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महाराष्ट्र में बीजेपी का शासन औरंगजेब से भी बदतर है : संजय राउत

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस के कुल 1781 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 1504 सक्रिय मामले हैं। अब तक 248 मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। वहीं कोरोना संक्रमण से प्रदेश में अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है।  उन्होंने बताया कि संक्रमण से मृत अधिकतर मरीज या तो विद्ध थे या फिर पहले से ही किसी अन्य बीमारी से पीड़ित थे। राज्य के 57 जिलों में अब तक संक्रमण के मामले सामने आए हैं, जिनमें से 10 जिलों में अब कोई सक्रिय मामला नहीं है।

आगरा में फिलहाल कोई छूट नहीं: डीएम

आगरा में शाम को आई रिपोर्ट में नौ और संक्रमित मिले हैं। इससे कुल संख्या 367 हो गई है। सुबह 10 केस मिले थे। इस तरह शनिवार को कुल 19 संक्रमित मिले हैं। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण देश में लागू लॉकडाउन के बीच केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कुछ रियायत देते हुए दुकानों को खोलने की इजाजत दी, लेकिन ताजनगरी में यह आदेश प्रभावी नहीं है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को प्रदेश के बाहर काम करने गए मजदूरों को वापस घर लाने की दिशा में अहम कदम उठाया है। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि पहले चरण में शनिवार को हरियाणा से 2224 मजदूरों को 82 बसों से यूपी लाया गया है। इस सभी को घर भेजने से पहले 14 दिन तक क्वारंटीन में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि रविवार तक करीब 11 हजार मजदूरों को वापस लाया जाएगा।

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अन्य राज्यों में 14 दिन तक क्वारंटीन में रह चुके प्रदेश के श्रमिकों, कामगारों तथा मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाए जाने के संबंध में निर्देश दिए थे। इसी को अमल में लाते हुए शनिवार को हरियाणा से 2224 मजदूरों को 82 बसों से वापस प्रदेश लाया गया, ये मजदूर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के हैं। उन्होंने बताया कि रविवार तक दूसरे प्रदेशों में रह रहे 11 हजार मजदूर वापस आ जाएंगे और इन श्रमिकों को वापस लाने का कार्य आगे भी जारी रहेगा। इन मजदूरों को 14 दिन तक क्वारंटीन में रखा जाएगा। इसके लिए बड़ी संख्या में शेल्टर होम तैयार किए जाने के निर्देश दिए गए हैं जहां भोजन और शौचालय की सुचारू व्यवस्था की जाएगी।

सहारनपुर: देवबंद स्थित दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना अबुल कासिम नौमानी ने कहा कि इस बार सब्र और रहमतों का महीना रमजान शरीफ कोरोना संकट काल में आ रहा है। मुसलमानों को और भी ज्यादा सब्र का परिचय देते हुए इस माह में सारी इबादत घर पर ही रहकर करनी होगी। देवबंद स्थित दारुल उलूम के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने अपील की है कि माहे रमजान में लॉकडाउन का पालन किया जाए। कोई भी ऐसा काम न किया जाए जो कि अपने या दूसरों के लिए परेशानी का सबब बने। कानून का उल्लंघन कर मस्जिदों में जाने की कोशिश न करें। प्रशासन की तरफ से मस्जिद में जितने लोगों की इजाजत हो, वह ही मस्जिद में तरावीह (रमजान की विशेष नमाज) अदा करें। बाकी सभी अपने घरों में नमाज व तरावीह पढ़ें।

मस्जिदों में न करें इफ्तार

दारुल उलूम के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने अपील की है कि मस्जिदों में इफ्तार की कोई व्यवस्था न की जाए। साथ ही इफ्तार पार्टी वगैरह भी न की जाए। मस्जिदों से एलान कर लोगों को इफ्तार और सहरी के समय की जानकारी दी जाए।

प्रयागराज: 10 वर्ष या उससे कम प्रैक्टिस वाले हाईकोर्ट के जरूरतमंद वकीलों को एसोसिएशन से आर्थिक सहायता मिलेगी। बुधवार को हाई कोर्ट के जरूरतमंद वकीलों व मुंशियों की लॉकडाउन में आर्थिक सहायता की गाइड लाइन तय कर दी गई। इसके लिए सख्त नियम बनाए गए हैं ताकि कोई इसका गलत फायदा न उठा सके। मॉनिटरिंग कमेटी ने इसके लिए प्रोफार्मा तैयार किया है, जिसे हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।

आर्थिक मदद के लिए आवेदन 24 अप्रैल तक

दस वर्ष या उससे कम की प्रैक्टिस वाले जरूरतमंद वकील हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की वेबसाइट से आवेदन पत्र डाउनलोड करके मदद के लिए आवेदन कर सकते हैं। पांच वर्ष या उससे कम वकालत वाले वकील अपने सीनियर के नाम, एडवोकेट रोल नंबर, मोबाइल नंबर के साथ आवेदन करेंगे । पांच वर्ष व उससे अधिक और 10 वर्ष से कम वकालत वाले अधिवक्ता उन तीन मुकदमों का भी विवरण देंगे, जो उन्होंने गत छह माह में किए हैं। इसके अलावा प्रोफार्मा में अन्य कॉलम भरने होंगे।

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