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गुवाहाटी: पूर्वी लद्दाख और उत्तराखंड के बाद अब पूर्वोत्‍तर में भी एलएसी पर चीन की आक्रामकता का करारा जवाब देने की तैयारी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर किसी भी खतरे का मुकाबला करने के लिए चीन सीमा के पास फारवर्ड पोजिशन पर पिनाक और स्मर्च मल्टीपल राकेट लांचर सिस्टम को तैनात किया है। हाल ही में सेना ने अरुणाचल प्रदेश में एलएसी पर अपनी तैनाती बढ़ाई थी। पूर्वी लद्दाख में भी सेना की ओर से भारी हथियारों को तैनात किया जा चुका है।

पिनाक हथियार प्रणाली एक स्‍वायत्‍त राकेट आर्टिलरी सिस्‍टम है, जो 38 किलोमीटर ऊंचाई तक दुश्‍मन को निशाना बना सकती है। ऊंचाई वाले सीमाई क्षेत्र में ऐसी तैनाती का मकसद सेना की आपरेशनल क्षमताओं को मजबूती देना है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिनाक के छह लांचरों की एक बैटरी 44 सेकंड में 72 राकेटों का सैल्वो फायर कर सकती है। इससे 1000 x 800 मीटर के दायरे में दुश्‍मन के टैंकों और दूसरे साजो-सामान को छिन्‍न-भि‍न्‍न किया जा सकता है।

गुवाहाटी: असम के दर्रांग जिले में स्थित सिपझार में गुरुवार को हुई अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई हिंसा को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस घटना में 11 से अधिक लोग घायल हुए हैं। सरमा ने कहा कि हमने इस मामले में न्यायिक जांच का आदेश दिया है। वहीं, इस सवाल पर कि क्या सिपाझार में अतिक्रमण हटाने का अभियान अब भी जारी रहेगा। सरमा ने कहा कि हमें इसे जारी रखना होगा। हम बिना आधार के 30-40 एकड़ जमीन आवंटित नहीं कर सकते, बाकी लोग कहां जाएंगे? लेकिन हां, इसे लेकर मैं उनके साथ एक बार फिर बातचीत करूंगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि लोगों को एक स्थान से हटाने के काम में पुलिस को शामिल करना महत्वपूर्ण नहीं है, बातचीत से भी मदद मिलती है।

मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि इस अभियान के लिए चार महीने से विचार-विमर्श किया जा रहा था। इसे लेकर कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुझसे मुलाकात की थी और ऐसे लोगों को भूमि आवंटित करने को लेकर सहमति जताई थी जिनके पास कोई जमीन नहीं है। 27 हजार एकड़ जमीन का हमें उत्पादक उपयोग करना है।

गुवाहाटी: असम के दरांग जिले के धौलपुर गोरुखुटी इलाके में गुरुवार को स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई। अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों (प्रदर्शनकारी) के बीच झड़प में कम से कम दो लोग मारे गए हैं और नौ पुलिसकर्मी समेत कई अन्य घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच यह झड़प तब हुई, जब टीम राज्य कृषि परियोजना से संबंधित भूमि से अवैध अतिक्रमणकारियों को हटाने गई थी।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में प्रदर्शनकारियों पर पुलिसकर्मी गोलियां चलाते भी दिखाई दिए। घटनास्‍थल के वीडियो में एक व्‍यक्ति को आक्रामक मुद्रा में स्टिक लेकर पुलिसकर्मियों की ओर से बढ़ते देखा जा सकता था, जिसकी बाद में पुलिसवाले निर्ममता से पिटाई कर रहे हैं। दारांग के पुलिस अधीक्षक ने मीडिया को बताया कि स्थानीय लोगों ने बेदखली अभियान का विरोध किया और पथराव शुरू कर दिया। एसपी सुशांत बिस्वा सरमा ने कहा, "हमारे नौ पुलिसकर्मी घायल हो गए। दो नागरिक भी घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब चीजें सामान्य हैं।

जोरहाट: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को पुलिस को जोरहाट जिले के ब्रह्मपुत्र नदी में नाव पलटने के मामले में आपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही सीएम ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद सरमा ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, दुर्घटना का मुख्य कारण कुप्रबंधन पाया गया है।

सीएम ने कहा, 'मैंने जोरहाट पुलिस से दुर्घटना के लिए आपराधिक मामला दर्ज करने को कहा है। आज शाम तक हम दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच की घोषणा करेंगे।' मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ब्रह्मपुत्र के दक्षिणी तट पर जोरहाट में निमाती घाट से दुनिया के सबसे बड़े नदी द्वीप माजुली के बीच एकल इंजन वाली 10 निजी मशीन बोट हैं।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सभी एकल इंजन वाली नौकाओं के चलने पर प्रतिबंध लगाने का भी एलान किया। सीएम ने कहा कि वे इंजन समुद्री इंजन नहीं हैं। हालांकि, अगर कोई मालिक उन्हें समुद्री इंजन में बदलना चाहता है, तो हम उनका समर्थन करेंगे और उसे सब्सिडी देंगे।

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