3500 मस्जिदों को ढहा देगी। धुबरी जिले के गौरीपुर में आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एक रैली में बुधवार को अजमल ने राज्य की भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि यदि यह फिर जीत गई तो मुस्लिम महिलाएं बुर्का पहनकर बाहर नहीं निकल पाएंगी। 

भाजपा पर अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाने का आरोप लगाते हुए अजमल ने कहा, ''भाजपा ने देशभर के 3500 मस्जिदों की लिस्ट बना रखी है। यदि यह पार्टी फिर केंद्र में सत्ता में आई तो इन सभी मस्जिदों को ढहा दिया जाएगा।'' 2005 में बनी अजमल की पार्टी की मुस्लिम वोटर्स के बीच अच्छी पकड़ है। 126 सीटों वाली विधानसभा में एआईयूडीएफ के 14 विधायक हैं। मंगलवार को विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने एआईयूडीएफ, नव गठित आंचलिक गन मोर्चा (एजीएम) और तीन लेफ्ट पार्टियों, सीपीआई, सीपीआई-एम और सीपीआई-एमएल से चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा की है।

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