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लखनऊ: शिक्षामित्रों के आंदोलन के बीच उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग ने 15 अक्टूबर को अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) करवाने के आदेश भी जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही दिसम्बर में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू कर दी की जाएगी। विभागीय अपर मुख्य सचिव राज प्रताप सिंह ने आदेश जारी कर कहा है कि शिक्षामित्रों को शिक्षक बनने का मौका दिया जाएगा और प्रतिवर्ष सेवा के लिए 2.5 अंक का भारांक दिया जाएगा। वहीं अक्टूबर में टीईटी करवाई जा रही है ताकि शिक्षामित्र शिक्षक बनने के लिए लिए आवश्यक आर्हता हासिल कर सकें। दिसम्बर में हम भर्ती का आयोजन करेंगे जिसमें शिक्षामित्र शामिल हो सकेंगे। वहीं शिक्षामित्रों को भर्ती में मौका देने के लिए बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली-1981 में संशोधन करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इसमें अनुभव के वेटेज का नियम जोड़ा जाएगा कि प्राइमरी स्कूलों में शिक्षामित्र के रूप में काम करने के लिए अभ्यर्थी को प्रतिवर्ष सेवा के लिए 2.5 अंक और अधिकतम 25 अंक दिए जाएंगे। बेसिक शिक्षा के अपर मुख्य सचिव राज प्रताप सिंह का कहना है कि हम शिक्षामित्रों को भर्ती में मौका देने के लिए कार्रवाई शुरू कर चुके हैं।

लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): समायोजन रद्द होने से नाराज शिक्षामित्र हजारों की संख्या में अनिश्चिकालीन सत्याग्रह के लिए लखनऊ पहुंच चुके है। यहाँ शिक्षामित्रों ने जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद सत्याग्रह की शुरुआत की। सुरक्षा के मद्देनजर धारा 144 लगा दी गई है। पूरे प्रदेश से हजारों की तादाद में लखनऊ पहुंचे शिक्षा मित्र लक्ष्मण मेला पार्क में एकत्र हो रहे हैं। लखनऊ में होने वाले सत्याग्रह को लेकर प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। स्थानीय रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। बताया जा रहा है कि अधिकतर शिक्षा मित्र रविवार देर शाम ही लखनऊ पहुंच गए हैं। प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ल ने बताया कि दो हजार से अधिक शिक्षा मित्र लखनऊ निकल चुके हैं। अधिकतर निजी वाहनों से गये हैं। आजमगढ़ में संयुक्त शिक्षा मित्र संघर्ष समिति के संयोजक हरेंद्र सिंह, देवसी प्रसाद यादव ने कहा कि जिला मुख्यालय पर सत्याग्रह आंदोलन का कल अंतिम दिन था। अब आज (21 अगस्त) से लखनऊ के लक्ष्मण मेला पार्क में सत्याग्रह आंदोलन शुरू हो गया है ।उन्होंने कहा, अभी नहीं तो कभी नहीं नारे के साथ अब इस पार्क में अनिश्चितकालीन सत्याग्रह के लिए डटे रहना होगा।

लखनऊ: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पूर्व मुख्यमंत्री व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तीखा वार किया. मौर्य ने कहा कि अखिलेश अपनी पार्टी और नेताओं को नहीं संभाल पा रहे हैं। ऐसे अक्षम नेता को मुखिया पद छोड़ देना चाहिए। उनका चेहरा बताता है कि वह डिप्रेशन में हैं। जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से वार्ता में शनिवार को उपमुख्यमंत्री ने कई सपा नेताओं के भाजपा में शामिल होने पर कहा कि पार्टी को मजबूत करने के लिए जो भी अच्छे लोग आएंगे उनको भाजपा में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जब अपनी पार्टी, नेताओं और कार्यकर्ताओं को नहीं चला पा रहे हैं तो ऐसे अक्षम सपा पार्टी मुखिया को अपना पद छोड़ देना चाहिए। सूबे के कई जनपदों में आई बाढ़ पर केशव ने कहा, "हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता उत्तर प्रदेश के 22 करोड़ जनता की जीवन में खुशहाली लाना है। अगर बाढ़ है तो बाढ़ के संकट से मुक्ति करा कर उनको सेवा कैसे मिले। इन सभी दिशाओं में हमारी सरकार बड़ी ईमानदारी के साथ प्रयास कर रही है।" अखिलेश द्वारा बाढ़ इलाकों में मुख्यमंत्री योगी के दौरों पर दिए बयान पर मौर्य ने कहा, "सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश इस समय डिप्रेशन में है। उनका चेहरा ही बताया करता है कि वह तनाव में है और तनाव में उनको इस बात का ध्यान नहीं रहता कि वह उस बात को उठाने का प्रयास कर रहे हैं, जो समस्या उनकी सरकार की देन है।" वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से धमकी मिलने के सवाल पर केशव ने कहा कि उप्र सरकार प्रदेश की 22 करोड़ जनता की सुरक्षा करने के लिए पूरी तरह से सक्षम है।

गोरखपुर: गोरखपुर मेडिकल हादसे के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को पीड़ित परिजनों से मिले। उनके साथ कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता गुलाम नबी आजाद भी मौजूद थे। उनका बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज जाने का भी कार्यक्रम था जहां कुछ दिन पहले कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी की वजह से 36 बच्चों की मौत हो गई थी। पिछले दिनों कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल गुलाम नबी आजाद के नेतृत्‍व में गोरखपुर गया था। कांग्रेस नेताओं ने अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए सीधे तौर पर योगी आदित्यनाथ सरकार को कठघरे में खड़ा किया था। घटना के बाद यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने बड़ी तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ लखनऊ की सड़कों पर बैठकर योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। इससे पहले यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ स्‍वच्‍छ यूपी, स्‍वस्‍थ यूपी अभियान के तहत शनिवार को गोरखपुर पहुंचे. उनका यह दौरा इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्‍योंकि इस वक्‍त यह जिला बीमारी और बाढ़ से बेहाल है। यहां योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि आसपास की गंदगी को दूर कर काफी हद तक बीमारियों से बचा जा सकता है। गंदगी की वजह से इंसेफेलाइटिस फैलता है। इसलिए इंसेफेलाइटिस को रोकने के लिए स्‍वच्‍छता जरूरी है। गौरतलब है कि गोरखपुर और निकटवर्ती तराई इलाका जापानी इंसेफेलाइटिस से बहुत प्रभावित है। पिछले दिनों गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में कई बच्‍चों की मौत राष्‍ट्रीय सुर्खियों का सबब बनी।

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