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नई दिल्ली: उन्नाव दुष्कर्म मामले के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसकी महिला साथी शशि सिंह को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने तिहाड़ जेल भेज दिया है। सोमवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया था। अब मामले में सात अगस्त को दोबारा सुनवाई होगी। इससे पहले रविवार को सेंगर को सीतापुर कारागार से रविवार रात करीब साढ़े आठ बजे दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया था। विधायक के साथ महिला आरोपी शशि सिंह को भी दिल्ली भेजा गया था।

सेंगर समेत दोनों आरोपियों की सुरक्षा में क्षेत्राधिकारी एमपी सिंह की अगुवाई में 20 सदस्यीय पुलिस टीम साथ है। गैंगरेप और अब हत्या समेत सेंगर पर पांच मुकदमे दर्ज किए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इन्हीं मुकदमों की सुनवाई अब तीस हजारी कोर्ट दिल्ली में होनी है। पेशी के लिए दोनों को सीतापुर कारागार से भेजने के लिए एसपी एलआर कुमार ने विशेष टीम को निर्देश दिए थे।

नई दिल्ली: उन्नाव बलात्कार पीड़िता के दुर्घटना मामले में सीबीआई ने भाजपा के निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और अन्य आरोपियों के घरों पर छापे मारे हैं। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि उत्तर प्रदेश के चार जिलों लखनऊ, बांदा, उन्नाव, फतेहपुर में करीब 17 स्थानों पर छापे मारे गए। इन जिलों में अन्य आरोपियों के परिसरों में छापेमारी जारी है। उन्नाव बलात्कार पीड़िता दुर्घटना मामले में सीबीआई ने सेंगर, नौ अन्य और 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।

गौरतलब है कि 30 जुलाई को रायबरेली में एक तेज रफ्तार ट्रक ने बलात्कार पीड़िता की कार को टक्कर मार दी थी। हादसे में पीड़िता के परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गई। पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हैं। भाजपा के निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर चार जून 2017 को पीड़िता का अपने घर में बलात्कार करने का आरोप है। पीड़िता को उचित सुरक्षा प्रदान ना करने को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के आलोचनाओं में घिरने के बाद बाद भाजपा ने पिछले सप्ताह सेंगर को निष्कासित कर दिया था।

लखनऊ (जनादेश ब्यूरो) : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि लोकतंत्र में लोकलाज महत्वपूर्ण है। राज्य की भाजपा सरकार रेप पीड़िता के बारे में तब गम्भीर हुई जब सुप्रीम कोर्ट ने इसका संज्ञान लिया। इस पूरे प्रकरण में भाजपा सरकार पूर्णतः संवेदनहीन रही है। पीड़िता का पूरा परिवार संकट से गुजर रहा है। मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से उनका उत्पीड़न हो रहा है। सरकार का रवैया अभी भी आरोपी विधायक के प्रति उदार है। यह दुःखद है कि पीड़ित परिवार को न्याय के लिए ट्रामा सेन्टर के बाहर धरना तक देना पड़ा। जनता में इससे भारी आक्रोश है।

गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने लोकसभा में यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने मांग की थी कि रेप पीड़िता की कार के साथ हुए हादसे की जांच हाईकोर्ट के वर्तमान जज की निगरानी में सीबीआई से करवाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा था कि यूं तो हाई कोर्ट के निर्देश पर इस मामले की सीबीआई जांच चल रही है। लेकिन पीड़िता की कार का हादसा षड़यंत्र भी हो सकता है। लिहाजा मामले की अलग से जांच होनी चाहिए। उसके बाद अखिलेश ने लखनऊ के केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में पीड़िता की स्थिति की जानकारी के लिए गये थे।

रायबरेली: सीबीआई टीम ने शनिवार को फिर यहां न सिर्फ घटनास्थल की नापजोख की बल्कि, घटनास्थल का मैप भी तैयार कराया। अब तक की गई जांच, पुलिस अफसरों और गवाहों के बयान संबंधी दस्तावेज को सील करने के बाद टीम वापस लौट गई। घटनास्थल का नक्शा बनवाने के लिए विशेषज्ञों की टीम को बुलाया गया था। कई घंटे तक सीबीआई ने हर बिंदु पर गहन पड़ताल की। गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र में रायबरेली-लालगंज राजमार्ग (कानपुर हाईवे) पर सुल्तानपुर खेड़ा गांव स्थित मोड़ के पास बीते रविवार को कार-ट्रक की टक्कर में उन्नाव कांड की पीड़िता की चाची-मौसी की मौत हो गई थी। स्वयं पीड़िता और उनका वकील घायल हो गये थे, जिनका लखनऊ में इलाज चल रहा है।

इस हाईप्रोफाइल मामले की जांच सीबीआई कर रही है। पूर्वाह्न 11 बजे इंस्पेक्टर संतोष कुमार तिवारी की अगुवाई में सीबीआई टीम घटनास्थल पर पहुंची। टीम ने विशेषज्ञों से घटनास्थल का पूरा नक्शा तैयार कराया। ट्रक और कार किस ओर से आ रहे थे। हादसे के दौरान कैसे टक्कर हुई। हाईवे के दोनों तरफ की नापजोख कराई। अटौरा चौकी इंचार्ज कमलेश बहादुर सिंह के अलावा चश्मदीदों के बयान भी दर्ज किए।

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