लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): समायोजन रद्द होने से नाराज शिक्षामित्र हजारों की संख्या में अनिश्चिकालीन सत्याग्रह के लिए लखनऊ पहुंच चुके है। यहाँ शिक्षामित्रों ने जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद सत्याग्रह की शुरुआत की। सुरक्षा के मद्देनजर धारा 144 लगा दी गई है। पूरे प्रदेश से हजारों की तादाद में लखनऊ पहुंचे शिक्षा मित्र लक्ष्मण मेला पार्क में एकत्र हो रहे हैं। लखनऊ में होने वाले सत्याग्रह को लेकर प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। स्थानीय रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। बताया जा रहा है कि अधिकतर शिक्षा मित्र रविवार देर शाम ही लखनऊ पहुंच गए हैं। प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ल ने बताया कि दो हजार से अधिक शिक्षा मित्र लखनऊ निकल चुके हैं। अधिकतर निजी वाहनों से गये हैं। आजमगढ़ में संयुक्त शिक्षा मित्र संघर्ष समिति के संयोजक हरेंद्र सिंह, देवसी प्रसाद यादव ने कहा कि जिला मुख्यालय पर सत्याग्रह आंदोलन का कल अंतिम दिन था। अब आज (21 अगस्त) से लखनऊ के लक्ष्मण मेला पार्क में सत्याग्रह आंदोलन शुरू हो गया है ।उन्होंने कहा, अभी नहीं तो कभी नहीं नारे के साथ अब इस पार्क में अनिश्चितकालीन सत्याग्रह के लिए डटे रहना होगा।
उन्होंने कहा, जब तक मांग पूरी हो जाती है,तब तक लखनऊ से वापस नहीं होना है। अमरोहा जिले में शनिवार को शिक्षामित्र संयुक्त संघर्ष मोर्चा आंदोलन के तीसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम खून से चिट्ठी लिखी तथा कटोरा लेकर सड़क उतर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर भीख मांगी। इससे पूर्व सुबह के समय शिक्षामित्रों ने बीएसए कार्यालय पर तालाबंदी कर गेट पर धरना दिया था। सोमवार से शिक्षामित्र लखनऊ मुख्यालय पर धरना देंगे। समायोजन निरस्त होने के बाद प्रदेश सरकार द्वारा मांग पूरी न करने पर तीसरे दिन शिक्षामित्रों का आंदोलन उग्र हो गया। शनिवार को सुबह के समय शिक्षामित्रों ने बीएसए आफिस के गेट पर ताला जड़ दिया। गेट के बाहर ही दरी बिछा कर धरना देना शुरू कर दिया। धरने में जिलाध्यक्ष योगेश भड़ाना ने कहा कि शिक्षामित्र पिछले 16 सालों से सेवा दे रहे है। अधिक उम्र होने के कारण उनके सामने रोजगार का कोई विकल्प नहीं बचा है, ऐसी दशा में उन्हें बेरोजगार किया जा रहा है।