ताज़ा खबरें
'दिल्ली हुई आप-दा मुक्त, विकास-विजन-विश्वास की जीत': पीएम मोदी
आप सत्ता से हुई बेदखल, बीजेपी ने 27 साल बाद जीता दिल्ली चुनाव
पूर्व सीएम केजरीवाल ने हार स्वीकारी, जीत के लिए बीजेपी को दी बधाई
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार पूरे विपक्ष के लिए झटका:योगेंद्र यादव
मिल्कीपुर उपचुनाव में बीजेपी ने 61,710 मतों से जीत का परचम लहराया

लखनऊ: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने विश्वास जताया कि वर्ष 2022 तक आतंकवाद, नक्सलवाद और वामपंथी उग्रवाद का खात्मा हो जाएगा। राजनाथ ने 'संकल्प से सिद्धि-न्यू इण्डिया मूवमेंट (2017-2022) नये भारत का निमार्ण' कार्यक्रम के मौके पर सभी को भारत को स्वच्छ, गरीबी मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त, आतंकवाद मुक्त, सम्प्रदायकिता मुक्त तथा जातिवाद मुक्त बनाने की शपथ दिलाई। गृह मंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वच्छता के महत्व को पहचानकर इसे एक अभियान का रूप दिया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे एक जनान्दोलन बनाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बनाने की राजनीति नहीं करती, बल्कि राष्ट्र निर्माण और विकास की सियासत करती है। राजनाथ ने शुक्रवार को मध्य विधान सभा की ओर ऐशबाग के आशा बिहार गेस्ट हाउस में आयोजित भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि दुनिया के राजनीतिक विशेषज्ञों का दावा है कि वर्ष 2019 में भाजपा पूर्ण बहुमत में सरकार बनाएगी। हाल में असम, अरुणाचल, मणिपुर में भाजपा की सरकारें बनी है। कर्नाटक में बनने जा रही है। देश के लोगों का मानना है कि भाजपा के युग की शुरूआत हो चुकी है।

लखनऊ: यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अख‌िलेश यादव ने सीएम योगी के जन्मअष्टमी वाले बयान का जवाब देते हुए कहा ‌क‌ि थानों में जन्मअष्टमी पहले भी मनाई जाती थी। सपा ने कभी जन्मअष्टमी पर रोक नहीं लगाई। उन्होंने कहा क‌ि योगी जी नए भारत के ड‌िज‌िटल मुख्यमंत्री हैं, बताएं क‌ि 100 साल में थानों में कब जन्माष्टमी नहीं मनी। अख‌िलेश ने ये भी कहा क‌ि सड़कों पर कई त्योहार मनाए जाते हैं तो स‌िर्फ मुस्ल‌िमों की नमाज पर न‌िशाना क्यों। अख‌िलेश ने आज (शुक्रवार) प्रदेश सरकार पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान न‌िशाना साधा। उन्होंने कहा, उत्पीड़न की सीमाएं खत्म हो चुकी हैं। पहले आरोप लगता था क‌ि थाने सपा चला रही है। अब थाने कौन चला रहे हैं। सपा के सांसद को एक थाने से दूसरे थाने में रखा जा रहा है। अगर आप मिलने जाएं तो पुलिस नहीं मिलने देगी। बता दें क‌ि औरैया में जलिा पंचायत अध्यक्ष के उपचुनाव के नामांकन के दौरान हुए उपद्रव से सूबे का स‌ियासी माहौल गरमा गया था। इसके बाद अख‌िलेश ने औरैया जाने की कोश‌िश की तो पुल‌िस ने उन्हें ग‌िरफ्तार कर ल‌िया था। करीब दो घंटे बाद उन्हें छोड़ द‌िया गया था।अख‌िलेश की ग‌िरफ्तारी के बाद जगह-जगह प्रदर्शन भी हुए और सपा स्टूडेंट व‌िंग ने एनेक्सी में ताला लगाने की कोश‌िश भी की थी। 

लखनऊ: गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 50 से अधिक बच्चों की मौत का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। इस मामले में दो जनहित याचिकाएं अधिवक्ता सुनीता शर्मा और समाजसेवी व पूर्व पार्षद कमलेश सिंह की ओर से दाखिल की गईं हैं। इसमें घटना की न्यायिक जांच और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की गई है। शुक्रवार को जनहित याचिका पर हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में सुनवाई हुई। याचिका में कहा गया है कि इस मामले में लीपापोती करने की कोशिश की गई। सही तथ्य छिपाते हुए जिम्मेदारों की करतूत पर पर्दा डाला गया। इस वजह से जिम्मेदारों के बयान भी बदलते रहे। याचिका पर मुख्य न्यायाधीश डीबी भोसले और न्यायमूर्ति एमके गुप्ता की पीठ ने अब इस बारे में योगी सरकार से सवाल किया है कि हादसे के असली कारणों का खुलासा किया जाए। मामले में अगली सुनवाई अब 29 अगस्त को होगी। याचिकाओं में कहा गया है कि 10 और 11 अगस्त को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की सप्लाई बंद होने से करीब 67 बच्चों की मौत हो गई। इस मामले में अस्पताल प्रशासन और ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी के साथ ही बड़े अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आ रही है।

लखनऊ: शिक्षामित्रों की सरकार से वार्ता विफल होने पर मंडलभर के शिक्षामित्रों ने एक बार फिर से आंदोलन की राह पकड़ ली है। जिससे शिक्षामित्रों के सहारे चल रहे कई प्राथमिक स्कूलों पर फिर से ताले लटक गए हैं। बिजनौर में शिक्षामित्रों ने डीएम आफिस पर किया जोरदार प्रदर्शन। बरेली के जिला अध्यक्ष डॉ. केपी सिंह ने बताया कि 17, 18 और 19 अगस्त को बीएसए दफ्तर पर और 21 अगस्त को लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में सत्याग्रह किया जायेगा। इसके बाद शिक्षामित्र 25 अगस्त दिल्ली के जंतर-मंतर में प्रदर्शन करेंगे। बरेली में प्रशासन से सकारात्मक संकेत नहीं मिलने के कारण शिक्षामित्रों ने गुरुवार से दुबारा अपना आंदोलन शुरू किया। इस कारण 250 से ज्यादा स्कूलों में ताले लटक गए। स्कूल बंद होने के कारण एक बार फिर से बच्चों को एमडीएम नहीं मिल पायेगा। शिक्षामित्रों ने इस बार अपने आंदोलन को सत्याग्रह का नाम दिया है। गुरूवार को सुबह 10 बजे से बीएसए दफ्तर में तिरंगा लगाकर सत्याग्रह शुरू कर दिया गया था। इस बार भी महिला शिक्षामित्रों की संख्या काफी ज्यादा है। तेज गर्मी के बाद भी शिक्षामित्र पूरे दमखम से आंदोलन में जुटे हुए हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख