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आजमगढ़: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती द्वारा उत्तर प्रदेश में होने वाले उप-चुनाव में अकेले ही 11 सीटों पर लड़ने के फैसले के बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई दूसरे किस्म की थी, जिसे वह समझ नहीं पाए। आजमगढ़ से सांसद चुने जाने के बाद जनता का धन्यवाद करने आए अखिलेश ने एक जनसभा में कहा कि लोकसभा चुनाव में फरारी कार और साइकिल के बीच मुकाबला था। सब जानते थे कि फरारी जीत जाएगी। लोकसभा चुनाव मुद्दों पर नहीं हुआ, वह तो कुछ और ही बातों पर हुआ है।

उन्होंने इशारों में सपा की हार का ठीकरा मीडिया के सिर फोड़ते हुए कहा कि बताइए हर दिन टीवी पर कौन दिखता था, किसका टीवी था? वे हमारे दिमाग में टीवी और मोबाइल से खेल। यह अलग किस्म की लड़ाई थी, हम इस लड़ाई को नहीं समझ पाए। जिस दिन हम इस लड़ाई को समझ जाएंगे उस दिन जीत जाएंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि विरोधी काफी ताकतवर हैं, लेकिन सामाजिक गठबंधन के जरिए उन्हें मात देने का प्रयास निरंतर जारी रहेगा।

लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले हुआ बसपा-सपा गठबंधन अंतत: दरकता हुआ दिखाई दे रहा है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने दिल्ली में सोमवार को बुलाई बैठक में गठबंधन के टूटने के लगभग संकेत दे दिए हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव से यूपी में खाली हुई 11 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव लड़ने के लिए तैयारियों के निर्देश दिए हैं। बसपा आमतौर पर उप चुनाव नहीं लड़ती है। इसके साथ ही सभी विधानसभा सीटों पर नए सिरे से भाईचारा कमेटियां खड़ी करने को कहा है। उनके इस निर्देश को 2022 में विधानसभा की सभी सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने की तैयाaरियों से जोड़कर भी देखा जा रहा है।

गठबंधन का नहीं मिला फायदा

मायावती ने सोमवार को दिल्ली में यूपी के जिलाध्यक्षों, जोन इंचार्जों, नवनिर्वाचित सांसदों व लोकसभा प्रत्याशियों की बैठक बुलाई थी। उन्होंने बैठक में पहले जोनवार रिपोर्ट ली। गठबंधन के फेल होने के कारणों को पूछने के बाद कहा कि बसपा को गठबंधन से कोई फायदा नहीं हुआ। यादव वोट पूरी तरह से नहीं मिले। अगर मिले होते तो फिर तो रिजल्ट और भी बेहतर होता।

कानपुर: राष्ट्रभक्ति की भावना दिखावे के लिए नहीं, बल्कि दिल में होनी चाहिए। यह अभियानात्मक न होकर दैनिक जीवन में शामिल होनी चाहिए। जीवन का हर क्षण राष्ट्र के लिए समर्पित हो। यह उदगार रविवार को दीनदयाल उपाध्याय सनातन धर्म इंटर कॉलेज, नवाबगंज में स्वयं सेवकों के प्रशिक्षण वर्ग में शिरकत करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बौद्धिक सत्र में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि हर एक को निरंतर राष्ट्र चिन्तन के लिए समर्पित रहना चाहिए। स्वयं सेवकों में उत्साह का संचार करते हुए कहा कि सशक्त भारत देखना है तो कुछ करने के साथ कुछ संकल्प भी लेने होंगे। राष्ट्र निर्माण की खातिर कई चीजों से मुंह मोड़ना होगा। समाज का हर तबका स्वस्थ रहे और उसके समक्ष खुशहाली हो। यह तभी संभव है, जब हर एक युवा के हाथ में रोजगार होगा। इस तरह की अलख स्वयंसेवक हर वर्ग में जाकर जगाएंगे तो अपना भारत नई ऊंचाइयों को छुएगा।

खेत-खलिहान तक करें शाखा का विस्तार

संघ प्रमुख ने प्रशिक्षणार्थी स्वयं सेवकों से संवाद के जरिए उनके राष्ट्र प्रेम के भाव जाने। इसके बाद कहा कि सुदृढ़ भारत के लिए जरूरी है कि शाखाओं का विस्तार खेत-खलिहान तक हो।

सुल्तानपुर: सुल्तानपुर से भाजपा सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने इस बार खुद को मंत्री नहीं बनाए जाने पर कहा कि बड़े अंतर से जीतने और लंबे समय तक सांसद रहने वाले को प्रोटेम स्पीकर चुना जाता है और वह खुद भी उनमें से एक हैं। सांसद बनने के बाद पहली बार सुल्तानपुर के तीन दिवसीय दौरे पर रविवार को पहुंचीं मेनका ने चुनाव जिताने के लिए जनता का धन्यवाद करते हुए जिले में हर वर्ग के विकास की बात कही। भाजपा की पिछली सरकार में महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रही मेनका ने खुद को इस बार मंत्री नहीं बनाए जाने के सवाल पर कोई सीधा जवाब नहीं देते हुए कहा कि इसका जवाब सुल्तानपुर की जनता से लीजिए। हालांकि, उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि बड़े अंतर से चुनाव जीतने और लंबे वक्त तक सांसद रहने वाले को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है और उनमें से मैं भी एक हूं।

इस बार पीलीभीत से सांसद चुने गए अपने बेटे वरुण गांधी को भी मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किये जाने के सवाल पर मेनका ने चुप्पी साध ली। बयान देने के बजाय उन्होंने कहा "अच्छा तो हम चलते हैं।"

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